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Haldwani: गौला पुल की सड़क भारी बारिश के बाद गायब, करोड़ों रुपये का काम बह गया

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Haldwani: चोर्गलिया रोड रेलवे क्रॉसिंग के पास बने गौला पुल की सड़क शनिवार सुबह 7 बजे गायब हो गई। 15 फीट लंबा और लगभग 20 फीट चौड़ा हिस्सा पानी में डूब गया। यह वही पुल है जो 19 अक्टूबर 2021 को भी प्राकृतिक आपदा के दौरान क्षतिग्रस्त हुआ था। तब पुल के मरम्मत पर करोड़ों रुपये खर्च किए गए थे, और पत्थरों की सुरक्षा दीवार का एक पूरा नेटवर्क तैयार किया गया था। लेकिन शुक्रवार को भारी बारिश के बाद सुरक्षा दीवार का एक बड़ा हिस्सा भी गायब देखा गया।

Haldwani: गौला पुल की सड़क भारी बारिश के बाद गायब, करोड़ों रुपये का काम बह गया

सड़क का हिस्सा डूबा

गौला पुल की सड़क का एक बड़ा हिस्सा शुक्रवार की बारिश के बाद पूरी तरह से पानी में डूब गया। बारिश की वजह से सड़क के कई हिस्से बह गए, जिससे इलाके में अराजकता का माहौल बन गया। प्रशासन और पुलिस के अधिकारी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। हालांकि, पुल की मरम्मत के लिए किए गए प्रयासों के बावजूद, भारी बारिश ने सब कुछ तबाह कर दिया।

नदी के पास दो घर भी बह गए

गौला नदी के पास स्थित दो घर भी इस आपदा की चपेट में आ गए। इनमें से एक घर पूरी तरह से बह गया, जबकि दूसरे घर को आंशिक रूप से नुकसान हुआ। स्थानीय लोगों ने बताया कि नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हुई थी, जिसके कारण यह नुकसान हुआ। नदी के पास स्थित इन घरों को बचाने की पूरी कोशिश की गई, लेकिन स्थिति इतनी गंभीर थी कि यह संभव नहीं हो पाया।

पुल को बंद किया गया, लेकिन सड़क गायब हो गई

गौला पुल के पास चोर्गलिया रोड रेलवे क्रॉसिंग के समीप पुल के लिए सुरक्षा की आशंका के मद्देनजर, शुक्रवार को निरीक्षण के लिए आए अधिकारियों ने शाम 5 बजे से पुल को वाहनों के लिए बंद कर दिया था। हालांकि, शनिवार सुबह तक पुल की सड़क पूरी तरह से गायब हो गई थी। इस स्थिति ने स्थानीय प्रशासन और जनता दोनों को चिंता में डाल दिया है।

भारी बारिश के कारण स्थिति बिगड़ी

शुक्रवार की भारी बारिश ने हल्द्वानी और आसपास के इलाकों में जलभराव की स्थिति पैदा कर दी। सड़कें जलमग्न हो गईं और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। अधिकारियों ने त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए राहत कार्य शुरू किए, लेकिन बारिश की तीव्रता और नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण राहत कार्यों को बहुत चुनौती का सामना करना पड़ा।

प्रशासन की ओर से कदम

प्रशासन ने पुल और सड़क के क्षति का आकलन करने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया है। वे अब यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि पुल की मरम्मत और सुरक्षा की व्यवस्था को यथाशीघ्र ठीक किया जा सके। इसके साथ ही, पुल और सड़क के निर्माण में आने वाली समस्याओं को लेकर जांच की जाएगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।

भविष्य में सुरक्षा उपाय

इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि प्राकृतिक आपदाओं के दौरान इंफ्रास्ट्रक्चर के सुरक्षा उपायों को अधिक मजबूत और प्रभावी बनाने की आवश्यकता है। प्रशासन को चाहिए कि वे आपदा प्रबंधन और आपातकालीन योजनाओं को और अधिक सशक्त बनाएं ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति का सामना न करना पड़े।

सभी की निगाहें अब इस ओर हैं कि प्रशासन इस गंभीर स्थिति को कितनी जल्दी संभाल पाता है और क्या भविष्य में ऐसी आपदाओं से बचाव के लिए प्रभावी उपाय किए जाते हैं।

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