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Uttarakhand: अगले साल की यात्रा के लिए तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश

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Uttarakhand: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अगले साल 2025 के चारधाम यात्रा की बेहतर व्यवस्था और प्रबंधन के लिए एक विशेष यात्रा प्राधिकरण के गठन की घोषणा की है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे आगामी चारधाम यात्रा की तैयारियों की प्रक्रिया को शीघ्र ही प्रारंभ करें और इसके लिए सभी संबंधित पक्षों के सुझावों और विचारों को ध्यान में रखते हुए आवश्यक कदम उठाएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष की चारधाम यात्रा के सफलतापूर्वक संपन्न होने के बाद, अगले साल की यात्रा को और अधिक सुव्यवस्थित और सुरक्षित बनाने के लिए तैयारियों का प्रारंभ अब से ही कर दिया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि यात्रा राज्य की आर्थ‍िक स्थिति के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, इसलिए इसे सुचारू रूप से संचालित करना राज्य सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए।

यात्रा प्राधिकरण का गठन और सभी पक्षों की राय

मुख्यमंत्री ने यात्रा प्राधिकरण के गठन की आवश्यकता पर बल दिया, ताकि यात्रा के आयोजन में और अधिक प्रणालीबद्धता लाई जा सके। उन्होंने कहा कि यात्रा की सफलता के लिए सभी संबंधित विभागों और हितधारकों की राय ली जानी चाहिए। इन हितधारकों में स्थानीय प्रशासन, तीर्थपुरोहित, पर्यटन विभाग, पुलिस, स्वास्थ्य विभाग और अन्य संबंधित एजेंसियों के प्रतिनिधि शामिल होंगे।

Uttarakhand: अगले साल की यात्रा के लिए तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश

धामी ने यह भी निर्देश दिया कि यात्रा के दौरान पर्यटकों की सुरक्षा, सुविधा और बेहतर मार्गदर्शन सुनिश्चित किया जाए, ताकि कोई भी यात्री असुविधा का सामना न करे। इसके लिए अधिकारियों को समन्वय स्थापित कर, बेहतर तरीके से काम करने की आवश्यकता है। यात्रा प्राधिकरण का उद्देश्य यात्रा के सभी पहलुओं को सुव्यवस्थित तरीके से नियंत्रित करना होगा, ताकि तीर्थयात्रियों को कोई कठिनाई न हो।

पर्यटन विभाग की वेबसाइट का सुधार

मुख्यमंत्री ने पर्यटन विभाग की वेबसाइट के सुधार की आवश्यकता जताई। उन्होंने कहा कि वेबसाइट को इस तरह से बेहतर किया जाए कि उसमें यात्रा से संबंधित सभी जानकारी जैसे पंजीकरण, यात्रा मार्ग, स्वास्थ्य सुविधाएं, होटल और गेस्ट हाउस की जानकारी, यात्री के लिए मार्गदर्शन आदि उपलब्ध हो। इससे बाहर से आने वाले पर्यटकों को यात्रा के बारे में सभी महत्वपूर्ण जानकारी एक जगह पर मिल सकेगी, जो उनके लिए बेहद सहायक होगी।

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि वेबसाइट को और अधिक यूजर फ्रेंडली बनाया जाए, ताकि यात्रियों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। ऑनलाइन पंजीकरण और अन्य आवश्यक जानकारी का सरलता से मिलना यात्रा को और भी अधिक सुविधाजनक बनाएगा।

आपदा काल में क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत पर जोर

उत्तराखंड में हर साल प्राकृतिक आपदाओं का सामना करना पड़ता है, जिनसे राज्य की सड़कों को भी नुकसान पहुंचता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्य सड़कों के साथ-साथ आंतरिक मार्गों की मरम्मत भी प्राथमिकता के आधार पर की जानी चाहिए। विशेषकर उन मार्गों की मरम्मत की जानी चाहिए, जो यात्रा के दौरान पर्यटकों के लिए महत्वपूर्ण हैं और जिनका नियमित उपयोग किया जाता है।

उन्होंने अधिकारियों को यह निर्देश दिया कि सड़कों की मरम्मत का काम मानसून से पहले पूरी तरह से पूरा कर लिया जाए, ताकि यात्रा के दौरान किसी प्रकार की समस्या न हो। इसके साथ ही, यातायात की व्यवस्था और मार्गों की सुरक्षा पर भी ध्यान दिया जाए, ताकि यात्री किसी भी प्रकार के संकट से बच सकें।

राष्ट्रीय खेलों के आयोजन पर ध्यान

मुख्यमंत्री ने राज्य में आगामी राष्ट्रीय खेलों के आयोजन को लेकर भी चर्चा की। उन्होंने इसे राज्य के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर बताते हुए, इसके सफल आयोजन के लिए अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपने की बात कही। सचिव स्तर के अधिकारियों को खेलों की तैयारी का जिम्मा सौंपते हुए, उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि प्रत्येक सप्ताह मुख्य सचिव की अध्यक्षता में समीक्षा बैठकें आयोजित की जाएं, ताकि खेलों की तैयारी में कोई भी कमी न हो और सब कुछ समय पर पूरा किया जा सके।

यह आयोजन न केवल उत्तराखंड के लिए एक प्रतिष्ठा का विषय है, बल्कि राज्य के पर्यटन, आर्थिक और सामाजिक क्षेत्र में भी सकारात्मक प्रभाव डालने की संभावना रखता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि खेलों के आयोजन से राज्य में खेलों के प्रति उत्साह और समर्पण को भी बढ़ावा मिलेगा।

मुख्यमंत्री के निर्देशों का उद्देश्य

मुख्यमंत्री ने यात्रा की तैयारियों को लेकर जो दिशा-निर्देश दिए हैं, उनका मुख्य उद्देश्य तीर्थयात्रियों के लिए एक सुरक्षित और आरामदायक यात्रा सुनिश्चित करना है। राज्य सरकार का लक्ष्य है कि यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की असुविधा न हो और सभी यात्री सुविधाजनक तरीके से यात्रा कर सकें।

यात्रा प्राधिकरण के गठन और अन्य सुधारों के माध्यम से मुख्यमंत्री धामी ने यह सुनिश्चित करने की कोशिश की है कि यात्रा का प्रबंधन और संचालन पूरी तरह से व्यवस्थित तरीके से हो। इसके लिए सभी संबंधित पक्षों की राय लेकर एक समन्वित और योजनाबद्ध तरीके से काम किया जाएगा।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यात्रा की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए जो कदम उठाए हैं, वे राज्य के पर्यटन और आर्थ‍िक विकास के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। चारधाम यात्रा का राज्य की अर्थव्यवस्था में बड़ा योगदान है, और मुख्यमंत्री ने इसके आयोजन को और भी सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने के लिए कई ठोस उपाय सुझाए हैं। इन पहलों से न केवल तीर्थयात्रियों को लाभ होगा, बल्कि राज्य में पर्यटन क्षेत्र का विकास भी होगा।

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