Mangalore: जैन मंदिर चोरी का खुलासा, चोरी के आभूषण ठिकाने लगाने वाले सुनार सहित 2 गिरफ्तार, अन्य की तलाश जारी
मंदिर की ज्वैलरी और लाखों का कैश बरामद, आरोपियों के विरुद्ध लगभग 2 दर्जन से अधिक मुकदमें हैं दर्ज
मंगलौर। 26 दिसंबर को कोतवाली मंगलौर को सूचना मिली कि कस्बा मंगलौर स्थित जैन समाज मंदिर में चोरों ने रात के समय चोरी कर मंदिर से लाखों रुपये की ज्वेलरी जैसे चांदी का छत्र, चांदी की ईंटें, चांदी का लोटा आदि व अन्य सामान चोरी कर लिया। घटना बेहद संवेदनशील थी जिसपर एसपी देहात, सीओ मंगलौर समेत तमाम पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाने के लिए फोरेंसिक टीम और डॉग स्क्वाड को बुलाया गया। कोतवाली मंगलौर में मुकदमा दर्ज किया गया।
धार्मिक स्थल से जुड़ी घटना होने के कारण जल्दी ही यह खबर आग की तरह चौतरफा फैल गई। स्थानीय समाज सहित जैन समुदाय में भारी आक्रोश था जिस कारण आएदिन पुलिस पर प्रकरण के शीघ्र खुलासे का दबाव था कप्तान प्रमेन्द्र सिंह डोबाल द्वारा सभी स्थानीय प्रमुखों से वार्ता कर उनको जल्द घटना के खुलासे का आश्वासन दिया और प्रतिदिन एसपी देहात शेखर चंद्र सुयाल क्षेत्राधिकारी मंगलौर विवेक कुमार व कोतवाली प्रभारी से बैठक कर मामले की प्रगति जानी।
मामले की गंभीरता के दृष्टिगत कप्तान द्वारा कोई बढ़िया लीड मिलने पर टीम में लगे छोटे-से-छोटे कर्मचारी से भी सीधे वार्ता की गई और आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। जिसका सफल परिणाम सामने आया और एक बेहद शातिर अंतरराज्यीय गैंग को हरिद्वार पुलिस ने ट्रेस कर लियाl कप्तान की क्लोज मॉनिटरिंग में छह टीमों का गठन किया गया व निम्नलिखित कार्य सौंपे गए।
हर संभावित मार्ग की सीसीटीवी फुटेज खंगालना, भौतिक साक्ष्यों का मैक्सिमम संग्रहण, इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य एकत्रीकरण, पूर्व सभी अपराधियों का बारीकी से सत्यापन, हाल में जेल से छूटे सभी अपराधियों की गतिविधियों की जांच, सीमावर्ती क्षेत्रों में अपराधियों की तलाश।
मुख्य साक्ष्य और संदिग्धों की पहचान
कई दिनों की दिन-रात की मेहनत के बाद जांच में पाया कि मंदिर के पास एक स्कॉर्पियो कार और बिना नंबर की अपाचे मोटरसाइकिल पर दो संदिग्ध व्यक्ति देखे गए। उनकी गतिविधियां संदिग्ध पाई गईं। साथ ही जानकारी मिली कि पड़ोसी जिले उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर का रहने वाला शातिर चोर शेरखान मंदिरों में ही चोरी करने में एक्सपर्ट है व चोरी का इतिहास रखता है।
हरिद्वार पुलिस की मेहनत और अभियुक्तों की गिरफ्तारी
हरिद्वार पुलिस की दिनरात की मेहनत और मुखबिरों के बिछाए गए जाल से दिनांक 10-01-25 को मुखबिर की सूचना पर शातिर आरिफ पुत्र इकरामुद्दीन ग्राम निडोरी, थाना मसूरी, गाजियाबाद उत्तर प्रदेश को पुरकाजी उत्तर प्रदेश से दबोचा गया जिसके द्वारा बताया गया कि मंदिर से चोरी किया गया सामान हमने एक सुनार को दिया है जिसपर सुनार राजकुमार पुत्र रामकुमार चर्च कॉलोनी, मुरादनगर को भी पुरकाजी क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। जिनके कब्जे से जैन मंदिर से चोरी किया गया भारी मात्रा में ज्वैलरी व कैश बरामद हुआ।
पूछताछ के दौरान इनसे हापुड़ उत्तर प्रदेश के मंदिर से एवं जनपद के थाना झबरेड़ा क्षेत्रांतर्गत गत्ता फैक्ट्री में हुई चोरी में संलिप्तता पाई गई। जिस बारे में विधिक कार्यवाही जारी है।
अपराध करने का तरीका
अभियुक्त बेहद शातिर हैं और कई दिन तक उस स्थान की दिन में रैकी करते थे जहां चोरी करनी होती थी और उस स्थान (विशेषकर मंदिर) की सभी जानकारी कर लेते थे जैसे पुजारी के आने जाने का समय, भक्तजनों के आने-जाने का समय इत्यादि और फिर रात में उस स्थान के पिछले हिस्से से छत, रोशनदान या जाली काटकर अंदर घुसते थे और चोरी कर ले जाते थे, बाहर से सब कुछ वैसा ही दिखने के कारण सुबह किसी को देखकर एकदम से अंदेशा नहीं हो पता था कि यहां चोरी हुई है। तब तक इनको दूर भागने का पर्याप्त समय मिल जाता था। यह इतने शातिर थे/हैं कि चढ़ने उतरने का कहीं कोई निशान छोड़कर नहीं जाते थे सब कुछ प्राकृतिक दशा में ही रहता था। बेहद छोटे से रोशनदान को तोड़कर मंदिर में प्रवेश किया जाता था और ऐसा करने के लिए ग्रुप के सबसे पतले दुबले और लचीले व्यक्ति को ही मंदिर में चोरी के लिए प्रवेश करवाया जाता था और चोरी किया गया सामान सुनार राजकुमार उपरोक्त को बेचकर भारी मुनाफा कमाते थे। इनके द्वारा और किन-किन सुनारों को चोरी का सामान बेचा जाता था इन सब पर जांच अभी चल रही है। विवेचना जारी है।
कप्तान के नेतृत्व व हरिद्वार पुलिस की कार्यशैली की सराहना
जनपद के बहुचर्चित जैन मंदिर चोरी प्रकरण का हरिद्वार पुलिस द्वारा सफल खुलासा करने पर आमजन द्वारा कप्तान के सूझबूझ भरे नेतृत्व एवं हरिद्वार पुलिस की इंटेलीजेंट कार्यशैली की सराहना की गई।
नाम पता अभियुक्त
आरिफ पुत्र इकरामुद्दीन निवासी ग्राम निडोरी थानाउम्र -25 वर्ष (अनपढ़)
राजकुमार पुत्र रामकुमार निवासी चर्च कालोनी थाना मुरादनगर उ0प्र0-उम्र0 -52 वर्ष (9वीं पास)
फरार अभियुक्त
जावेद व शेरखान
आपराधिक इतिहास
गिरफ्तार अभियुक्तों और फरार आरोपियों का उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में विभिन्न थानों में लंबा आपराधिक रिकॉर्ड है।
बरामदगी-
लगभग 02 लाख 48 हजार रुपये नगद
चांदी की ईंट वजन लगभग 3 किलोग्राम
चांदी का एक बडा छत्र
चांदी का एक छोटा छत्र
चांदी का एक लोटा
चांदी की एक चंवर
एक मोबाईल फोन (घटना मे प्रयुक्त)
एक काले रंग का बैग
व अन्य थाना व राज्य की चोरी का सामान
पुलिस टीम
क्षेत्राधिकारी मंगलौर विवेक कुमार
क्षेत्राधिकारी रुडकी नरेन्द्र पन्त
प्रभारी निरीक्षक शान्ति कुमार
वरिष्ठ उप निरीक्षक रफत अली
उ0नि0 संजीव चौहान
उ0नि0 नीरज रावत
उ0नि0 मनोज कठैत
उ0नि0 बीरपाल सिह
उ0नि0 रघुवीर रावत
अ0उ0नि0 गजपाल राम
हे0कानि0 माजिद
हे0कानि0 श्याम बाबू
कानि0 उत्तम सिह
कानि0 रविन्द्र खत्री
कानि0 राजेश देवरानी
हे0कानि0 मनमोहन भण्डारी-कोतवाली रुडकी
हे0कानि0 नूर हसन- कोतवाली रुडकी
हे0कानि0 रामबीर- थाना झबरेडा
हे0कानि0 रियाज- कोतवाली लक्सर
कानि0 नितिन- कोतवाली गंगनहर
म0कानि0 मीना विष्ट- कोतवाली मंगलौर
सीआईयू टीम हरिद्वार/ रुड़की
निरीक्षक दिगपाल सिह कोहली-प्रभारी हरिद्वार
उ0नि0 संजय पुनिया- प्रभारी रुडकी
उ0नि0 पवन डिमरी
हे0कानि0 चमन
हे0कानि0 विवेक यादव
कानि0 राहुल
कानि0 महिपाल
कानि0 अजय काला
कानि0 ओसाफ अली
कानि0 वसीम
कानि0 उमेश
कानि0 मनोज
कानि0 हरबीर
कानि0 नरेन्द्र
कानि0 सुधीर