Protest: पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर विकास क्षेत्र रूडकी के शिक्षक व कर्मचारी रहे आंदोलित, काली पट्टी बांधकर जताया विरोध
रूडकीl विकास क्षेत्र रूडकी के सभी शिक्षक व कर्मचारी पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर सोमवार को आंदोलित रहे। सभी शिक्षकों व कर्मचारियों ने यूपीएस के विरोध तथा हूबहू पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर काली पट्टी बांध कर विरोध जताया।
विदित हो कि एनपीएस एवं यूपीएस के विरोध एवं पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर राष्ट्रीय आह्वान पर राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु के कुशल नेतृत्व में 2 सितंबर से 6 सितंबर 2024 तक देश के सभी शिक्षक एवं कर्मचारी काली पट्टी बांधकर अपने दायित्व का निर्वहन करते हुए अपना विरोध दर्ज करेंगे।
इसी क्रम में आज विकास क्षेत्र के विद्यालयों, कार्यालयों समेत ग्रामीण अंचलों के विद्यालयों में शिक्षक व कर्मचारियों ने काली पट्टी बांध कर विरोध जतायाl एनएमओपीएस उत्तराखण्ड के आह्वान पर सभी प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक एवं शिक्षणेत्तर कर्मियों के अलावा विभिन्न विभागो के कर्मचारियों ने काली पट्टी बांध कर पुरानी पेंशन बहाली की मांग करते हुये शिक्षक व कर्मचारी विरोधी नीतियों का विरोध किया।
शिक्षा विभाग से राजीव मित्तल, अमित गोयल, मीनाक्षी सिंह, कृष्णा गोपाल शर्मा, आलोक शर्मा, संजय सामंत, नूपुर शर्मा, अश्वनी मुदगल, बीना, अंजू जुयाल, रविराज, देवेंद्र कुमार, सुनील, तालिब, सादिक, इकराम, रीना सैनी, देवेंद्र, पंकज भारद्वाज, उमा शर्मा, अनुभव गुप्ता, मुनीश यादव, संजय वत्स, राजीव शर्मा, पारुल त्यागी, सुरेखा मिश्रा, वंदना पुरूलिया, तरु गोयल, शिखा गोयल, विधि गोश्वामी, कमलेश, मुकेश सैनी, गन्ना विभाग से अंकुर शर्मा, राज्यकर विभाग से अन्नू पुंडीर, अरुण शर्मा, रीना, धर्मेंद्र त्यागी, रुड़की कोषागार से विनय सैनी, किरण, मोनिका, चाहत जोशी, अंचला प्रधान, सरिता त्यागी, नाजिम अली, मौहब्बत अली, इमरान, सोमपाल सिंह, अनिल कुमार, गैंदा सिंह, सुरेश पाल सिंह, राजेश शर्मा, कुमुद वशिष्ठ, संदीप शर्मा, तौहिदुल्ला, पूनम भूषण, ललित गुप्ता, तौकिर अहमद अब्बासी, राजेन्द्र , नेहा,विशाल मैंदीरत्ता आदि शिक्षक शिक्षिकाओं ने काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज करायाl
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली आंदोलन की रूडकी ब्लॉक इकाई अध्यक्ष सतेन्द्र कुमार, मंत्री राजीव कुमार शर्मा, प्रभारी संजय वत्स ने आह्वान किया कि 6 सितंबर तक यह प्रतीकात्मक विरोध के बाद राष्ट्रीय व प्रांतीय नेतृत्व के दिशा-निर्देश में आगे की रणनीति अनुरूप मांग को तेज किया जायेगा!