Crime news: नाबालिग का अश्लील वीडियो बनाकर किया ब्लैकमेल, परेशान होकर लड़की ने पी एसिड, जानें क्या हुआ आगे
Crime news: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले से एक बेहद शर्मनाक और दुखद घटना सामने आई है। यहां के सुनगढ़ी इलाके में एक नाबालिग लड़की को छेड़छाड़ और अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने का मामला सामने आया है। परेशान होकर नाबालिग ने एसिड पीकर आत्महत्या करने की कोशिश की। इस घटना के बाद पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में ले लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।
छेड़छाड़ के बाद बनाया अश्लील वीडियो और शुरू की ब्लैकमेलिंग
सीओ सिटी दीपक चतुर्वेदी ने शनिवार को मीडिया को जानकारी दी कि पुलिस को शिकायत मिली थी कि कुछ दिन पहले एक नाबालिग लड़की के साथ छेड़छाड़ की गई थी। इसके बाद उस घटना का अश्लील वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल किया जा रहा था। ब्लैकमेलिंग से तंग आकर लड़की ने घर में रखा एसिड (टॉयलेट क्लीनर) पी लिया।
घटना की जानकारी पुलिस को बहन ने दी
कोतवाली सुनगढ़ी पुलिस ने बताया कि पीड़िता की बड़ी बहन ने शनिवार को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में कहा गया कि 23 नवंबर को पीड़िता जब कहीं जा रही थी, तभी कपड़े की दुकान में काम करने वाले एक युवक ने उसे रास्ते में रोककर छेड़छाड़ और अभद्र हरकतें कीं। इसी दौरान आरोपी के साथी ने मोबाइल से घटना का वीडियो बना लिया। इसके बाद आरोपी ने वीडियो वायरल करने की धमकी देकर नाबालिग को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया।
हत्या की धमकी भी दी गई
शिकायत में कहा गया है कि आरोपी ने लड़की को जान से मारने की धमकी भी दी। इन सब बातों से डरकर और परेशान होकर नाबालिग ने शुक्रवार देर रात घर में रखा एसिड पी लिया। जब उसकी हालत बिगड़ी, तो परिवार ने उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया, जहां से उसे बरेली रेफर कर दिया गया।
दो आरोपी हिरासत में, एक दूसरे समुदाय से जुड़ा
पुलिस ने जानकारी दी कि इस मामले में दो आरोपियों को हिरासत में लिया गया है, जिनमें से एक आरोपी दूसरे समुदाय का है। पुलिस ने यह भी बताया कि पीड़िता की हालत फिलहाल खतरे से बाहर है और उसे बरेली के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
परिवार के साथ पुलिस की टीम अस्पताल में तैनात
घटना के बाद पुलिस ने पीड़िता और उसके परिवार की सुरक्षा के लिए अस्पताल में एक टीम तैनात कर दी है। पुलिस का कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए हर पहलू की गहनता से जांच की जा रही है। आरोपियों से पूछताछ जारी है, और जल्द ही उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा।
गांव में फैली सनसनी, लोग कर रहे न्याय की मांग
इस घटना के बाद पूरे गांव में सनसनी फैल गई है। स्थानीय लोग इस घटना से गुस्से में हैं और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। कई सामाजिक संगठन और ग्रामीण पुलिस प्रशासन से यह सुनिश्चित करने की अपील कर रहे हैं कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।
महिला सुरक्षा पर फिर खड़े हुए सवाल
इस घटना ने एक बार फिर महिलाओं और नाबालिग लड़कियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। लोग पूछ रहे हैं कि आखिर कब तक महिलाएं और लड़कियां असुरक्षित महसूस करती रहेंगी?
पुलिस प्रशासन की प्रतिक्रिया
इस मामले में पुलिस प्रशासन ने तेजी से कार्रवाई करते हुए आरोपियों को हिरासत में लिया है और पीड़िता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए हैं। पुलिस ने यह भी कहा कि जांच में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जाएगी।
मानसिक और शारीरिक यातना से गुजरी पीड़िता
पीड़िता के परिवार ने बताया कि वह पिछले कुछ दिनों से मानसिक और शारीरिक रूप से बहुत परेशान थी। आरोपी उसे लगातार धमका रहे थे, जिससे वह तनाव में आ गई और ऐसा कदम उठाने को मजबूर हो गई।
अधिकारियों का बयान
सीओ सिटी दीपक चतुर्वेदी ने कहा कि यह मामला बेहद गंभीर है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि पीड़िता की काउंसलिंग भी कराई जाएगी, ताकि वह मानसिक रूप से इस सदमे से उबर सके।
समाज को बदलने की जरूरत
इस घटना ने एक बार फिर समाज में फैली विकृत मानसिकता को उजागर किया है। यह समय है जब समाज को ऐसी घटनाओं के खिलाफ एकजुट होकर खड़ा होना चाहिए। महिलाओं और लड़कियों को सुरक्षित माहौल देने के लिए हर व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी।
पीलीभीत की यह घटना न केवल महिला सुरक्षा पर सवाल खड़े करती है, बल्कि समाज की मानसिकता पर भी गंभीर चिंतन की जरूरत को दर्शाती है। पुलिस की कार्रवाई और आरोपियों की गिरफ्तारी एक सकारात्मक कदम है, लेकिन ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए दीर्घकालिक समाधान की आवश्यकता है। पीड़िता की हालत फिलहाल खतरे से बाहर है, लेकिन उसे न्याय दिलाना और दोषियों को सजा देना प्रशासन की जिम्मेदारी है।