US Presidential Election: ट्रंप ने कहा, ‘सहयोगियों ने हमारा दुश्मनों से ज्यादा फायदा उठाया’
US Presidential Election: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की हलचल बढ़ती जा रही है। इसी बीच, पूर्व राष्ट्रपति और रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने एक बड़ा बयान दिया है। ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका के मित्रों ने उसे दुश्मनों की तुलना में अधिक फायदा उठाया है। शिकागो के ‘इकनॉमिक क्लब’ में एक प्रश्न के उत्तर में ट्रंप ने कहा, “हमारे मित्रों ने हमसे दुश्मनों से अधिक फायदा उठाया है। हमारा मित्र यूरोपीय संघ (EU) है। हमारे व्यापार में EU के साथ 300 मिलियन अमेरिकी डॉलर का घाटा है।” उन्होंने कहा, “हमारे पास बहुत खराब व्यापार समझौते हैं। मैं पूछता हूँ कि ये सब करने वाले लोग कौन हैं? वे या तो बहुत बेवकूफ हैं या पैसे ले रहे हैं।”
कारखाने बंद होंगे
ट्रंप ने कहा, “मैंने चीन पर 27.5 प्रतिशत कर लगाया। नहीं तो, हमें चीनी कारों की बाढ़ का सामना करना पड़ेगा। हमारे सभी कारखाने बंद हो जाएंगे। हमारे पास ऑटो उद्योग में बिल्कुल भी नौकरियां नहीं बचेंगी। यह बिजली पर भी लागू होता है, जो बेहद खतरनाक है, जिसका मैंने उल्लेख किया है। मैंने दक्षिण कोरिया पर कर लगाया क्योंकि वे ट्रक भेज रहे थे। मैंने उन्हें काफी हद तक कर लगाया।”
ट्रंप ने आगे कहा, “क्या आप जानते हैं कि हमारी कार कंपनियां लगभग सभी अपने पैसे छोटे ट्रकों और SUVs से कमाती हैं? अगर मैं इन करों को हटा दूं, तो आप बर्बाद हो जाएंगे। हर कार कंपनी बंद हो जाएगी।”
भारत के बारे में ट्रंप का क्या कहना था?
रूस के बारे में सवालों के जवाब में, ट्रंप ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ अपने रिश्ते की रक्षा की। कर के मुद्दे पर, उन्होंने दोहराया कि भारत एक कठिन देश है। ट्रंप ने कहा, “भारत बहुत कठिन देश है। यह केवल चीन के बारे में नहीं है। मैं कहूंगा कि चीन शायद सबसे कठिन है। आप जानते हैं कि सबसे कठिन क्या है? यूरोपीय संघ, हमारे खूबसूरत यूरोपीय देश, जो अद्भुत हैं। अगर आप उन्हें मिलाते हैं, तो वे लगभग हमारे आकार के होते हैं। वे हमें बहुत बुरा मानते हैं। हमारा हमेशा घाटा होता है।”
ट्रंप का वैश्विक व्यापार पर दृष्टिकोण
ट्रंप का यह बयान अमेरिका के व्यापार नीतियों के संदर्भ में महत्वपूर्ण है। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिकी व्यापारियों को अमेरिका के हितों की रक्षा के लिए सख्त कदम उठाने चाहिए। ट्रंप का मानना है कि अमेरिका को अपने व्यापार समझौतों में सुधार करने की आवश्यकता है ताकि देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल सके।
उन्होंने कहा, “जब हम व्यापार करते हैं, तो हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हम लाभ प्राप्त कर रहे हैं। अन्यथा, हम कमजोर होते जा रहे हैं।”
अमेरिका की मौजूदा स्थिति
अमेरिका की मौजूदा स्थिति को देखते हुए, ट्रंप का बयान यह दर्शाता है कि वे अमेरिका के व्यापार घाटे को लेकर कितने चिंतित हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यदि अमेरिका के मित्र देशों ने अपने व्यापार संबंधों को अधिक न्यायपूर्ण नहीं बनाया, तो अमेरिका को अपने व्यापारिक नीतियों में बदलाव करने पर मजबूर होना पड़ेगा।
चुनावी प्रभाव
ट्रंप के इस बयान का प्रभाव आगामी राष्ट्रपति चुनाव पर भी पड़ सकता है। यह स्पष्ट है कि वे अपनी चुनावी रणनीति में अमेरिका के व्यापारिक हितों को प्रमुखता देने का प्रयास कर रहे हैं। उनके बयान से यह स्पष्ट होता है कि वे अमेरिका को एक मजबूत और स्वतंत्र व्यापारिक राष्ट्र के रूप में देखना चाहते हैं।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अमेरिका को अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा करने की आवश्यकता है और इस दिशा में आवश्यक कदम उठाने चाहिए।