Uttarakhand: पुलिस ने कॉलोनियों में छापेमारी की, 19 मकान मालिकों के काटे चालान
Uttarakhand: हाल ही में, पुलिस ने SSP के निर्देश पर गांव शांतर्ष शाह, शिव विहार कॉलोनी खेरी और आस-पास की कॉलोनियों में एक जांच अभियान चलाया। इस अभियान के दौरान, पुलिस ने उन घर मालिकों के खिलाफ कार्रवाई की, जिन्होंने बिना किसी सत्यापन के बाहरी लोगों को किराए पर रखा था। इस कार्रवाई के तहत 19 चालान जारी किए गए, जिसमें से 14 चालान प्रत्येक के लिए ₹10,000 के थे।
जांच अभियान का उद्देश्य
पुलिस की इस कार्रवाई का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र में अपराधों को कम करना और संदिग्ध लोगों की पहचान करना है। पुलिस उप-निरीक्षक विजयपाल ने बताया कि शिव विहार कॉलोनी खेरी और आसपास की कॉलोनियों में बाहरी लोगों के रहने की सूचना मिलने पर कार्रवाई की गई। उन्होंने कहा कि यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि पुलिस संदिग्ध लोगों की पहचान कर सके और किसी भी आपराधिक गतिविधि को रोक सके।
घर मालिकों की जिम्मेदारी
पुलिस ने चेतावनी दी है कि घर मालिकों को अपने किरायेदारों का सत्यापन करना अनिवार्य है। यदि कोई व्यक्ति किसी भी घर में बिना सत्यापन के पाया जाता है, तो उस घर के मालिक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह सुनिश्चित करना कि उनके किरायेदार सही हैं, न केवल पुलिस के लिए, बल्कि स्वयं घर मालिकों के लिए भी आवश्यक है।
कर्मचारी सत्यापन का महत्व
बहादराबाद पुलिस स्टेशन के अनुसार, कई कंपनियों में काम करने वाले कर्मचारियों का सत्यापन अत्यंत महत्वपूर्ण है। पुलिस ने अब तक 100 से अधिक कर्मचारियों का सत्यापन किया है। यह कदम न केवल क्षेत्र में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए है, बल्कि संभावित खतरों की पहचान करने के लिए भी है।
अभियान का निरंतरता
पुलिस उप-निरीक्षक विजयपाल ने कहा कि यह अभियान लगातार जारी रहेगा। इस प्रकार के सत्यापन अभियान से क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ेगी और अपराधों को कम करने में मदद मिलेगी। पुलिस ने इस कार्रवाई के दौरान कई अन्य पुलिसकर्मियों को भी शामिल किया था, जिनमें उप-निरीक्षक कल्पना शर्मा, राकेश कुमार, करम सिंह चौहान, नितुल यादव, वीरेंद्र सिंह चौहान और रणजीत सिंह शामिल थे।
लोगों में फैली दहशत
इस अभियान के दौरान, जब पुलिस ने कॉलोनियों में अचानक छापेमारी की, तो स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई। लोग समझ नहीं पा रहे थे कि अचानक पुलिस क्यों आई है और यह अभियान किस लिए चलाया जा रहा है। कई घर मालिकों ने पहले ही चेतावनी दी थी कि अगर कोई बाहरी व्यक्ति उनके घर में पाया गया, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जनता की प्रतिक्रिया
कुछ लोगों ने इस कदम का स्वागत किया है, जबकि अन्य इसे उनकी स्वतंत्रता पर अंकुश मानते हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि उन्हें अपने अधिकारों के बारे में जागरूक होना चाहिए और बिना सत्यापन के किसी भी व्यक्ति को अपने घर में नहीं रखना चाहिए।