Rahul Gandhi: ‘भारत आकर सिखों पर यह बयान दो, फिर कोर्ट में खींचूंगा’, बीजेपी नेता का राहुल गांधी को खुला चैलेंज

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Rahul Gandhi: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा सिखों के मुद्दे पर की गई टिप्पणी ने भारतीय राजनीति में एक नया विवाद पैदा कर दिया है। बीजेपी नेता आरपी सिंह ने राहुल गांधी की टिप्पणी पर सवाल उठाते हुए उन्हें भारत आकर अपने बयान को दोहराने की चुनौती दी है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर राहुल गांधी ऐसा करते हैं, तो वह उन्हें कोर्ट में खींचने का इरादा रखते हैं।

आरपी सिंह का आरोप

बीजेपी नेता आरपी सिंह ने कहा, “1984 के दंगों के दौरान दिल्ली में 3000 सिखों का हत्याकांड हुआ। उनके पगड़े उतारे गए, बाल काटे गए और दाढ़ी भी शेव की गई। राहुल गांधी यह नहीं बताते कि यह सब तब हुआ जब कांग्रेस सत्ता में थी। मैं राहुल गांधी को चुनौती देता हूं कि वे भारत आकर सिखों के बारे में जो कुछ भी कह रहे हैं, वह यहां आकर दोहराएं। फिर मैं उन्हें कोर्ट में घसीट दूंगा।”

राहुल गांधी की अमेरिकी टिप्पणी

राहुल गांधी वर्तमान में अमेरिका के दौरे पर हैं। अमेरिका में अपने भाषण के दौरान, राहुल गांधी ने कहा कि उनकी लड़ाई यह तय करने के लिए है कि क्या सिखों को भारत में पगड़ी पहनने की अनुमति मिलेगी या नहीं। उन्होंने कहा, “पहले आपको समझना होगा कि यह लड़ाई किस बारे में है। यह राजनीति के बारे में नहीं है। यह सतही चीज नहीं है। लड़ाई इस बारे में है कि क्या एक सिख के तौर पर उसे भारत में पगड़ी पहनने की अनुमति मिलेगी। या एक सिख को कड़ा पहनने की अनुमति मिलेगी। या एक सिख गुरुद्वारे में जा सकेगा। यह लड़ाई इस बारे में है और केवल उसके लिए नहीं, बल्कि सभी धर्मों के लिए है।”

शिवराज सिंह चौहान की प्रतिक्रिया

राहुल गांधी की टिप्पणी पर केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता के रूप में अटल बिहारी वाजपेयी ने कभी भी विदेशी धरती पर सरकार पर हमला नहीं किया। उनका कहना था कि यह एक राजनीतिक विध्वंसक बयान है जो भारत की छवि को नुकसान पहुंचाने का प्रयास है।

राजनीतिक पृष्ठभूमि और विवाद

यह विवाद राहुल गांधी के अमेरिका दौरे पर उनकी टिप्पणी से शुरू हुआ, जिसमें उन्होंने भारत में सिखों की धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर चिंता जताई। उनका बयान भारतीय राजनीति में नई गर्मी लाने का काम कर रहा है। बीजेपी नेताओं ने इसे कांग्रेस की 1984 के दंगे में संलिप्तता की ओर इशारा करने का प्रयास बताया है, जबकि कांग्रेस ने इसे राजनीतिक द्वेष का परिणाम करार दिया है।

निष्कर्ष

इस विवाद ने एक बार फिर से भारत के अंदर धार्मिक और राजनीतिक मुद्दों को लेकर बहस को ताजा कर दिया है। बीजेपी और कांग्रेस के बीच इस मुद्दे पर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। राहुल गांधी की टिप्पणी और बीजेपी नेताओं की प्रतिक्रियाएं इस बात को दर्शाती हैं कि कैसे राजनीतिक बयान और उनकी प्रतिक्रियाएं भारतीय राजनीति में गहरे विवाद उत्पन्न कर सकती हैं। यह घटना भारतीय राजनीति के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ के रूप में देखी जा रही है, जो न केवल सिखों के मुद्दे को बल्कि भारतीय राजनीतिक रणनीति को भी प्रभावित कर सकती है।

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