Haridwar: एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र सिंह डोबाल की अध्यक्षता में सैनिक सम्मेलन व क्राइम मीटिंग आयोजित
हरिद्वार। आज एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल की अध्यक्षता में पुलिस कार्यालय रोशनाबाद स्थित सभागार में सैनिक सम्मेलन आयोजित किया गया। जनपद के विभिन्न थानों से अपनी समस्या लेकर सम्मेलन में पहुंचे कर्मचारियों की परेशानियों का निस्तारण हेतु सम्बन्धित को निर्देशित करने के पश्चात एसएसपी द्वारा जनपद में घटित अपराधों के खुलासे में अहम योगदान देने पर 22 जवानों को सम्मानित करते हुए उनकी पीठ थपथपाई।
इस दौरान एसएसपी डोबाल द्वारा अपराध के अन्वेषण एवं उनके खुलासे में हर जवान के किरदार को महत्वपूर्ण बताते हुए नई सोच और सेवाकाल के अनुभव, दोनों को ही महत्वपूर्ण बताया।
अपराध गोष्ठी का आयोजन
रुड़कीl एसएसपी डोबाल द्वारा जनपद के सभी पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में माह अगस्त की अपराध गोष्ठी की औपचारिक शुरुआत की गई।सर्वप्रथम एसएसपी द्वारा बालाजी ज्वैलर्स डकैती प्रकरण में लगी पुलिस टीम द्वारा यूनिटी परफॉर्मैंस देते हुए अब तक किए गए खुलासे, गिरफ्तारी एवं रिकवरी पर टीम की हौसलाफजाई करते हुए कहा गया कि प्रकरण में अभी मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी, शेष माल बरामदगी सहित कई टॉस्क बचे हुए हैं जिन्हे हमें टीम के रूप में काम करते हुए जल्द से जल्द पूरा करना है। पुलिस मुख्यालय स्तर से चलाए जा रहे अभियानों में प्रगति सहित जनपद में घटित विभिन्न अपराधों के तीन वर्षीय आंकड़ों का मुल्यांकन करने के पश्चात एसएसपी हरिद्वार द्वारा जनपद पुलिस के समक्ष पेश आयी चुनौतियों की समीक्षा करते हुए किसी भी अपराध के घटित होने की सूचना पर रिस्पांस टाइम को और अधिक बेहतर बनाने के निर्देश दिए उन्होंने समस्त क्षेत्राधिकारियों को कहा कि चोरी/लूट जैसे गंभीर प्रकरणों की खुद समीक्षा कर रिकवरी रेट 100% प्रतिशत करने एवं अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजने के लिए अपने स्तर से सर्किल के थाना प्रभारियों के साथ सटीक योजनाएं तैयार कर उन्हे लागू करें।
मौजूदा दौर में सोशल मीडिया का काफी महत्व है। इस दौर में सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो/ फोटो कंटेंट की संवेदनशीलता के आधार पर सभी थाना प्रभारी सुनिश्चित करें कि अवांछनीय, शांति व्यवस्था के लिए हानिकारक एवं किसी नाबालिक की निजता को भंग करने वाले वीडियो/ फोटो पोस्ट करने वालों के विरुद्ध नियमानुसार वैधानिक कार्यवाही की जाए। समय के साथ टैक्नोलॉजी का विकास बहुत जरूरी है, किसी भी प्रकरण में वैज्ञानिक साक्ष्यों को वरियता के साथ माननीय न्यायालय में प्रेषित किया जाए ताकी न्यायोचित कार्यवाही में किसी प्रकार की बाधा न हो। थाना प्रभारी न्यायालय में गवाहों की पेशी को गंभीरता से लेते हुए गवाहों को समय से पेश कराया जाए ताकी पीड़ित को समय से न्याय मिल सके। पुलिस अधीक्षक नगर/ देहात मुख्यालय स्तर पर वांछित/ ईनामी अपराधियों की समीक्षा करते हुए एक सप्ताह के भीतर अध्यावधिक स्थिति से अवगत कराएंगे जिससे कि इस संबंध में जनपद स्तर पर चलाए जाने के लिए अभियान की रूपरेखा तैयार की जा सके। थानों में दर्ज किए गये मुकदमों में विवेचना के दौरान साक्ष्यों के आधार पर अगर यह स्पष्ट होता है कि मुकदमा झूठा है तो उक्त मुकदमें को लंबित रखने के बजाए फाइनल या एक्सपंज रिपोर्ट तत्काल लगाई जाए ताकी बेवजह प्रकरण लम्बित न रहें। दर्ज मुकदमों की विवेचना में पूर्ण तरीके से पारदर्शिता बरती जाए ताकी पीड़ित पक्ष की गई कार्यवाही से संतुष्ट हो। संबंधित पुलिस अधीक्षक एवं क्षेत्राधिकारी उक्त तथ्य को इन्स्योर करें।
पीड़ित को राहत/ न्याय दिलाना पुलिस का कर्तव्य है। पुलिस की कार्यवाही अमीर-गरीब वाली बिल्कुल नहीं होनी चाहिए। फैक्ट के आधार पर कार्यवाही हो। पीड़ित की समस्या को अच्छी तरह सुनकर अग्रेतर कार्यवाही की जाए। पीड़ित अपनी समस्या लेकर पुलिस कार्यालय पहुंच रहा है जिससे प्रतित होता है कि थाना स्तर पर उन्हे उचित मदद नही मिल पा रही है। भविष्य में छोटे-छोटे प्रकरणों में यदि फरियादी पुलिस कार्यालय पहुंचता है तो संबंधित थाने की लापरवाही मानते हुए उसकी समीक्षा की जाएगी। विवेचनाओं के निस्तारण का ग्राफ पहले कि तुलना में काफी नीचे चला गया है। सभी क्षेत्राधिकारी संबंधित सर्किल के थानों में प्रत्येक सप्ताह विवेचकों का ओआर लेते हुए विवेचनाओं का निस्तारण कराकर अनुपालन से अवगत कराएंगे। थाना प्रभारी चेतक सहित गश्त/ पीकेट पर नियुक्त कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय करें। किसी भी क्षेत्र में कोई भी घटना घटित होने पर संबंधित की जवाबदेही तय करते हुए आवश्यक कार्यवाही की जाए।एसएसपी परविंदर सिंह डोभाल ने कहा कि अक्सर थाना स्तर पर छोटी-छोटी घटनाएं बड़ा रूप ले लेती हैं। थाना प्रभारी समय से सूचना पर प्रतिक्रिया सहित निरोधात्मक कार्यवाही अमल में लाये जिससे की हम बड़ी घटना होने से रोक सकें। ऐसे मामलों में लापरवाही परिलक्षित होने पर संबंधित प्रभारी की जिम्मादारी होगी। सिटी एवं देहात क्षेत्र के युवाओं में नशे की बढ़ती आदतों पर लगाम लगाने के लिए जागरुकता कार्यक्रम करें, चौपाल लगाएं, स्कूल कॉलेजों में जाएं आदि। इसके अतिरिक्त नशा कहां से आ रहा है, उस चैन को तोड़ते हुए बड़े नशा तस्करों को पकड़ना है।
वाहन चोरी एवं अन्य चोरी मामलों में सुधार की जरूरत है। कुछ थाने अच्छी रिकवरी कर रहे हैं जबकि कुछ थानों की स्थिति बिल्कुल खराब है। एसपी सिटी वाहन चोरी में सिटी क्षेत्र में एक टीम बनाइए। मुझे वाहन चोरी संबंधी प्रकरणों में अच्छी रिकवरी चाहिए। जब तक फैस्टिव सीजन खत्म नहीं होता सभी थाना प्रभारी, चौकी प्रभारी मुझे चेकिंग के समय सड़क पर चाहिए, पूरा फोर्स लेकर चेकिंग करें। सेंस ऑफ़ सिक्योरिटी डेवलप करने की जरूरत है। कोई भी धऱना प्रदर्शन होने पर नैशनल हाइवे जाम करने के किसी भी प्रकरण में बिना कोई देरी किए आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए। ऐसा करने में किसी प्रकार की कोताही न बरती जाए। भले ही उनकी बातों को सुन जाए लेकिन नैशनल हाईवे जाम करना किसी का अधिकार नही है। बलवा प्रकरणों में दर्ज मुकदमों में यथाशीघ्र गिरफ्तारी अथवा नोटिस तामिल की कार्यवाही पूरी की जाए। मुझे 100% रिजल्ट चाहिए। अगली क्राइम मीटिंग तक बलवे के वांछितों की स्थिति स्पष्ट होनी चाहिए। या तो गिरफ्तार करें या फिर नौटिस तामिल करें। पैंडेंसी नही चाहिए। सभी थाना प्रभारी सड़क दुर्घटना संबंधी प्रकरणों में समय से मैक्ट की रिपोर्ट प्रेषित करना सुनिश्चित करें।
लापरवाही दिखने पर संबंधित प्रभारी कार्यवाही के लिए तैयार रहें। इसमें शिथिलता बेहद दुःखद और असंवेदनशील है। धोखाधड़ी के मामलों में दर्ज मुकदमों में हुई प्रगति के बारे में संबंधित सीओ एसपी सिटी/एसपी देहात को रिपोर्ट करेंगे। धोखाधड़ी के बड़े मामले और उनमें की गई गिरफ्तारी की सूचना समय से प्रेषित करें। गैंगस्टर्स की संपत्ति के जब्तिकरण में शिथिलता देखने को मिल रही है। अगली क्राइम मीटिंग तक मुझे इन मामलों में स्पष्ट कार्यवाही चाहिए। इन मामलों में सर्किल ऑफिसर्स भी अपनी जिम्मेदारी पूरी निभाते हुए मामलों का पर्यवेक्षण करें। लंबित प्रार्थनापत्रों की स्थिति चिंताजनक है। सभी थाना प्रभारी इन पर गौर करें और नतीजों में सुधार लाएं। 6 महीने से अधिक कोई भी प्रार्थनापत्र लम्बित नही होना चाहिए। सत्यापन अभियान में थाना सिड़कुल और कोतवाली ज्वालापुर की परफॉर्मेंस अच्छी है। बाकी थाने भी इस मैटर को सीरियसली लें और ग्राउण्ड पर रिजल्ट दें। सभी थानेदार सुनिश्चित करें कि सिविल मामलों में जांच के बाद ही मुकदमा दर्ज किया जाए। छेड़खानी की संभावित स्थानों, स्कूल के गेट आदि महत्वपूर्ण स्थानों पर जनप्रतिनिधि अथवा सम्मानित व्यक्तियों के सहयोग से अधिक से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगवाएं जाएं ताकी नकारात्मक घटनाओं पर लगाम लगाई जा सके।
माह अगस्त 2024 “पुलिस मैन ऑफ द मंथ हेतु चयनित कार्मिक
कोतवाली नगर
1- कां0 सौरभ
थाना कनखल
2- उ0नि0 सुभाष
3- उ0नि0 चरण सिंह
कोतवाली रानीपुर
4- व०उ०नि० नितिन चौहान
5- कां0 967 विवेक गुंसाई
थाना सिड़कुल
6- अ०उ०नि० हरीश चन्द्र
थाना श्यामपुर
7- हो०गा0 आशीष अधिकारी
कोतवाली मंगलौर
8- हे0कां0 शूरवीर
थाना झबरेडा
9- कानि0 बलदेव
थाना कलियर
10- उ0नि0 हेमदत्त भारद्वाज
कोतवाली लक्सर
11- हे0का0 विनोद कुमार
थाना बुग्गावाला
12- अ०उ०नि० बिजेन्द्र सिंह
वाचक व0पु0अ0
13- हो0 गा0 कुलदीप
कार्यालय पुलिस अधीक्षक नगर
14- कां0 अरविन्द चौहान
हाईकोर्ट सैल
15- हे0का0 मुकेश पंत
डीसीआरबी
16- कां0 सुरेन्द्र सिंह रावत
एएनटीएफ
17- म0का0 दीपा कल्याणी
म0हे0ला0हरिद्वार
18- हो०गा0 प्रवीन थापा
साईबर सैल हरिद्वार
19- हे0का0 नीरज सिंह
कंट्रोल रूम हरिद्वार
20- उ०नि० (पु०दूर०) प्रीति
फायर स्टेशन भगवानपुर
21- फायरमैन राजीव कुमार
पुलिस लाईन, हरिद्वार
22- कां० धर्मपाल सिंह
इस अवसर पर एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह, एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह, एसपी ट्रैफिक/क्राइम पंकज गैरोला, एएसपी/सीओ सदर जितेंद्र मेहरा, सीओ लक्सर निहारिका सेमवाल, सीओ रुड़की नरेन्द्र पंत, सीओ मंगलौर विवेक कुमार, सीएफओ अभिनव त्यागी व जनपद के समस्त प्रभारी निरीक्षक/ थानाध्यक्ष उपस्थित रहे।