Uttarakhand Foundation Day: रजत जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री धामी ने शहीद आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित की
Uttarakhand Foundation Day: उत्तराखंड स्थापना दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कचहरी स्थित शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित कर उत्तराखंड राज्य आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उत्तराखंड राज्य ने आज रजत जयंती के रूप में 25 वर्षों का सफर पूरा कर लिया है। मुख्यमंत्री ने राज्य के गठन के लिए संघर्ष करने वाले आंदोलनकारियों की आत्मा को नमन किया और उनकी कुर्बानियों को याद करते हुए राज्य सरकार द्वारा उनके सपनों को साकार करने के लिए निरंतर कार्य किए जाने का वचन दिया।
उत्तराखंड के स्वर्णिम भविष्य के लिए ठोस कदम
मुख्यमंत्री धामी ने इस अवसर पर कहा कि उत्तराखंड राज्य का गठन हमारे राज्य के आंदोलनकारियों की कठिन संघर्षों का परिणाम है। राज्य आंदोलनकारियों ने इस राज्य के लिए अपनी जान की आहुति दी और उनके संघर्ष के कारण ही हमें उत्तराखंड जैसा स्वतंत्र राज्य मिला। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भी याद किया, जिनके नेतृत्व में राज्य गठन की प्रक्रिया को पूरा किया गया था।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार उत्तराखंड को विकास के मार्ग पर अग्रसर करने के लिए तेजी से काम कर रही है। उन्होंने भरोसा जताया कि इस दशक को उत्तराखंड के लिए सुनहरा दशक बनाने के लिए राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है।
राज्य आंदोलनकारियों की याद में राज्य सरकार का काम
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार राज्य के विकास के लिए प्रत्येक क्षेत्र में निरंतर काम कर रही है और सभी विभागों के समन्वय से राज्य की प्रगति के लिए नीति बनाई जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार के प्रयासों से जल्द ही उत्तराखंड राज्य की रजत जयंती के बाद राज्य को एक नई दिशा मिलेगी, जिसमें बेहतर बुनियादी ढांचे, विकासशील गांवों, और समृद्ध समुदाय की तस्वीर पेश की जाएगी।
समारोह में शामिल हुए गणमान्य व्यक्ति
उत्तराखंड स्थापना दिवस के इस खास अवसर पर, देहरादून में पुलिस लाइन में एक भव्य परेड का आयोजन किया गया। इस परेड में उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत्त) ने सलामी ली। इसके अलावा, भारतीय सेना के प्रमुख जनरल अनिल चौहान भी इस अवसर पर मौजूद रहे। परेड के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाली हस्तियों को ‘उत्तराखंड गौरव सम्मान’ से सम्मानित किया गया।
मुख्यमंत्री के विशेष एलान
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अवसर पर कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं, जो राज्य के विकास में मील का पत्थर साबित हो सकती हैं। मुख्यमंत्री ने राज्य में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए एक विशेष नीति बनाने की बात कही। इसके अलावा, उन्होंने घाटी के पुलों के निर्माण की भी घोषणा की और साथ ही महिलाओं के लिए एक अलग नीति बनाने की बात कही, ताकि उनके अधिकार और कल्याण सुनिश्चित किया जा सके।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि जिन गांवों की जनसंख्या 50 हजार से अधिक होगी, उन्हें सड़क मार्ग से जोड़ा जाएगा, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में आवागमन में सुविधा हो सके। साथ ही, युवाओं के लिए भी एक विशेष नीति बनाई जाएगी, ताकि उन्हें रोजगार और शिक्षा के क्षेत्र में और अवसर मिल सकें।
गुणवत्ता वाली सड़कों के लिए सख्त कदम
मुख्यमंत्री धामी ने सड़क निर्माण में गुणवत्ता को लेकर भी कड़ा संदेश दिया। उन्होंने कहा कि ठेकेदारों और इंजीनियरों की जिम्मेदारी तय करने के लिए एक विशेष प्रक्रिया अपनाई जाएगी, ताकि सड़कों की गुणवत्ता पर कोई समझौता न हो। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि मातृ और शिशु कल्याण के लिए विशेष प्रोत्साहन योजनाएं बनाई जाएंगी, जिससे राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाया जा सके।
नौकरी और प्रवासी उत्तराखंडी समुदाय के लिए योजनाएं
मुख्यमंत्री धामी ने प्रवासी उत्तराखंडियों के लिए एक और महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने कहा कि हर साल जनवरी माह में ‘अंतरराष्ट्रीय उत्तराखंडी प्रवासी दिवस’ का आयोजन किया जाएगा, जिसमें राज्य से बाहर रहने वाले उत्तराखंडी लोगों को सम्मानित किया जाएगा और उनके योगदान को सराहा जाएगा। यह पहल राज्य के बाहरी क्षेत्रों में रहने वाले उत्तराखंडियों को जोड़ने और राज्य के विकास में उनकी भूमिका को सशक्त बनाने के लिए की जा रही है।
मुख्यमंत्री का संदेश और उत्तराखंड की दिशा
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर राज्य की जनता से अपील की कि वे राज्य के विकास में भागीदार बनें और मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में राज्य को प्रगति के रास्ते पर ले जाने के लिए सहयोग करें। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार के पास उत्तराखंड के विकास के लिए एक स्पष्ट दृष्टिकोण है और इसमें हर नागरिक का योगदान महत्वपूर्ण है।
उत्तराखंड स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की घोषणाएं राज्य के विकास के लिए अहम साबित हो सकती हैं। राज्य सरकार की नीतियां, जैसे सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम, महिलाओं और युवाओं के लिए योजनाएं, और राज्य के सभी गांवों को सड़क मार्ग से जोड़ने का प्रस्ताव, राज्य के हर क्षेत्र को प्रगति की दिशा में आगे बढ़ाएंगे। इसके अलावा, प्रवासी उत्तराखंडियों के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस की शुरुआत भी राज्य को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने में सहायक होगी। उत्तराखंड के रजत जयंती के इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा उठाए गए कदम, राज्य के उज्जवल भविष्य की ओर एक सकारात्मक दिशा दिखाते हैं।