Chamoli Landslide: भारी बारिश के कारण बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग बंद, हालात बिगड़े
Chamoli Landslide: उत्तराखंड में भारी बारिश के चलते कई स्थानों पर भूस्खलन हो गया है। इस भूस्खलन ने बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग को कई स्थानों पर अवरुद्ध कर दिया है, जिससे यातायात प्रभावित हो गया है। लम्बगड, नंदप्रयाग, सोनाला और बैराज कुञ্জ क्षेत्रों में सड़कें बंद हो गई हैं। इसके अलावा, सकोट-नंदप्रयाग वैकल्पिक मार्ग भी भूस्खलन के कारण बंद हो गया है। भारतीय मौसम विभाग ने रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है और मुख्यमंत्री ने एसडीआरएफ तथा जिलाधिकारियों को उच्च सतर्कता पर रहने का निर्देश दिया है।
चमोली में भारी बारिश और भूस्खलन
शनिवार को चमोली जिले में भारी बारिश के कारण बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ। इस भूस्खलन ने लम्बगड, नंदप्रयाग, सोनाला और बैराज कुञ्ज क्षेत्रों में सड़क मार्ग को बाधित कर दिया है। यात्रा करने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रोकने के लिए चमोली पुलिस द्वारा कदम उठाए जा रहे हैं। चमोली पुलिस के एक बयान में कहा गया है, “जिले में भारी बारिश के कारण बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई स्थानों पर भूस्खलन हो गया है, जिसके कारण सड़क कई बार अवरुद्ध हो चुकी है। सुरक्षा के लिए, चमोली पुलिस यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रोकने के लिए काम कर रही है।”
मौसम विभाग का अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने उत्तराखंड के कई दक्षिणी जिलों के लिए रेड अलर्ट और अन्य हिस्सों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) टीमों और जिलाधिकारियों को विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश के मद्देनजर उच्च सतर्कता पर रहने का निर्देश दिया है।
हल्द्वानी-सितारगंज मार्ग पर भी समस्या
नैनीताल जिले में लगातार बारिश के कारण कई सड़कें बंद हो गई हैं, जिसमें हल्द्वानी-सितारगंज मार्ग भी शामिल है। शेरनाला क्षेत्र में पानी का overflow हो गया है, जिससे यातायात प्रभावित हुआ है। यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें और स्थिति सुधारने तक यात्रा से बचें।
प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य
भारी बारिश और भूस्खलन के कारण प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों के लिए टीमें तैनात की गई हैं। स्थानीय प्रशासन और पुलिस द्वारा सुरक्षित स्थानों पर लोगों को पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं। राहत कार्यों में शामिल एजेंसियाँ स्थानीय निवासियों को मदद करने के साथ-साथ सड़कें खोलने के प्रयास में जुटी हैं।
यातायात व्यवस्था और सुरक्षा
भूस्खलन और सड़क बंद होने के कारण यातायात व्यवस्था प्रभावित हुई है। यातायात पुलिस और अन्य संबंधित विभागों द्वारा यातायात की स्थिति की निगरानी की जा रही है और लोगों को सुरक्षित मार्गों के बारे में सूचित किया जा रहा है। यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे यात्रा करने से पहले मौसम की स्थिति और यातायात की स्थिति की जांच करें।
भविष्य की स्थिति
भारी बारिश और भूस्खलन की मौजूदा स्थिति को देखते हुए, भविष्य में भी इसी प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। स्थानीय प्रशासन और मौसम विभाग की सलाह के अनुसार, लोगों को सतर्क रहने और आवश्यक सुरक्षा उपाय अपनाने की सलाह दी जाती है।
इस बीच, सरकार और स्थानीय अधिकारी राहत और बचाव कार्यों के लिए सभी संभव प्रयास कर रहे हैं। आम लोगों से अनुरोध है कि वे ऐसी परिस्थितियों में सहयोग करें और किसी भी आपातकालीन स्थिति में तुरंत अधिकारियों को सूचित करें।
उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में मौसम की स्थिति अत्यधिक परिवर्तनशील हो सकती है, इसलिए लोगों को हर समय सतर्क रहना चाहिए और यात्रा करने से पहले सभी सुरक्षा उपायों को सुनिश्चित करना चाहिए।