Crime news: रोटी बनाने के दौरान थूकने का मामला, होटल मालिक और कर्मचारी गिरफ्तार
Crime news: गाजियाबाद जिले के मोदीनगर में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक होटल में रोटी बनाने के दौरान एक आरोपी द्वारा रोटियों पर थूकने का आरोप लगा है। यह घटना नाज़ चिकन प्वाइंट, जो कृष्णानगर कॉलोनी के पास स्थित है, वहां की है। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और होटल के मालिक और दो कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
घटना का विवरण
घटना बुधवार रात की है, जब प्रकाश सिंह और दीपक नामक दो युवक नाज़ चिकन प्वाइंट पर खाना खाने पहुंचे थे। दोनों युवक होटल के अंदर बैठकर खाना ऑर्डर कर रहे थे। बाहर एक तंदूर पर एक नाबालिग कर्मचारी रोटी बना रहा था। उसी दौरान, प्रकाश और दीपक ने देखा कि वह नाबालिग बार-बार रोटी के आटे पर थूक रहा था। दीपक ने पहले तो ध्यान नहीं दिया, लेकिन जब उसने यह देखा तो वह काफी देर तक उसे देखता रहा।
इसके बाद, दीपक ने होटल के मालिक को इस बारे में जानकारी दी, लेकिन होटल मालिक ने दीपक को झूठा करार दिया। इस पर नाबालिग आरोपी और होटल मालिक के बीच विवाद बढ़ गया। आरोपी ने दीपक और प्रकाश दोनों को गालियां दीं, जिससे दोनों के बीच झगड़ा हो गया। झगड़े के दौरान प्रकाश और दीपक दोनों को चोटें आईं। इसके बाद, प्रकाश ने तुरंत पुलिस को डायल 112 पर सूचित किया और पुलिस मौके पर पहुंच गई।
पुलिस कार्रवाई
पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर सीसीटीवी फुटेज की जांच की, जिसमें यह पुष्टि हो गई कि नाबालिग कर्मचारी रोटी बनाने के दौरान बार-बार आटे पर थूक रहा था। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज को कब्जे में ले लिया और प्रकाश द्वारा मोबाइल फोन से रिकॉर्ड किया गया वीडियो भी लिया। इसके बाद, पुलिस ने होटल के मालिक अनूज, कर्मचारी तालिब और नाबालिग आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया।
वीडियो वायरल, सोशल मीडिया पर कड़ी प्रतिक्रिया
घटना के बाद वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद लोग इस कृत्य को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। वीडियो के वायरल होने के बाद, कई लोगों ने आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। एसीपी मोदीनगर ज्ञान प्रकाश राय ने बताया कि होटल के मालिक अनूज, कर्मचारी तालिब और नाबालिग को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।
पहले भी हो चुके हैं इस तरह के मामले
यह पहली बार नहीं है जब इस तरह का मामला सामने आया है। इससे पहले भी जिले में कई बार रोटी पर थूकने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। 2021 में भोजपुर के दौसा बनजापुर में एक शादी समारोह में रोटी बनाने के दौरान थूकने का मामला सामने आया था। इसके अलावा, लोनी और मसूरी में भी ऐसी घटनाएं सामने आई थीं। इन सभी मामलों में वीडियो वायरल हुआ था और आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। हालांकि, इस तरह के मामलों में पुलिस की ओर से जिन धाराओं में केस दर्ज किया जाता है, वे जमानत योग्य होती हैं।
क्या होनी चाहिए सख्त कार्रवाई?
हिंदू युवा वाहिनी के जिला महासचिव नीरज शर्मा ने कहा कि इस तरह के मामलों में सख्त सजा का प्रावधान होना चाहिए। उनका मानना है कि अगर इस तरह की घटनाओं को रोकना है तो कानून में बदलाव की जरूरत है और दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए ताकि ऐसी घटनाओं पर रोक लग सके।
नीरज शर्मा ने कहा, “इस प्रकार की घटनाओं से साफ होता है कि कुछ लोग समाज में लोगों की सेहत से खेल रहे हैं और उनके जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। ऐसे मामलों में कड़ी सजा देने की जरूरत है, ताकि भविष्य में कोई इस तरह का अपराध करने की सोच भी न सके।”
पुलिस और प्रशासन की ओर से क्या कदम उठाए गए?
पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई की है और आरोपी होटल मालिक और कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। वहीं, इस मामले की जांच जारी है और पुलिस सीसीटीवी फुटेज और अन्य साक्ष्यों की जांच कर रही है ताकि मामले में पूरी सच्चाई सामने आ सके।
इसके अलावा, पुलिस के अनुसार, संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया है और दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने इस बात की भी पुष्टि की है कि आरोपित नाबालिग है, जिसके कारण उसकी स्थिति को लेकर कानून के तहत कुछ विशेष प्रावधान होंगे।
यह घटना समाज में स्वास्थ्य और स्वच्छता के महत्व को उजागर करती है और यह दिखाती है कि कुछ लोग सार्वजनिक स्थानों पर किस हद तक लापरवाह हो सकते हैं। रोटियों पर थूकने की घटनाओं ने न केवल लोगों के स्वास्थ्य को खतरे में डाला है, बल्कि एक बड़े सामाजिक मुद्दे को भी जन्म दिया है। ऐसे मामलों में सख्त कानूनी प्रावधान और कड़ी सजा सुनिश्चित करना जरूरी है, ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके और लोगों की सेहत को सुरक्षित रखा जा सके।
साथ ही, यह घटना समाज में जागरूकता फैलाने के लिए एक जरिया बन सकती है, ताकि लोग इस तरह के कृत्य से बचें और स्वच्छता और स्वास्थ्य के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझें।