Uttarakhand में 38वें राष्ट्रीय खेलों की तैयारी, अंतिम समय सीमा 20 अक्टूबर
Uttarakhand: 38वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन उत्तराखंड में होने जा रहा है, और इसके लिए सभी तैयारियों को 20 अक्टूबर तक पूरा करने की अंतिम तिथि निर्धारित की गई है। इस विशेष अवसर को सफलतापूर्वक आयोजित करने के लिए राज्य भर में आवश्यक सभी कार्य तेजी से किए जा रहे हैं। रविवार को विशेष मुख्य सचिव अमित सिन्हा ने महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज में अंतरराष्ट्रीय स्तर की शूटिंग रेंज के शेष कार्य को समय सीमा के भीतर पूरा करने का निर्देश दिया।
तैयारी की गति
खेलों की तैयारी की प्रगति पर हर घंटे रिपोर्ट ली जा रही है। महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज में यह शूटिंग रेंज पहले ही तैयार हो जानी थी, लेकिन मई-जून में लोकसभा चुनावों के लिए कार्यालय खुलने और अन्य कारणों से इसमें देरी हुई। अब, राष्ट्रीय खेलों की तारीख तय हो जाने के बाद, कॉलेज में तैयारी अंतिम चरण में है।
खेल निदेशालय का दावा है कि राज्य भर में खेलों के आयोजन की तैयारियाँ लगभग पूरी हो चुकी हैं। भारतीय ओलंपिक संघ द्वारा कार्यक्रम की तारीख की घोषणा के बाद, सभी तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए युद्धस्तर पर काम किया जा रहा है। वर्तमान में खेल स्टेडियम, मैदान, जल खेल आदि से संबंधित संसाधनों की उपलब्धता पर काम चल रहा है।
खेल सचिवालय का संचालन
खेलों के आयोजन के लिए, राष्ट्रीय खेल सचिवालय को अस्थायी रूप से राजीव गांधी क्रिकेट स्टेडियम में संचालित किया जा रहा है। खेल अधिकारियों की टीम दो शिफ्टों में सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक काम कर रही है। विशेष मुख्य सचिव स्वयं सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक की शिफ्ट में उपस्थित रहते हैं।
खेलों की तैयारियों की निरंतर निगरानी की जा रही है। महाराणा प्रताप कॉलेज की अंतरराष्ट्रीय शूटिंग रेंज अगले आठ दिनों में तैयार हो जाएगी। इसके बाद, यहाँ अभ्यास शुरू होगा, जो प्रतियोगियों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
तैयारी की विशेषताएँ
खेलों की तैयारी में शामिल विभिन्न विशेषताओं की चर्चा की जाए तो, विभिन्न खेलों के लिए अलग-अलग स्थानों की पहचान की गई है। जैसे कि एथलेटिक्स, बास्केटबॉल, तैराकी, हॉकी, और अन्य खेलों के लिए विशेष स्टेडियम बनाए जा रहे हैं। इसके साथ ही, खिलाड़ियों के लिए आवास और भोजन की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जा रही है।
खेलों के आयोजन के लिए कई जगहों को चयनित किया गया है, जहाँ विभिन्न खेलों की प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाएँगी। इन स्थलों को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार तैयार किया जा रहा है ताकि खिलाड़ियों को किसी भी प्रकार की कठिनाई न हो।
जल खेलों की तैयारी
जल खेलों के लिए भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इस क्षेत्र में आवश्यक सुविधाओं को समय पर पूरा करने के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। जल खेलों का आयोजन स्थानीय जलाशयों और नदियों में किया जाएगा, जिसमें तैराकी और अन्य जल आधारित गतिविधियाँ शामिल होंगी।
सुरक्षा और व्यवस्थाएँ
खेलों के आयोजन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था भी एक महत्वपूर्ण पहलू है। राज्य सरकार ने सुरक्षा बलों को खेलों के आयोजन के लिए तैनात किया है। इसके अलावा, दर्शकों की सुरक्षा और व्यवस्था के लिए विशेष उपाय किए जा रहे हैं। सभी स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे ताकि किसी भी प्रकार की आपात स्थिति का सामना किया जा सके।
सामाजिक और आर्थिक लाभ
राष्ट्रीय खेलों का आयोजन न केवल खेलों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह राज्य के लिए सामाजिक और आर्थिक लाभ भी लाएगा। इससे स्थानीय व्यवसायों को बढ़ावा मिलेगा और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। खेलों के आयोजन से स्थानीय युवा खिलाड़ियों को अपने कौशल दिखाने का एक बड़ा अवसर मिलेगा, जो उन्हें भविष्य में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए प्रेरित करेगा।