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Uttarakhand: मुख्यमंत्री ने ‘स्वच्छता ही सेवा’ कार्यक्रम का शुभारंभ किया, क्रॉस कंट्री मैराथन रेस को हरी झंडी दिखाई

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Uttarakhand: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को ‘स्वच्छता ही सेवा-2024‘ कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने देहरादून के परेड ग्राउंड में आयोजित क्रॉस कंट्री मैराथन रेस को हरी झंडी दिखाई। मुख्यमंत्री धामी ने इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों को स्वच्छता की शपथ दिलाई और ‘एक पेड़ माँ’ नामक अभियान के तहत पौधारोपण भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में 5 लाख 37 हजार से अधिक शौचालय विहीन परिवारों के लिए शौचालयों का निर्माण किया गया है, जो राज्य की स्वच्छता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

Uttarakhand: मुख्यमंत्री ने 'स्वच्छता ही सेवा' कार्यक्रम का शुभारंभ किया, क्रॉस कंट्री मैराथन रेस को हरी झंडी दिखाई

उन्होंने इस बात पर भी गर्व जताया कि देहरादून को भारत सरकार के पर्यावरण मंत्रालय द्वारा ‘नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम’ के तहत देश के पांच सबसे स्वच्छ शहरों में शामिल किया गया है।

स्वच्छता अभियान में उत्तराखंड का योगदान

मुख्यमंत्री धामी ने स्वच्छता अभियान के महत्व पर बल देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में शुरू हुआ ‘स्वच्छ भारत मिशन’ देश को नई ऊंचाइयों पर ले गया है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व और स्वच्छता के प्रति उनकी जागरूकता ने देश भर के लोगों में स्वच्छता के प्रति एक नई चेतना का संचार किया है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन के अवसर पर उन्हें शुभकामनाएँ दीं और उनके दीर्घायु की कामना की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छता के क्षेत्र में उत्तराखंड भी देश के अन्य राज्यों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहा है। वर्ष 2017 में उत्तराखंड को देश का चौथा ‘खुले में शौच मुक्त’ (ODF) राज्य घोषित किया गया था, जो राज्य की स्वच्छता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इसके बाद से राज्य में स्वच्छता के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं।

राज्य में स्वच्छता के लिए उठाए गए कदम

मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में अब तक 5 लाख 37 हजार से अधिक शौचालय विहीन परिवारों के लिए शौचालयों का निर्माण किया जा चुका है। इसके अलावा, 2600 से अधिक स्वच्छता परिसरों का निर्माण भी किया गया है। राज्य के 9000 से अधिक गांवों में ठोस और तरल कचरा प्रबंधन का कार्य पूरा हो चुका है। राज्य के 77 विकास खंडों में प्लास्टिक कचरा प्रबंधन इकाइयाँ स्थापित की गई हैं, जो राज्य के पर्यावरणीय संतुलन को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि मार्च 2025 तक राज्य के 100 प्रतिशत गांवों में कचरा प्रबंधन का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य में स्वच्छता के क्षेत्र में जो प्रगति हो रही है, वह प्रधानमंत्री मोदी के स्वच्छता मिशन की सफलता का प्रमाण है। प्रधानमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व के कारण आज स्वच्छता के प्रति देशभर में एक नई जागरूकता आई है और लोग स्वच्छता को अपने जीवन का हिस्सा बना रहे हैं।

किशोरी किट का वितरण और विश्‍वकर्मा पूजा

कार्यक्रम के दौरान, मुख्यमंत्री धामी ने बालिकाओं को ‘किशोरी किट’ का वितरण भी किया। इसके पहले, उन्होंने कार्यक्रम स्थल पर विश्वकर्मा पूजा की और सभी को विश्वकर्मा दिवस की शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बालिकाओं के स्वास्थ्य और स्वच्छता के लिए सरकार लगातार प्रयासरत है और ‘किशोरी किट’ वितरण इसी दिशा में एक कदम है। इस किट में स्वच्छता और स्वास्थ्य संबंधी आवश्यक सामग्री होती है, जो बालिकाओं को स्वच्छ और स्वस्थ रहने में मदद करेगी।

स्वच्छता के नए आयाम

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि स्वच्छता के प्रति जागरूकता और जनभागीदारी ही किसी भी अभियान की सफलता की कुंजी होती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने स्वच्छता के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित किए हैं। पिछले दस वर्षों में देश भर में करोड़ों शौचालयों का निर्माण किया गया है और कचरा प्रबंधन की आवश्यक सुविधाएँ विकसित की गई हैं। उन्होंने कहा कि स्वच्छता के प्रति आम लोगों में जागरूकता आई है और यह जागरूकता देश के हर कोने में फैल रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा से स्वच्छता पखवाड़ा की शुरुआत की जा रही है, जो 2 अक्टूबर, गांधी जयंती पर समाप्त होगा। इस दौरान, पूरे राज्य में विभिन्न स्वच्छता अभियान चलाए जाएंगे, जिनका उद्देश्य राज्य को और अधिक स्वच्छ और सुंदर बनाना है।

समाज के सभी वर्गों का सहयोग जरूरी

मुख्यमंत्री ने स्वच्छता अभियान को सफल बनाने के लिए समाज के सभी वर्गों से सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा कि स्वच्छता केवल सरकारी योजनाओं से संभव नहीं हो सकती, इसके लिए हर नागरिक को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के लोग स्वच्छता के प्रति काफी जागरूक हैं और राज्य के हर कोने में लोग स्वच्छता अभियान में अपनी भागीदारी निभा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जब समाज के सभी लोग मिलकर किसी उद्देश्य के लिए काम करते हैं, तो उसे सफल होने से कोई नहीं रोक सकता। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है कि स्वच्छता से संबंधित योजनाओं का लाभ हर व्यक्ति तक पहुँचे और राज्य को स्वच्छ और स्वस्थ बनाया जा सके।

स्वच्छता के प्रति दीर्घकालिक दृष्टिकोण

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि स्वच्छता केवल एक अभियान नहीं है, यह एक दीर्घकालिक दृष्टिकोण है जिसे हर व्यक्ति को अपने जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक हम स्वच्छता को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा नहीं बनाते, तब तक स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाना कठिन है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार विभिन्न स्वच्छता अभियानों के माध्यम से लोगों को जागरूक कर रही है और यह सुनिश्चित कर रही है कि स्वच्छता से संबंधित सभी योजनाओं का लाभ हर नागरिक तक पहुँचे। उन्होंने कहा कि राज्य को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए हर नागरिक को अपना योगदान देना चाहिए।

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