Uttarakhand में घर में चल रही थी अवैध मस्जिद, खुलासा होते ही हंगामा; नाराज लोगों ने किया विरोध प्रदर्शन
Uttarakhand : उत्तराखंड के बेरीनाग क्षेत्र में एक घर में मस्जिद का संचालन किए जाने की खबर से हंगामा मच गया। राष्ट्रीय सेवा संघ (RSS) के नेतृत्व में लोगों ने इस अवैध मस्जिद को हटाने की मांग की और गणेश चौक पर धरना देकर प्रदर्शन किया। संघ ने चेतावनी दी कि अगर प्रशासन ने इस अवैध मस्जिद को नहीं हटाया, तो वे खुद इसे हटाने के लिए कदम उठाएंगे। प्रशासन द्वारा घर के मालिक को नोटिस जारी करने के आश्वासन पर प्रदर्शनकारियों ने आंदोलन समाप्त किया।
पुलिस की सतर्कता से नहीं हुआ कोई अप्रिय घटना
पुलिस और प्रशासन की सतर्कता और निषेधाज्ञा लागू होने के चलते बेरीनाग क्षेत्र में कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। इसके बावजूद, इलाके में गुस्सा और तनाव बना रहा और आंशिक रूप से बाज़ार भी बंद रहे। राष्ट्रीय सेवा संघ ने शनिवार को इस अवैध मस्जिद के खिलाफ धरने की चेतावनी दी थी, जिसे देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। शुक्रवार शाम से ही जिले के सभी पुलिस थानों से पुलिस बल तैनात कर दिया गया और एक फ्लैग मार्च निकाला गया।
राष्ट्रीय सेवा संघ का प्रदर्शन और जुलूस
राष्ट्रीय सेवा संघ के कार्यकर्ता संघ के अध्यक्ष हिमांशु जोशी के नेतृत्व में सड़क पर उतरे। बेरीनाग के आस-पास के गाँवों से भी बड़ी संख्या में लोग इस प्रदर्शन में शामिल होने आए। गणेश चौक पर विरोध प्रदर्शन के बाद जुलूस तहसील कार्यालय पहुँचा जहाँ प्रदर्शन जारी रखा गया। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने GIC मैदान में एक सभा का आयोजन किया।
सभा में वक्ताओं ने इस संघर्ष को अपनी अस्तित्व की लड़ाई बताया और कहा कि देवभूमि में किसी भी प्रकार की अनुचित गतिविधियाँ बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। संघ अध्यक्ष हिमांशु जोशी ने कहा कि देवभूमि की पवित्रता को बनाए रखना जनता की पहली जिम्मेदारी है, और इसके बाद प्रशासन और सरकार का कार्य है कि वे इस पर ध्यान दें।
प्रशासन पर अनदेखी का आरोप
संघ ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि उनकी मांगों की लगातार अनदेखी की जा रही है। संघ ने कई बार अवैध मस्जिद को हटाने की मांग की है, लेकिन प्रशासन ने इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया। इस अनदेखी के चलते राज्य स्थापना दिवस के दिन संघ ने धरने का आयोजन किया। प्रदर्शन में शामिल वक्ताओं ने घर में चल रही मस्जिद को तुरंत सील करने की मांग की। इस जुलूस में विनोद शुक्ला, महंत विजयगिरी, भूपेंद्र पाठक, दिनेश पंत, महेश बिष्ट, विजय, और अमित गोस्वामी जैसे कई लोग उपस्थित थे।
प्रशासन का आश्वासन और विरोध का समापन
प्रदर्शन के दौरान एसडीएम गंगोलीहाट यशवीर सिंह, तहसीलदार राजेंद्र सिंह, नायब तहसीलदार चंद्रपाल सिंह, SHO बेरीनाग महेश जोशी समेत सभी पुलिस थानों के प्रभारी और पुलिस कर्मी भी मौके पर तैनात थे। प्रशासन की ओर से एसडीएम बेरीनाग श्रेया गोंसोला ने प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि घर के मालिक को नोटिस जारी किया जाएगा और आगे की कार्रवाई भी की जाएगी। इस आश्वासन पर प्रदर्शनकारियों ने विरोध समाप्त किया।
अवैध मस्जिद हटाने की मांग से स्थानीय तनाव बढ़ा
इस घटना के बाद से बेरीनाग में स्थानीय स्तर पर तनाव का माहौल बना हुआ है। प्रशासन ने स्थानीय नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील की है और सभी पक्षों से आग्रह किया है कि वे कानून व्यवस्था का पालन करें। पुलिस और प्रशासन की सतर्कता से फिलहाल किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है, लेकिन क्षेत्र में विवाद का असर महसूस किया जा सकता है।
संघ के समर्थन में जुट रहे लोग
इस मामले में राष्ट्रीय सेवा संघ को ग्रामीणों का भरपूर समर्थन मिल रहा है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि देवभूमि की संस्कृति और पवित्रता का सम्मान होना चाहिए और किसी भी प्रकार की अनुचित गतिविधि को रोका जाना चाहिए। वहीं, कुछ लोग इसे धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन मान रहे हैं।
आने वाले समय में क्या होगा?
प्रशासन की ओर से नोटिस जारी होने के बाद यह देखना होगा कि क्या वास्तव में अवैध मस्जिद को हटाने की कार्रवाई होती है या नहीं। फिलहाल प्रशासन ने स्थिति पर नियंत्रण बनाए रखा है, लेकिन यह मुद्दा इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है और इसके राजनीतिक और सामाजिक प्रभाव भी देखे जा सकते हैं।