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Agra crime: यूपी में आठ वर्षीय बच्चे की दर्दनाक हत्या, शव को बोरे में भरकर फेंका गया

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Agra crime: उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के पिनाहट  क्षेत्र में एक आठ वर्षीय बच्चे की दर्दनाक हत्या कर दी गई। यह घटना शुक्रवार शाम की है, जब बच्चा अपने घर के बाहर खेल रहा था और अचानक गायब हो गया। तीन दिन तक परिजनों और पुलिस ने उसे ढूंढा, लेकिन सोमवार सुबह बच्चे का शव बोरे में बंद मिला। बच्चे की गला रेतकर हत्या की गई थी और उसके माथे पर तिलक भी था, जिससे परिजनों और गांववालों का शक गहरा गया कि शायद यह बच्चा किसी काले जादू या मानव बलि का शिकार हुआ हो।

गायब हुआ बच्चा, परिजनों ने शुरू की खोजबीन

आगरा जिले के पिनाहट  क्षेत्र के मोहल्ला नयापुरा के निवासी किसान करण सिंह का आठ वर्षीय बेटा रौनक शुक्रवार शाम 5 बजे अपने घर के बाहर खेल रहा था। खेलते-खेलते वह अचानक गायब हो गया। रौनक के गायब होने के बाद, परिवार ने पुलिस में अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने रौनक की खोजबीन शुरू की और वह गांव के कुएं, नालों और गहनों तक तलाशने गए, लेकिन उनका कोई सुराग नहीं मिला। परिजनों और गांववालों के बीच चिंता की लहर दौड़ गई, क्योंकि रौनक का कुछ पता नहीं चल रहा था।

Agra crime: यूपी में आठ वर्षीय बच्चे की दर्दनाक हत्या, शव को बोरे में भरकर फेंका गया

तीन दिन बाद शव की बरामदगी

सोमवार सुबह करीब 6:30 बजे, रौनक के घर से दो घरों की दूरी पर रहने वाले दीनानाथ जब अपने घर से बाहर निकले, तो उन्होंने गली में एक बोरा पड़ा हुआ देखा। बोरे का मुंह खुला था और रौनक का चेहरा बाहर निकला हुआ था। शव देखकर दीनानाथ के होश उड़ गए। उन्होंने तुरंत यह जानकारी रौनक के परिजनों को दी। इसके बाद रौनक के परिवार वाले और गांववाले मौके पर पहुंच गए। बोरे में बंद शव को देखकर किसी को विश्वास नहीं हो रहा था कि यह वही मासूम रौनक है, जिसे उन्होंने तीन दिन पहले खेलते हुए देखा था।

गला रेतने के बाद शव को बोरे में डालकर फेंका गया

रौनक के शव का परीक्षण करने पर यह स्पष्ट हुआ कि उसकी गला रेतकर हत्या की गई थी। उसके गले पर तेज धार वाली किसी चाकू या धारदार वस्तु से कटने के निशान थे। रौनक के माथे पर एक तिलक भी था, जिससे यह कयास लगाए गए कि यह हत्या किसी काले जादू या मानव बलि से जुड़ी हो सकती है। इस शक को और बल मिला, क्योंकि बच्चा गायब होने के तीन दिन बाद, शव बोरे में बंद कर फेंका गया था।

विलेजर्स ने पुलिस को शव नहीं उठाने दिया

गांववाले जब मौके पर पहुंचे और शव देखा, तो उन्होंने पुलिस को शव उठाने से रोक दिया। उनका कहना था कि पहले जांच दल और डॉग स्क्वाड को बुलाया जाए। गांववालों का गुस्सा इस बात को लेकर था कि पुलिस ने इतनी लापरवाही क्यों दिखाई और जल्दबाजी में शव को क्यों उठाया जा रहा था। पुलिस की इस नाकामयाबी के कारण गांववाले भी गुस्से में थे और उन्होंने मामले में गहरी जांच की मांग की।

हत्या का शक और मानव बलि की संभावना

रौनक की हत्या के बाद, गांववालों और परिजनों के मन में यह सवाल उठ रहा था कि क्या इस हत्या का संबंध काले जादू या मानव बलि से था। रौनक के माथे पर तिलक और उसकी गला रेतकर हत्या की जानकारी से यह शक और भी मजबूत हो गया है। कुछ गांववालों का मानना था कि यह किसी अंधविश्वास या काले जादू का परिणाम हो सकता है। पुलिस ने इस दिशा में भी जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक कोई ठोस प्रमाण नहीं मिल सके हैं।

पुलिस की जांच और आरोपी की तलाश

डीसीपी ईस्ट अतुल शर्मा ने मामले पर जानकारी दी और बताया कि पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। आरोपियों की तलाश की जा रही है और जल्द ही उनकी गिरफ्तारी की उम्मीद है। पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम कराकर जरूरी कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।

पुलिस के अनुसार, हत्या के पीछे कोई व्यक्तिगत दुश्मनी या आपसी रंजिश हो सकती है, लेकिन काले जादू या मानव बलि का सवाल भी इस हत्या से जुड़ा हुआ है, जो जांच के दौरान सामने आएगा। गांववालों का कहना है कि रौनक के अपहरण के बाद, उसे कहीं छिपाकर रखा गया था और जब भी आरोपी को मौका मिला, उन्होंने शव को गली में फेंक दिया।

शव फेंकने के बाद की घटनाएं

गांववालों ने बताया कि जब वे सुबह 5 बजे गली में निकले थे, तो वहां कोई बोरा नहीं पड़ा था। लेकिन 6:30 बजे बोरा पाया गया, जिससे यह शक जताया गया कि बच्चे को कुछ समय तक किसी घर में बंद रखा गया था और फिर मौका मिलने पर आरोपी ने शव को बोरे में बंद करके फेंक दिया। इस घटना ने पूरे इलाके को दहला दिया है और लोग शंका कर रहे हैं कि कहीं इस अपराध में अंधविश्वास की कोई भूमिका तो नहीं है।

गांववाले गुस्से में, पुलिस से न्याय की मांग

गांववाले इस घटना से भड़क उठे हैं और उन्होंने पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि जब तक आरोपी पकड़े नहीं जाते, तब तक उन्हें चैन नहीं मिलेगा। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि आरोपी जल्दी पकड़े जाएंगे और इस जघन्य अपराध का पर्दाफाश होगा।

यह मामला न केवल एक निर्दोष बच्चे की बर्बर हत्या की तरफ इशारा करता है, बल्कि समाज में फैले अंधविश्वास और मानव बलि जैसी कुरीतियों की गंभीरता को भी उजागर करता है। पुलिस को चाहिए कि वह जल्द से जल्द आरोपियों का पता लगाए और उन्हें सख्त सजा दिलाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लग सके। इस घटना ने समाज को यह याद दिलाया है कि अंधविश्वास और काले जादू जैसी कुरीतियों से बचने की जरूरत है, और हमें अपने बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए हर संभव कदम उठाने होंगे।

Manoj kumar

Editor-in-chief

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