Almora accident: अल्मोड़ा के लमगड़ा पुलिस थाना क्षेत्र में शुक्रवार रात को एक वाहन के गहरी खाई में गिरने की दुर्घटना में तीन लोगों की मौत हो गई। यह घटना तब घटी जब एक वैन, जो अंतिम संस्कार से लौट रही थी, अचानक सड़क के धंसने के कारण अनियंत्रित हो गई और लगभग 100 मीटर गहरी खाई में गिर गई। हादसे के बाद वाहन के पुर्जे बिखर गए और दुर्घटना स्थल पर त्वरित बचाव कार्य चलाया गया।
दुर्घटना का विवरण
जानकारी के अनुसार, वैन संख्या UK-05-TA-4577, जिसका चालक प्रेम कुमार, 35 वर्ष, निवासी गांव डोबरा पिथौरागढ़ था, शुक्रवार को कुछ यात्रियों के साथ पिथौरागढ़ के लिए रवाना हुआ था। इस वाहन में सनीता देवी और उनके सात वर्षीय बेटे आरुष के साथ-साथ चालक के जानकार, भाई-बहन आशिष कुमार, 19 वर्ष, और राजनी, 23 वर्ष, निवासी बाजेद पिथौरागढ़ भी यात्रा कर रहे थे। सनीता देवी अपने पिता के अंतिम संस्कार के लिए खटीमा गई थीं और लौट रही थीं।
शुक्रवार रात लगभग 10 बजे, वाहन डोबराouli गांव के पास पहुंचा। इस दौरान लगातार बारिश के कारण सड़क अचानक धंस गई। प्रेम कुमार, जो गाड़ी चला रहा था, सड़क के धंसने के कारण वाहन पर नियंत्रण नहीं रख सका और गाड़ी गहरी खाई में गिर गई। दुर्घटना के बाद वाहन के टुकड़े उड़ गए और सनीता देवी, 33 वर्ष, और राजनी देवी, 33 वर्ष, मौके पर ही मृत हो गईं।
बचाव कार्य और स्थिति
घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। बचाव कार्य शुरू किया गया और शवों को शनिवार सुबह तक खाई से बाहर निकाला गया। घायलों को रात के समय सुरक्षित किया गया और नजदीकी अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया। दुर्घटना में घायल प्रेम कुमार को लमगड़ा अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया। हालांकि, 19 वर्षीय आशिष कुमार और सात वर्षीय आरुष कुमार गंभीर हालत में थे और उन्हें उच्च चिकित्सा केंद्र के लिए रेफर किया गया।
मौसमी स्थिति और सड़क धंसना
अल्मोड़ा जिले में बुधवार रात से शुक्रवार शाम तक लगातार बारिश हुई। बारिश के कारण कई जगहों पर भूस्खलन हुआ और बoulders और मलबा सड़कों पर गिर गए। इससे टनकपुर पिथौरागढ़ एनएच और अल्मोड़ा हल्द्वानी एनएच पर वाहन यातायात बंद हो गया। प्रेम कुमार लमगड़ा से पिथौरागढ़ की ओर जा रहे थे, लेकिन सड़क के धंसने के कारण दुर्घटना का शिकार हो गए। इस हादसे में तीन लोगों की असमय मौत हो गई।
परिवार और जानकारों का विवरण
मृतकों में सनीता का पति भी शामिल था, लेकिन वह इस यात्रा के दौरान उनके साथ नहीं था। अन्य दो जानकार लोग भी चालक के साथ वाहन में सवार थे और पिथौरागढ़ के लिए रवाना हुए थे। इस दुर्घटना ने न केवल पीड़ित परिवार को बड़ा आघात पहुँचाया है बल्कि पूरे क्षेत्र में चिंता और शोक की लहर भी फैला दी है।
पुलिस और एसडीआरएफ की भूमिका
पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर शनिवार को पोस्टमॉर्टम के लिए अल्मोड़ा भेज दिया। बचाव टीम में लमगड़ा पुलिस थाना प्रमुख दिनेश नाथ महंत, एएसआई विक्रम सिंह, हेड कांस्टेबल दीपक मेहरा, विनोद कुमार, कमल जोशी और एसडीआरएफ की टीम शामिल थी। इन टीमों ने मिलकर रातभर बचाव कार्य किया और गंभीर घायलों को समय पर अस्पताल पहुंचाया।
सड़क सुरक्षा और भविष्य की सावधानियां
इस दुर्घटना ने सड़क सुरक्षा और आपातकालीन प्रबंधन की आवश्यकता को एक बार फिर उजागर किया है। स्थानीय प्रशासन और सड़क विभाग को सुनिश्चित करना होगा कि ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति न हो। सड़क की गुणवत्ता, मौसम की स्थिति और आपातकालीन सेवाओं को बेहतर बनाया जाना चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।