Dehradun News: हाल ही में, महंत येती रामस्वरूपानंद गिरी ने प्रेस क्लब देहरादून में एक भाषण दिया था, जिसका वीडियो वायरल हो गया है। इस वीडियो को लेकर अब महंत के खिलाफ दला नवाला पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और मामले की गंभीरता को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार स्वत: संज्ञान लिया है।
घटना का विवरण
महंत येती रामस्वरूपानंद गिरी, जो शिव शक्ति धाम दासना, गाज़ियाबाद के महंत हैं, हाल ही में देहरादून के प्रेस क्लब में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए आए थे। यहाँ उन्होंने एक भाषण दिया जिसमें उन्होंने एक विशेष समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियाँ कीं। यह भाषण और उसके आपत्तिजनक हिस्से का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया।
पुलिस कार्रवाई
सीनियर सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस (SSP) अजय सिंह ने बताया कि वायरल वीडियो की जांच सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार की गई है। पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेते हुए इस वीडियो की जांच शुरू की और यह पाया कि वीडियो में दिखाया गया महंत येती रामस्वरूपानंद गिरी ही हैं। इस वीडियो में समुदाय के खिलाफ की गई टिप्पणियों को लेकर दला नवाला पुलिस थाने में एक केस दर्ज किया गया है।
एसएसपी अजय सिंह ने कहा कि समाज में धार्मिक, जाति या क्षेत्र के आधार पर नफरत फैलाने वाले पोस्ट को वायरल करने से बचने की अपील की है। पुलिस इन पोस्टों की निगरानी लगातार कर रही है और ऐसे पोस्टों को वायरल करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
महंत के खिलाफ शिकायत
इस मामले में सब-इंस्पेक्टर देवेंद्र गुप्ता की शिकायत पर दला नवाला पुलिस थाने में केस दर्ज किया गया है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और महंत के बयान और उनके वीडियो के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए आगे की कार्रवाई की जाएगी।
सामाजिक और कानूनी प्रतिक्रिया
इस घटना पर स्थानीय लोगों और विभिन्न सामाजिक संगठनों ने चिंता जताई है। उन्होंने कहा है कि इस प्रकार की टिप्पणियाँ समाज में नफरत और तनाव बढ़ा सकती हैं और इसे रोकने के लिए सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। साथ ही, सोशल मीडिया पर ऐसी टिप्पणियों को फैलाने वालों के खिलाफ भी कानूनी कदम उठाने की मांग की गई है।
सामान्य जनता के लिए अपील
सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर किसी भी नफरत भरे पोस्ट को वायरल न करें। उन्होंने कहा कि समाज में शांति और भाईचारे को बनाए रखने के लिए सभी को जिम्मेदार और संवेदनशील होना चाहिए। पुलिस इस तरह के मामलों की निगरानी कर रही है और किसी भी तरह की नफरत फैलाने वाली गतिविधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
समाप्ति
महंत येती रामस्वरूपानंद गिरी के खिलाफ दर्ज किया गया केस एक महत्वपूर्ण घटना है जो समाज में धार्मिक और जातीय सौहार्द बनाए रखने के लिए आवश्यक कानूनी और सामाजिक कार्रवाइयों को दर्शाती है। यह घटना न केवल एक विशेष समुदाय के खिलाफ की गई टिप्पणी की गंभीरता को उजागर करती है बल्कि यह भी बताती है कि सोशल मीडिया के माध्यम से फैलने वाले नफरत भरे पोस्टों को रोकना कितना महत्वपूर्ण है। पुलिस द्वारा की जा रही जांच और कार्रवाई यह सुनिश्चित करने के लिए है कि समाज में शांति और सद्भावना बनी रहे।