Roorkee: शादी समारोह में खुशी के माहौल में गोली चलाने से 9 वर्षीय बच्चे की मौत, परिवार में शोक का माहौल
Roorkee: शनिवार रात रुड़की के एक शादी समारोह में एक दिल दहला देने वाली घटना घटी, जब खुशियों के बीच किसी ने उत्सव के नाम पर गोली चलाई और वह गोली 9 वर्षीय बच्चे को लग गई। गोली लगने के कारण बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना के बाद शादी की खुशी शोक में बदल गई और परिवार में मातम का माहौल छा गया। पुलिस ने घटना की जानकारी मिलने पर शव का पंचनामा तैयार किया और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
शादी समारोह में खुशी के बीच हुआ हादसा
जानकारी के अनुसार, यह घटना रुड़की के खानपुर थाना क्षेत्र के लालचंदवाला गांव में घटी, जहां एक मुस्लिम परिवार में शादी की धूम मची हुई थी। देर रात किसी ने शादी की खुशी में हवा में गोली चला दी, जो अनजाने में 9 वर्षीय रायन को लगी। रायन, जो वसीम का बेटा था, जब गोली लगने के बाद गिरा, तो उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घटना के बाद मचा कोहराम
रायन की मौत ने पूरे परिवार को हिला कर रख दिया। जहां एक ओर शादी के मौके पर सभी खुश थे, वहीं अब इस दर्दनाक घटना के बाद उनके चेहरे पर शोक का सन्नाटा था। बच्चे की मौत के बाद पूरे गांव में मातम का माहौल बन गया और शादी की खुशी काफ़ी हद तक फीकी पड़ गई। रायन के माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्य इस त्रासदी से गहरे सदमे में हैं और उन्हें अपने छोटे बच्चे की अचानक हुई मौत को स्वीकार करना मुश्किल हो रहा है।
पुलिस ने शव का किया पंचनामा
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव का पंचनामा तैयार किया। खानपुर पुलिस स्टेशन के प्रभारी उपेन्द्र सिंह ने बताया कि बच्चे के शरीर पर गोली के निशान पाए गए हैं, और प्रथमिक तौर पर यह माना जा रहा है कि गोली लगने से उसकी मौत हुई। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लिया और पोस्टमॉर्टम के लिए रुड़की अस्पताल भेज दिया।
उपेंद्र सिंह ने कहा, “हम इस मामले की गहन जांच कर रहे हैं। शादी समारोह में खुशी के माहौल में यह घटना घटी, लेकिन अब हम यह सुनिश्चित करेंगे कि दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।”
उत्सव के दौरान गोली चलाने की परंपरा पर सवाल
यह घटना एक बार फिर से उस परंपरा को लेकर सवाल उठाती है, जहां कुछ लोग शादी या अन्य समारोहों के दौरान हवा में गोली चलाने को जरूरी समझते हैं। हालांकि यह परंपरा कई बार हादसों का कारण बन चुकी है, फिर भी लोग इसे उत्सव का हिस्सा मानते हैं। कई बार ऐसी घटनाएं जानलेवा साबित हो चुकी हैं, लेकिन फिर भी इस पर रोक नहीं लग पाई है।
न केवल यह घटना उस परिवार के लिए भारी दुख लेकर आई, बल्कि पूरे गांव में इस मुद्दे पर गंभीर चिंता भी जताई जा रही है। अब लोग यह सोचने पर मजबूर हैं कि क्या यह परंपरा इतनी खतरनाक हो सकती है कि एक मासूम की जान ले ले?
पुलिस ने शुरू की जांच, जिम्मेदार के खिलाफ होगी कार्रवाई
अब पुलिस इस मामले में जांच की प्रक्रिया शुरू कर चुकी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि उन्हें शादी समारोह में गोली चलाने वाले व्यक्ति के बारे में सूचना मिली है, लेकिन फिलहाल वह व्यक्ति फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है और उसे जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का प्रयास किया जाएगा। पुलिस ने यह भी कहा कि यदि किसी ने जानबूझकर गोली चलाई है, तो उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाएगा।
इसके अलावा, पुलिस अधिकारियों ने यह भी कहा कि वे शादी में गोली चलाने की परंपरा पर भी कड़ी नजर रखेंगे और ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई करेंगे। किसी भी प्रकार की जानबूझकर गोलीबारी की अनुमति नहीं दी जाएगी।
कानूनी कार्रवाई और जिम्मेदारी की बात
यह घटना उस समय घटी जब किसी ने कानून का उल्लंघन करते हुए बिना किसी जिम्मेदारी के गोली चलाई। ऐसा करने से न केवल एक मासूम की जान चली गई, बल्कि परिवार की खुशी भी सूनामी के रूप में तब्दील हो गई। समाज में इस तरह की घटनाओं के बार-बार होने से यह सवाल उठता है कि क्या हम अब भी ऐसी परंपराओं को बढ़ावा दे रहे हैं, जिनसे किसी की जान जा सकती है?
अब जबकि पुलिस मामले की जांच कर रही है, इस घटना के बाद यह उम्मीद जताई जा रही है कि ऐसे हादसों को रोकने के लिए समाज में जागरूकता बढ़ेगी और इस तरह की घटनाओं को गंभीरता से लिया जाएगा। खासकर शादी समारोहों में सुरक्षा के लिहाज से लोगों को चेतावनी दी जाएगी ताकि भविष्य में किसी और बच्चे की जान न जाए।
रुड़की के इस दुखद घटना ने न केवल एक परिवार को हिला कर रख दिया, बल्कि पूरे समाज में भी इस परंपरा के खतरों के बारे में गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब यह पुलिस और समाज दोनों के लिए यह सुनिश्चित करने का समय है कि इस तरह की घटनाओं को भविष्य में रोका जाए और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। इस घटना ने यह भी साबित किया कि ऐसे कार्यक्रमों में सुरक्षा को प्राथमिकता देना कितना जरूरी है ताकि किसी की खुशी ग़म में न बदल जाए।