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Odisha: पुलिस ने सेना के जवान और उसकी मंगेतर के साथ की बदसलूकी, थाने के अंदर की पिटाई

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Odisha: ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर से एक बेहद शर्मनाक और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें सेना के जवान और उसकी मंगेतर के साथ पुलिस ने न केवल बदसलूकी की बल्कि थाने के अंदर उनकी पिटाई भी की। सेना के कप्तान गुरवंश और उनकी मंगेतर के साथ यह घटना तब हुई जब वे रात में अपनी कार से यात्रा कर रहे थे। घटना ने पूरे राज्य और देश में सनसनी फैला दी है और पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

Odisha: पुलिस ने सेना के जवान और उसकी मंगेतर के साथ की बदसलूकी, थाने के अंदर की पिटाई

घटना: रात के समय सेना के जवान का पीछा और उत्पीड़न

घटना की शुरुआत उस वक्त हुई जब सेना के कप्तान गुरवंश अपनी मंगेतर के साथ भुवनेश्वर में देर रात अपनी कार से यात्रा कर रहे थे। तभी तीन गाड़ियों में सवार 12-13 लोगों ने उनकी कार का पीछा करना शुरू कर दिया। यह लोग न केवल उनका पीछा कर रहे थे, बल्कि अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर उन्हें परेशान कर रहे थे।

उपद्रवियों ने सेना के जवान और उनकी मंगेतर को गालियाँ दीं और धक्का-मुक्की भी की। किसी तरह से गुरवंश और उनकी मंगेतर अपनी जान बचाकर गाड़ी में बैठ गए और वहां से भागने में कामयाब रहे। यह पूरी घटना बेहद डरावनी और मानसिक उत्पीड़न का मामला थी, लेकिन असली परेशानी तो इसके बाद शुरू हुई।

FIR दर्ज करने में पुलिस की आनाकानी

घटना के बाद सेना के जवान गुरवंश तुरंत भारतपुर थाने पहुंचे ताकि शिकायत दर्ज कराई जा सके। जवान ने उन लोगों की गाड़ी का रजिस्ट्रेशन नंबर भी नोट किया था जो उनका पीछा कर रहे थे। लेकिन जब गुरवंश ने पुलिस से मामला दर्ज करने की बात की, तो पुलिस ने FIR दर्ज करने में आनाकानी शुरू कर दी।

पुलिस ने बहाने बनाना शुरू कर दिए और जवान से कहा कि पहले उसकी मंगेतर का मेडिकल करवाया जाए और यह भी कहा कि थाने के इंचार्ज नहीं हैं, इसलिए मामला दर्ज नहीं हो सकता। इस बहाने से साफ था कि पुलिस मामले को दर्ज करने में दिलचस्पी नहीं ले रही थी।

पुलिस ने बनाई बहाने और टाल-मटोल

पुलिस द्वारा FIR दर्ज करने में टाल-मटोल की इस हरकत से जवान और उसकी मंगेतर परेशान हो गए। पुलिस ने मामले को दर्ज करने से बचने के लिए बहाने बनाना शुरू कर दिए। यहां तक कि महिला पुलिसकर्मी ने जवान की मंगेतर को पहले मेडिकल टेस्ट कराने के लिए कहा और फिर FIR तभी दर्ज करने की बात कही जब थाने के इंचार्ज वापस आएंगे।

पीड़ित ने पुलिस से की विनती

सेना के जवान ने बताया कि पुलिस थाने में एक महिला सब-इंस्पेक्टर (SI) के साथ उनकी बहस हो गई। उनकी मंगेतर ने उस महिला अधिकारी से कहा, “मैं भारत की नागरिक हूँ और आप एक सार्वजनिक सेवक हो। आपकी जिम्मेदारी है कि आप लोगों की सेवा करें। आप टैक्सपेयर्स का पैसा बर्बाद कर रहे हैं और वर्दी पहन कर आपको ईमानदारी से सेवा करनी चाहिए।”

महिला पुलिसकर्मी ने किया अभद्र व्यवहार

इस पर महिला सब-इंस्पेक्टर ने जवान की मंगेतर के साथ बेहद अभद्र व्यवहार किया और उसे ओड़िया भाषा में अपशब्द कहे। उन्होंने जवान की मंगेतर को ‘वेश्या’ कहा और आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया। इस अपमानजनक व्यवहार के चलते जवान और उसकी मंगेतर दोनों बहुत आहत हुए और जवान ने इस घटना का वीडियो बनाना शुरू कर दिया। जवान के वीडियो बनाने से पुलिस और भी ज्यादा नाराज़ हो गई और यह घटना और बिगड़ गई।

थाने के अंदर हुई पिटाई

जब सेना के जवान गुरवंश ने वीडियो बनाना शुरू किया, तो पुलिस ने उन पर हमला कर दिया। पुलिसकर्मियों ने गुरवंश को पकड़ लिया, उनके सारे सामान छीन लिए और उन्हें थाने के लॉकअप में बंद कर दिया। इसके साथ ही, थाने में मौजूद दो महिला पुलिसकर्मियों ने जवान की मंगेतर के बाल पकड़ कर उसे थप्पड़ मारा, जिससे वह बुरी तरह घायल हो गई।

यह घटना पूरी तरह से पुलिस की ज्यादती और अधिकारों के दुरुपयोग का उदाहरण है। पुलिस न केवल FIR दर्ज करने में असफल रही, बल्कि उसने सेना के जवान और उसकी मंगेतर के साथ क्रूर व्यवहार किया।

घटना के बाद की प्रतिक्रिया

इस घटना के बाद पूरे राज्य में आक्रोश फैल गया है। सेना के जवान के साथ हुए इस दुर्व्यवहार ने जनता में गुस्सा और नाराजगी पैदा कर दी है। पुलिस की इस शर्मनाक हरकत पर लोगों ने कड़ी निंदा की है और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

मानवाधिकार संगठनों ने भी इस घटना पर गंभीरता जताई है और इसे एक नागरिक के मौलिक अधिकारों का हनन करार दिया है। सेना के जवान और उनकी मंगेतर के साथ हुए इस बर्ताव ने पुलिस की कार्यशैली पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं।

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