Delhi news: केजरीवाल के ‘Sheeshmahal’ का पहला वीडियो आया सामने, अंदर से दिखी 7 स्टार जैसी लग्जरी
Delhi news: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास की पहली बार अंदर से तस्वीरें और वीडियो सामने आए हैं, जिसे लेकर अब राजनीतिक चर्चाएं तेज हो गई हैं। भाजपा ने इस वीडियो को सोशल मीडिया पर साझा किया और इसे ‘7 स्टार बंगला’ करार दिया। वीडियो में मुख्यमंत्री के आवास के अंदर की आलीशान सजावट और सुविधाओं को दिखाया गया है, जो कि सामान्य व्यक्ति के घर से बिल्कुल अलग और काफी लग्जरी है।
वीडियो से खुली केजरीवाल के घर की सच्चाई
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने इस वीडियो को अपने सोशल मीडिया हैंडल ‘X’ पर पोस्ट करते हुए कहा, “हमने हमेशा केजरीवाल के शीशमहल के बारे में सच बताया है, जो खुद को आम आदमी बताते हैं, आज हम इसे आपके सामने भी लाएंगे! उन्होंने आम जनता के पैसे खाकर खुद के लिए एक 7 स्टार रिजॉर्ट बना लिया है। जो लोग अपने बच्चों पर कसम खाकर सरकारी घर, कार और सुरक्षा लेने की बात करते हैं, वही दिल्ली के करदाताओं का पैसा लूट रहे हैं।”
खुद को आम आदमी कहने वाले @ArvindKejriwal की अय्याशी के शीशमहल की सच्चाई हम बताते आए हैं , आज आपको दिखायेंगे भी!
जनता के पैसे खाकर अपने लिए 7-Star Resort का निर्माण करवाया है!
शानदार Gym-Sauna Room-Jacuzzi की कीमत!
• Marble Granite Lighting→ ₹ 1.9 Cr.
•Installation-Civil… pic.twitter.com/QReaeNMRQ8— Virendraa Sachdeva (@Virend_Sachdeva) December 10, 2024
इस वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि केजरीवाल का घर बिल्कुल भी आम आदमी के घर जैसा नहीं है। यह एक 7 स्टार होटल की तरह नजर आता है, जिसमें हर तरह की आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। पहले ‘ऑपरेशन शीशमहल’ में बताया गया था कि केजरीवाल के नए ‘महल’ में आठ लाख रुपये कीमत के पर्दे, चार लाख रुपये कीमत के कमोड, और करोड़ों रुपये की संगमरमर की फ्लोरिंग की गई है। यह सब सरकारी आवास के नवीनीकरण के नाम पर खर्च किए गए 45 करोड़ रुपये से जुड़ा मामला है। अब पहली बार इस घर का वीडियो सामने आया है, जो सरकारी खर्चे पर हुए इस नवीनीकरण के बारे में और ज्यादा जानकारी देता है।
केजरीवाल का ‘साधारण’ आदमी से ‘विप’ बनने का सफर
बीजेपी अब केजरीवाल की ईमानदारी पर सवाल उठा रही है। पार्टी का कहना है कि केजरीवाल वही व्यक्ति हैं जिन्होंने पहले कहा था कि उन्हें चार-पाँच कमरे से ज्यादा का सरकारी आवास नहीं चाहिए। वह हमेशा वीआईपी संस्कृति के खिलाफ रहे थे। लेकिन ‘ऑपरेशन शीशमहल’ ने यह साबित कर दिया कि जब उन्होंने सत्ता हासिल की, तो वह भी दूसरों की तरह हो गए। और, इसमें वह कई मामलों में दूसरों से भी आगे निकल गए।
केजरीवाल के द्वारा की गई इस आलीशान नवीनीकरण की आलोचना इसलिए हो रही है क्योंकि उन्होंने खुद को हमेशा एक आम आदमी के रूप में पेश किया था और अपनी सादगी को अपनी पहचान बनाया था। लेकिन अब उनका यह महल उनके द्वारा पहले किए गए वादों से पूरी तरह विपरीत प्रतीत होता है। उनकी सरकार के तहत हुए खर्च और उनके व्यक्तिगत जीवनशैली को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) की आलोचना हो रही है।
‘ऑपरेशन शीशमहल’ का खुलासा
बीजेपी का आरोप है कि केजरीवाल ने अपनी नई सरकारी निवास को पूरी तरह से भव्य और शाही बना दिया, जबकि उन्होंने पहले कभी भी इसे लेकर ऐसा रवैया नहीं अपनाया था। एक ओर जहां आम आदमी पार्टी ने अपनी नीतियों में आम लोगों की भलाई की बात की थी, वहीं इस आलीशान घर में खर्चे की बारीकी से जांच करने पर यह साबित होता है कि केजरीवाल की सादगी की छवि अब काफी हद तक बदल चुकी है।
इस वीडियो में यह भी दिखाया गया कि घर के अंदर के सभी सामान उच्च गुणवत्ता के हैं। इसके साथ ही, पूरे परिसर में आधुनिकतम सजावट की गई है, जो किसी भी पांच सितारा होटल के कमरे से कम नहीं है। इस घर में बेहतरीन फर्नीचर, महंगे उपकरण, और एक आलीशान बाथरूम है। इस वीडियो ने दिल्ली के जनता से यह सवाल पूछा है कि क्या यह सब सरकारी पैसों से इस तरह की भव्यता उचित है?
‘आम आदमी’ का सपना और वास्तविकता
जब अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, तो उन्होंने खुद को एक आम आदमी के रूप में प्रस्तुत किया था। उनकी पार्टी ने हमेशा अपनी नीतियों में यह दावा किया था कि वह सरकारी खजाने का सही उपयोग करेंगे और किसी भी प्रकार की भव्यता या धन की बर्बादी से बचेंगे। लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया, उनका यह ‘आम आदमी’ का दावा अब धीरे-धीरे गायब होता गया।
इस वीडियो के सामने आने के बाद बीजेपी ने केजरीवाल के खिलाफ तीखे हमले किए हैं और उनकी सादगी को लेकर उठाए गए सवालों को और मजबूती दी है। बीजेपी का कहना है कि केजरीवाल ने खुद को ‘साधारण’ आदमी के रूप में पेश किया, जबकि असल में वह सत्ता में आते ही अपने लिए एक शाही जीवनशैली अपना रहे हैं।
केजरीवाल के रुख में बदलाव
केजरीवाल के इस बदलाव को लेकर राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि सत्ता का प्रभाव किसी भी नेता पर पड़ता है और यही कुछ केजरीवाल के साथ भी हुआ है। जिनके खिलाफ उन्होंने पहले अपनी चुनावी अभियान में भ्रष्टाचार और प्रशासनिक खर्चों पर जोर दिया था, वही अब खुद सत्ता में आने के बाद वह उसी मार्ग पर चलते नजर आ रहे हैं।
हालांकि, आम आदमी पार्टी के नेता और समर्थक इसे एक साजिश मानते हैं और उनका कहना है कि यह सब बीजेपी की राजनीति का हिस्सा है। वे यह भी दावा करते हैं कि दिल्ली के मुख्यमंत्री के घर का नवीनीकरण केवल पुराने भवन को सुधारने के लिए किया गया था और यह कोई भव्यता या शाही वास नहीं है।
अरविंद केजरीवाल के ‘शीशमहल’ का वीडियो सामने आने के बाद दिल्ली की राजनीति में हलचल मच गई है। यह वीडियो न केवल उनके व्यक्तिगत जीवनशैली को लेकर सवाल खड़े कर रहा है, बल्कि आम आदमी पार्टी की नीतियों और वादों पर भी गंभीर सवाल उठा रहा है। हालांकि, इस मामले पर दोनों पक्ष अपनी-अपनी स्थिति को सही ठहरा रहे हैं, लेकिन यह तय है कि यह वीडियो आने के बाद केजरीवाल और उनकी सरकार को एक नई चुनौती का सामना करना पड़ेगा।