Roorkee: 43 लाख से अधिक की धोखाधडी के मामले में हुई एक और गिरफ्तार
स्टॉक ट्रेडिंग एवं आईपीओ में निवेश करके अधिक मुनाफे का लालच देकर जमा करवाते थे धनराशि
मामले में पूर्व में भी एक अभियुक्त की गुजरात से की जा चुकी है गिरफ्तारी
देहरादून। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ, नवनीत सिंह द्वारा जानकारी देते हुये बताया कि जनपद हरिद्वार रुडकी निवासी पीड़ित द्वारा माह जून 2024 में साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून पर अभियोग पंजीकृत कराया गया, जिसमें पीडित द्वारा बताया गया कि एक दिन उसके इंस्टाग्राम आईडी पर स्टॉक ट्रेडिंग की जानकारी सम्बन्धी एक विज्ञापन आया व उसे व्हाटसेप ग्रुप फॉरच्यून अलायंस 701 एवं एसवीआईपी -2717 से भी जोड दिया गया जिसमें उसे स्टॉक ट्रेडिंग में निवेश करके अच्छा खासा मुनाफा कमाने का प्रलोभन दिया जाने लगा।
इसके बाद कम निवेश करके अधिक मुनाफा कमाने के दिये जा रहे प्रलोभनों के जाल में फंसाते हुए ग्रुप में दी गई जानकारी के तहत एक वेबसाइट gpc.boutique/login उपलब्ध कराई गई व उसके आधार कार्ड व पेन कार्ड आदि की प्रतियां ली गई तथा उक्त वेबसाइट पर ही प्रार्थी का एक खाता खोला गया व बताया कि आपके द्वारा किये गये निवेश का जितना भी मुनाफा होगा, वह उक्त आपके खाते जमा होगा और आप उक्त खाते की डीटेल भी उक्त वेबसाइट पर ही देख सकते हो तथा विश्वास दिलाया गया कि स्टॉक मार्केट सोमवार से शुक्रवार चलता है, जिसमें सोमवार से शुक्रवार में सुबह 9:00 से दोपहर 3:30 तक आप अपना पैसा अपने खाते से निकाल सकते हैं, फिर अपनी मुनाफा रकम में से 2,000 निकाले का आग्रह किया तो उक्त लोगों के द्वारा प्रार्थी को 2,000/- अदा कर दिये गये। जिसके बाद उक्त लोगों के द्वारा उसे विश्वास में लेकर तथा अपने प्रलोभन के जाल में फंसा कर मेरठ, गुजरात, पश्चिम बंगाल स्थित विभिन्न बैंक खातों में पैसा जमा करवाया गया जिस पर उक्त वेबसाइट पर स्टॉक ट्रेडिंग निवेश से प्रार्थी के खाते में 1,80,56,050/- मुनाफा रकम दर्शायी गई तथा दिनांक 23-05-2024 को 2,26,25,365/- मुनाफा रकम दर्शायी गई जिससे उसे विश्वास हो गया कि उक्त स्टॉक ट्रेडिंग से काफी मुनाफा हो रहा है, इस प्रकार पूर्ण विश्वास में लेकर साइबर ठगों के द्वारा उसे अधिक से अधिक धनराशि निवेश कर मुनाफा कमाने का प्रलोभन दिया गया।
इसके बाद साइबर अपराधियों द्वारा कहा गया कि एडब्लूएफआई आईपीओ लांच हो रहा है और आप अपनी रकम इसमें निवेश करो, जिसमें निवेश कराने के बाद जब उसने उक्त रकम निकालने को कहा तो उक्त लोगों के द्वारा कहा गया कि आपका आईपीओ ओवरवेट हो गया है, आप रकम नहीं निकाल सकते, आपका खाता माईनस में चला गया है, उसके बाद आपको 98 लाख रूपये जमा कराने पड़ेगें। जिस पर प्रार्थी के द्वारा इतनी बड़ी रकम देने से साफ तौर से इंकार कर दिया गया तो विश्वास दिलाते हुए कहा गया कि आपके किसी भी नुकसान की सारी जिम्मेदारी हम लेते हैं, आप सिर्फ 9,00,000 जमा करा दो बाकि रकम हम भरेंगे, जिस पर उसने अपनी रकम बचाने के लिये 09 लाख रुपये और प्राप्त कराये गये। किन्तु इसके बाद भी उक्त लोगों के द्वारा जमा कराई गई रकम व मुनाफा रकम देने से साफ तौर से इंकार कर दिया। इस प्रकार साइबर ठगों द्वारा शिकायतकर्ता के साथ 43,11,000/- रूपये धोखाधडी को अंजाम दिया गया।
प्रकरण की गम्भीरता के दृष्टिगत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ द्वारा घटना के शीघ्र अनावरण हेतु पुलिस टीम गठित कर अभियोग के सफल एवं शीघ्र अनावरण हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। साईबर क्राईम पुलिस द्वारा घटना में प्रयुक्त बैंक खातों/मोबाइल नम्बरों तथा व्हाटसप की जानकारी हेतु सम्बन्धित बैंकों, सर्विस प्रदाता कम्पनी, तथा मेटा एवं गूगल आदि से पत्राचार कर डेटा प्राप्त किया गया। प्राप्त डेटा के विश्लेषण से जानकारी मे आया कि अभियुक्तगणों द्वारा वादी मुकदमा से धोखाधडी से ठगी गयी धनराशि को विभिन्न बैंक खातों में स्थानान्तरित किया गया था बैंक खातों के अवलोकन से प्रकाश में आया कि अभियुक्तों द्वारा इन बैंक खातों में फर्जी आईडी से लिये गये मोबाईल नम्बरों को एसएमएस अलर्ट के रूप में रजिस्टर्ड किया गया था विवेचना के दौरान साईबर थाना पुलिस टीम द्वारा तकनीकी/ डिजिटल साक्ष्य एकत्र कर घटना से सम्बन्धित अभियुक्तों को चिन्ह्ति करते हुये अभियुक्तों की तलाश जारी की तथा अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु कई स्थानों पर दबिशें दी, किन्तु आरोपी काफी शातिर किस्म के हैं जो पुलिस को चकमा देने के उद्देश्य से समय-समय पर अपनी लोकेशन बदलते रहते थे।
साईबर पुलिस टीम द्वारा अथक मेहनत एवं प्रयास से तकनीकी संसाधनों का प्रयोग करते हुये साक्ष्य एकत्रित कार्यवाही करते हुये अभियोग में पूर्व में एक अभियुक्त को गुजरात से गिरफ्तार किया था तथा अब एक अन्य वांछित अभियुक्त को इन्दौर मध्य प्रदेश से गिरफ्तार किया गया जिसके कब्जे से घटना में प्रयुक्त बैंक खाते का एसएमएस एलर्ट नं0 सहित मोबाइल फोन, पास बुक व चैक बुक बरामद हुए है। अभियुक्तगणों द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम आदि पर विज्ञापन के माध्यम से पीड़ितों से सम्पर्क किया जाता था व स्टॉक ट्रेडिंग एवं आईपीओ में निवेश करके अधिक मुनाफा कमाने का लालच दिया जाता था व ट्रेडिंग हेतु फर्जी वेबसाइट पर खाता खुलवाकर पीडितो से जमा करवायी गयी धनराशि को वैबसाइट पर मुनाफा सहित करोडों में दर्शाकर लालच व विश्वास में लेकर निवेश के नाम पर अधिक से अधिक धनराशि जमा करवाकर धोखाधडी को अंजाम दिया जाता है एवं धोखाधडी से प्राप्त धनराशि को अपनी विभिन्न बैंक खातों में प्राप्त कर उक्त धनराशि को अन्यत्र स्थानान्तरित कर दिया जाता था ।
गिरफ्तार अभियुक्त का नाम पता-
शैलेन्द्र सिंह गुजराल पुत्र अजीत सिंह निवासी 72 बी शीतल नगर, थाना विजयनगर, इंदौर, मध्य प्रदेश उम्र 41 वर्ष
बरामदगी-
घटना में प्रयुक्त बैंक खाते का एसएमएस एलर्ट नं0 सहित एक मोबाइल फोन, बैंक पास बुक व चैक बुकl
*गिरफ्तारी पुलिस टीम-*
उप निरीक्षक आशीष गुसांई
अपर उप निरीक्षक मुकेश चन्द्र
कॉन्स0 नितिन रमोला