Dehradun’s new DM: सविन बंसल के पदभार ग्रहण करते ही फेसबुक पर समस्याओं की बाढ़
Dehradun’s new DM: आईएएस सविन बंसल ने देहरादून के नए जिलाधिकारी (डीएम) के रूप में पदभार संभालते ही प्रशासनिक कामकाज को एक नई दिशा दी है। शुक्रवार सुबह 11:15 बजे उन्होंने कलेक्ट्रेट पहुंचकर अपना पदभार ग्रहण किया। इसके बाद उन्होंने कोषागार में कार्यभार संभाला और कोर्ट परिसर में संयुक्त कार्यालय और प्रोटोकॉल का निरीक्षण किया। उन्होंने विभिन्न डेस्क का दौरा कर प्रशासनिक कार्यों का जायजा लिया।
फेसबुक पर बदलाव के साथ ही प्रतिक्रिया की बाढ़
दोपहर 2 बजे, देहरादून के जिला मजिस्ट्रेट के आधिकारिक फेसबुक पेज पर भी बदलाव किया गया। पूर्व डीएम सोनिका की जगह सविन बंसल की तस्वीर प्रोफाइल फोटो में लगाई गई। फोटो बदलते ही पेज पर टिप्पणियों की बाढ़ आ गई। हजारों टिप्पणियों में, देहरादून के निवासियों ने न केवल नए डीएम को उनकी नई जिम्मेदारी के लिए बधाई दी बल्कि खुले तौर पर जिले की समस्याओं से भी अवगत कराया।
समस्याओं की खुली जानकारी
देहरादून के निवासियों ने अपनी टिप्पणियों में नए डीएम को बताया कि सरकारी भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराने के अलावा, अपराध पर नियंत्रण, भ्रष्टाचार पर अंकुश, अतिक्रमण हटाना, ट्रैफिक जाम से सड़कों को मुक्त करना और स्मार्ट सिटी के अधूरे कार्यों का समय पर निपटारा करना उनके सामने बड़ी चुनौतियाँ होंगी।
कृष्ण शर्मा ने उम्मीद जताई कि नए डीएम के कार्यकाल के दौरान वरिष्ठ नागरिकों की समस्याओं को बेहतर ढंग से सुना जाएगा। सीपी जोशी ने टिप्पणी की कि उन्हें विश्वास है कि समस्याओं का समाधान केवल चिह्नित करने तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि अधिकारियों की जवाबदेही भी तय की जाएगी। यह भी देखा जाएगा कि कितनी समस्याओं का समाधान शिकायत पत्रों में किया गया।
विकास की उम्मीदें
आरके सूर्यवंशी ने टिप्पणी की कि उम्मीद है कि डीएम न केवल शहर बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों का भी दौरा करेंगे ताकि विकास की स्थिति का जायजा लिया जा सके। हर व्यक्ति को विकास योजनाओं का लाभ मिलेगा। हरीश आनंद ने लिखा कि ऋषिकेश में 40 फीट ऊंचे कचरे के पहाड़ बन गए हैं। सड़के टूटी हुई हैं और नालियाँ कचरे से भरी हुई हैं। बदबू के कारण जीना मुश्किल हो गया है। उम्मीद है कि कुछ राहत मिलेगी।
हनुमान सेना घंटाघर ने टिप्पणी की कि सूखा, नशा, वेश्यावृत्ति, अवैध स्पा सेंटर शहर को खोखला कर रहे हैं। नए डीएम से बहुत उम्मीदें हैं। सचानंद बगवानी लिखते हैं कि उम्मीद है कि सरकारी योजनाओं का जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन होगा और आम आदमी को इसका लाभ मिलेगा।
उम्मीदों की लंबी सूची
- गौरव यादव ने कहा कि उम्मीद है कि नए डीएम सरकारी जमीनों पर अतिक्रमण रोकने के लिए सख्त कदम उठाएंगे।
- अशुतोष वर्मा और ध्रुव नारायण ने विश्वास जताया कि स्मार्ट सिटी के अधूरे कार्यों की निगरानी की जाएगी, और वार्डों की सड़कों की स्थिति सुधरेगी।
- रोज़ खान, सुधीर देओली, धीरज तोमर, और राजन सिंह ने उम्मीद जताई कि डीएम के आगमन से देहरादून की सड़कों, विशेषकर दून यूनिवर्सिटी रोड की स्थिति में सुधार होगा और ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी।
- देवेंद्र भंडारी, विवेक सजवान, और अमित गोयल ने कहा कि कानून और व्यवस्था देहरादून के लिए एक चुनौती बन रही है।
- राजधानी अपराधियों के लिए शरण स्थल बन रही है। उम्मीद है कि भयमुक्त माहौल बनाया जाएगा।
- योगेश बिष्ट ने कहा कि प्रशासन में वर्षों से कई दागी अधिकारी और कर्मचारी हैं। उनसे राहत की आवश्यकता है।
- रक्षपाल सिंह ने कहा कि इंजीनियर्स एन्क्लेव-2 पर जीएमएस रोड पर जलभराव की समस्या है और आवारा पशुओं का आतंक है। समस्या के समाधान की उम्मीद है।
- ममाचंद शाह ने कहा कि देहरादून के सभी फुटपाथों पर अतिक्रमण हो गया है। डीएम साहब, सबसे पहले इन फुटपाथों को अतिक्रमण से मुक्त कराएं।
- महेश जोशी ने कहा कि उम्मीद है कि देहरादून में बिजली, पानी और स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार होगा और इन विभागों के अधिकारियों का रवैया सुधरेगा।
- राजकुमार अग्रवाल ने कहा कि उम्मीद है कि डीएम डोईवाला में अवैध खनन माफिया पर नकेल कसने के लिए ठोस कदम उठाएंगे।
- दीपक कुमार ने कहा कि उम्मीद है कि नए डीएम के कार्यकाल में अवैध खनन पर अंकुश लगेगा।
- विनय ने कहा कि हर साल, ऋषिकेश के पशुलोक विस्थापित क्षेत्र में बारिश का पानी घरों में भर जाता है। इसके लिए भी कुछ करें।
- प्रेम पंचाल ने कहा कि उम्मीद है कि आपके कार्यकाल के दौरान नदी किनारे रहने वाले लोगों का भी ध्यान रखा जाएगा और इन लोगों को भी विकास योजनाओं से जोड़ा जाएगा।
निष्कर्ष
नए जिलाधिकारी सविन बंसल से देहरादून के नागरिकों को काफी उम्मीदें हैं। उनकी फेसबुक पेज पर आई प्रतिक्रियाएं यह दर्शाती हैं कि जनता उन्हें एक जिम्मेदार और कर्मठ अधिकारी के रूप में देखती है जो शहर की समस्याओं का समाधान करने में सक्षम होंगे। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि वे इन चुनौतियों से कैसे निपटते हैं और शहर को विकास की नई दिशा में कैसे ले जाते हैं।