Rudraprayag: आज से केदारनाथ के लिए उड़ान भरेंगे आठ हेलीकॉप्टर, अब तक 70 हजार भक्तों ने उठाया इस सेवा का लाभ
Rudraprayag: केदारनाथ धाम के लिए आज से आठ हेलीकॉप्टर सेवाएं शुरू की जा रही हैं। इससे यात्रियों को धाम तक पहुंचने में और भी अधिक सुविधा मिलेगी, साथ ही यात्रा की गति भी तेज हो जाएगी। अभी तक केवल दो कंपनियां गुप्तकाशी और सिरसी से उड़ानें संचालित कर रही थीं, लेकिन अब अन्य छह कंपनियों के जुड़ने से यात्रा की सुविधाएं और बढ़ जाएंगी।
केदारनाथ के लिए उड़ान भरेंगे आठ हेलीकॉप्टर कंपनियां
शनिवार को छह नई हेली कंपनियों के हेलीकॉप्टर केदारघाटी पहुंच चुके हैं। केदारनाथ हेलीकॉप्टर सेवा के नोडल अधिकारी और जिला पर्यटन एवं एडवेंचर स्पोर्ट्स अधिकारी राहुल चौबे ने जानकारी दी कि थम्बी, पवन हंस, क्रिस्टल, एरो, ग्लोबल वेक्ट्रा और आर्यन कंपनी के हेलीकॉप्टर अब केदारनाथ के लिए उड़ान भरने के लिए तैयार हैं।
इन कंपनियों के हेलीकॉप्टर गुप्तकाशी, मैखंडा, जामू, शेरसी आदि स्थानों से उड़ान भरेंगे। उन्होंने बताया कि 20 जून से 3 जुलाई तक यात्रा के पहले चरण की समाप्ति के बाद ये कंपनियां अस्थायी रूप से अपनी सेवाएं रोक चुकी थीं। जबकि मानसून के दौरान हिमालयन हेली और ट्रांस भारत कंपनी के हेलीकॉप्टर लगातार उड़ान भरते रहे।
केदारनाथ यात्रा में हेलीकॉप्टर सेवाओं की बढ़ती मांग
केदारनाथ धाम की यात्रा में हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु शामिल होते हैं। इस यात्रा का धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व होने के साथ-साथ यह यात्रा शारीरिक रूप से भी चुनौतीपूर्ण होती है, क्योंकि धाम तक पहुंचने का मार्ग काफी कठिन और दुर्गम होता है। ऐसे में हेलीकॉप्टर सेवाओं का उपयोग करने वाले यात्रियों की संख्या में हर साल वृद्धि हो रही है।
राहुल चौबे ने बताया कि 10 मई को केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद से अब तक 70 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने हेलीकॉप्टर सेवा का उपयोग करके केदारनाथ धाम के दर्शन किए हैं। वहीं, 69 हजार से अधिक श्रद्धालु दर्शन के बाद सुरक्षित वापस लौट चुके हैं।
हेलीकॉप्टर सेवाओं के बढ़ते उपयोग के कारण
केदारनाथ धाम की यात्रा कई कठिनाइयों से भरी होती है। पहाड़ी रास्तों पर पैदल चलना हर यात्री के लिए संभव नहीं होता। विशेष रूप से वृद्ध और बीमार यात्रियों के लिए हेलीकॉप्टर सेवा एक बेहतरीन विकल्प के रूप में सामने आई है। इसके अलावा, यात्रा में समय की बचत भी एक मुख्य कारण है, जिससे श्रद्धालु हेलीकॉप्टर सेवा को प्राथमिकता देते हैं।
पैदल मार्ग से यात्रा करने में जहां दो से तीन दिन का समय लगता है, वहीं हेलीकॉप्टर सेवा का उपयोग करने वाले यात्री कुछ ही मिनटों में धाम पहुंच जाते हैं। हेलीकॉप्टर सेवाओं के शुरू होने से यात्रा का समय घट गया है, जिससे अधिक से अधिक लोग धाम की यात्रा कर पा रहे हैं।
मानसून में भी जारी रहेगी हेलीकॉप्टर सेवा
हालांकि मानसून के दौरान यात्रा में कई बार बाधाएं आती हैं, लेकिन फिर भी हिमालयन हेली और ट्रांस भारत कंपनी की सेवाएं लगातार चलती रहीं। अन्य कंपनियों के वापसी के बाद इन दोनों कंपनियों ने यात्रियों को केदारनाथ धाम तक पहुंचाने का काम जारी रखा।
अब जब मौसम साफ हो चुका है और यात्रा का दूसरा चरण शुरू हो रहा है, तो अन्य छह कंपनियां भी अपनी सेवाएं शुरू कर चुकी हैं। इससे यात्रियों को अधिक विकल्प मिलेंगे और यात्रा की प्रक्रिया और सुगम हो जाएगी।
हेलीकॉप्टर सेवा के लाभ
- समय की बचत: हेलीकॉप्टर सेवा के माध्यम से यात्रियों को पैदल यात्रा के कठिन मार्ग से नहीं गुजरना पड़ता और वे कुछ ही मिनटों में धाम तक पहुंच जाते हैं।
- सुविधाजनक यात्रा: विशेष रूप से वृद्ध, बीमार और बच्चों के साथ यात्रा करने वाले लोगों के लिए हेलीकॉप्टर सेवा एक सुविधाजनक विकल्प है।
- आपातकालीन सेवाएं: हेलीकॉप्टर सेवा का उपयोग आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं के लिए भी किया जा सकता है। अगर किसी यात्री को अचानक स्वास्थ्य संबंधी समस्या होती है, तो हेलीकॉप्टर के माध्यम से उन्हें तुरंत चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा सकती है।
- वातावरण का अनुभव: हेलीकॉप्टर के जरिए यात्रा करने वाले यात्री सुंदर पहाड़ी नजारों का भी आनंद ले सकते हैं। ऊपर से केदारघाटी के दृश्य देखना एक अद्भुत अनुभव होता है, जो पैदल यात्रा करने वाले यात्रियों को नहीं मिल पाता।
यात्रा में सुरक्षा और सावधानियां
हेलीकॉप्टर सेवा जितनी सुविधाजनक है, उतनी ही इसके साथ सावधानियां भी बरतनी होती हैं। यात्रा के दौरान मौसम की स्थिति को ध्यान में रखना बेहद जरूरी है। मानसून के दौरान या खराब मौसम में उड़ानों का संचालन बाधित हो सकता है।
इसके अलावा, हेलीकॉप्टर सेवा का उपयोग करने वाले यात्रियों को अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए। उंचाई पर अचानक से जाने पर कई बार यात्रियों को स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, इसलिए यात्रा से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना उचित होता है।