Atul Subhash Suicide Case: इंटरनेट पर उठी न्याय की मांग, पिता ने बयां किया दर्द
Atul Subhash Suicide Case: बेंगलुरु में काम करने वाले इंजीनियर अतुल सुभाष मोदी की आत्महत्या ने पूरे देश में हलचल मचा दी है। अतुल ने सोमवार सुबह 6 बजे बेंगलुरु स्थित डेल्फिनियम रेजिडेंसी में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले अतुल ने एक 24 पेज का सुसाइड नोट और करीब डेढ़ घंटे का वीडियो एक एनजीओ को भेजा था। इस घटना के बाद से सोशल मीडिया पर न्याय की मांग तेज हो गई है।
अतुल के पिता का दर्द: 40 बार यात्रा करनी पड़ी
अतुल के पिता पवन मोदी ने अपनी पीड़ा साझा करते हुए कहा कि उन्हें और उनके परिवार को इस मामले में बहुत कठिनाई झेलनी पड़ी। पवन मोदी ने कहा कि उन्हें बेंगलुरु से जौनपुर आने के लिए 40 बार तारीखों पर यात्रा करनी पड़ी। उनका कहना था कि इतनी तारीखों के कारण वह मानसिक दबाव में थे, लेकिन इस पर कभी ध्यान नहीं दिया गया। पवन मोदी ने यह भी कहा कि उनकी पत्नी ने अतुल पर कई आरोप लगाए थे, जो शायद आत्महत्या के कारण बने।
अतुल के भाई का बयान: न्याय की उम्मीद
अतुल के छोटे भाई विकास मोदी ने कहा कि वह देश में ऐसे कानून की मांग करते हैं, जो एक आदमी को न्याय दिलाने में मदद कर सके। विकास ने कहा, “अगर यह सब चलता रहा, तो लोग कैसे उम्मीद करेंगे कि उन्हें न्याय मिलेगा।” उन्होंने यह भी कहा कि अतुल ने अपनी आत्महत्या के नोट में ‘इंसाफ बाकी है’ लिखा था, और वे किसी भी हालत में न्याय चाहते हैं।
अतुल के खिलाफ केस: पत्नी और ससुराल वालों के खिलाफ शिकायत
अतुल की आत्महत्या के बाद पुलिस ने उसकी पत्नी निकिता सिंगानिया, सास निशा, ससुर अनुराग और चाचा सुशील के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है। पुलिस मामले की हर पहलू से जांच कर रही है। पुलिस ने जौनपुर में अतुल की पत्नी और ससुराल वालों से पूछताछ के लिए एक टीम भेजी है।
निकिता के चाचा का बयान: खुद को निर्दोष बताया
निकिता के चाचा सुशील कुमार ने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा कि उनका नाम एफआईआर में शामिल होने के बारे में उन्हें मीडिया से जानकारी मिली। उन्होंने कहा, “मैं निर्दोष हूं, मैं वहां नहीं था। मैंने इस आत्महत्या के बारे में मीडिया से सुना। केस तीन साल से कोर्ट में चल रहा है, और इस दौरान न तो हमसे और न ही हमारी फैमिली से उनका कोई संपर्क था। कोर्ट इसका फैसला करेगा।”
पवन मोदी का पारिवारिक इतिहास
पवन मोदी मूल रूप से छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के रहने वाले हैं। उनके माता-पिता की बचपन में ही मृत्यु हो गई थी। उनके कजिन निरंजन मोदी ने उन्हें पुसा रोड पर सहारा दिया और वे वहीं बस गए। पवन मोदी के दो बेटे हैं – अतुल और विकास। अतुल ने बेंगलुरु में सॉफ़्टवेयर इंजीनियर के रूप में काम करना शुरू किया था। विकास मोदी एक सीए हैं। अतुल ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गोल्डन पब्लिक स्कूल, वैनी से की थी, जहां के प्रधानाचार्य राकेश वर्मा के अनुसार वह हमेशा से ही एक मेधावी छात्र थे।
अलाहाबाद हाई कोर्ट की कार्रवाई: रिकॉर्ड मंगवाया गया
अतुल के वकील अवधेश तिवारी ने बताया कि अलाहाबाद हाई कोर्ट ने सभी मामलों का रिकॉर्ड मंगवाया है, जो अतुल के खिलाफ दायर किए गए थे। फिलहाल अतुल के खिलाफ रखरखाव, घरेलू हिंसा और दहेज उत्पीड़न से संबंधित मामले चल रहे हैं। इन मामलों के सभी रिकॉर्ड एकत्र करके हाई कोर्ट को भेजे जाएंगे। इस सप्ताह गुरुवार को दहेज उत्पीड़न के मामले में सुनवाई होगी, जो अतुल की पत्नी निकिता ने उसके खिलाफ दायर किया था।
निकिता के भाई का मीडिया से विवाद
जब मीडिया की टीम अतुल के ससुराल वालों के घर पहुंची, तो निकिता की सास ने कैमरे बंद करने के लिए कहा। इस दौरान निकिता के भाई ने मीडिया को धमकी देते हुए कहा कि “कुछ गलत हो सकता है।”
अतुल सुभाष की आत्महत्या के मामले में न्याय की मांग तेज हो गई है। परिवार के सदस्य और अन्य लोग चाहते हैं कि इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाए और दोषियों को दंडित किया जाए। अब देखना यह है कि इस मामले में कोर्ट का क्या निर्णय आता है।