NCC: 84 उत्तराखंड बटालियन एनसीसी, रुड़की द्वारा संचालित प्री थल सेना कैंप-द्वितीय का ग्रुप कमांडर ब्रिगेडियर सबल सिंह ने किया निरीक्षण

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रुड़की l 84 उत्तराखंड बटालियन एनसीसी, रुड़की द्वारा संचालित प्री थल सेना कैंप-द्वितीय का निरीक्षण एनसीसी ग्रुप मुख्यालय, रुड़की के ग्रुप कमांडर ब्रिगेडियर सबल सिंह नेगी द्वारा किया गया व 2 सितंबर से नई दिल्ली में आयोजित किये जा रहे ऑल इंडिया थल सेना शिविर में प्रतिभाग करने वाले 91 कैडेट्स के दल के प्रशिक्षण एवं वैक्सीनेशन आदि से संबंधित गतिविधियों का निरीक्षण किया गया।

ब्रिगेडियर नेगी ने बारीकी से जाँच की:

ब्रिगेडियर नेगी द्वारा कैंप के दौरान थल सेना कैंप में प्रतिभाग करने वाले एनसीसी कैडेटस को दी जाने वाली किट तथा कैडेट्स द्वारा की जा रही गतिविधियाँ जैसे फायरिंग, मैप रीडिंग, ऑब्स्टेकल, bजीडीएफएस, टेंट पिचिंग व अन्य प्रशिक्षण की भी बारीकी से जाँच की गई। ज्ञात हो की नई दिल्ली में आयोजित होने वाले थल सेना शिविर में एनसीसी के 17 निदेशालयों के कैडेट्स के मध्य होने वाली प्रतियोगिताओं में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्य को सम्मानित एवं पुरस्कृत किया जाता है। ग्रुप कमांडर द्वारा एनसीसी कैडेट्स को अपने संबोधन में कहा कि एनसीसी कैंप के दौरान आयोजित होने वाली शारीरिक, मानसिक, खेलकूद एवं साहसिक गतिविधियों में योग्यता दिखाने का सुनहरा अवसर कैडेटस को मिलता है, जिनसे उनका व्यक्तित्व निखरता है ।

एनसीसी के माध्यम से एक कैडेट का चारित्रिक, साँस्कृतिक, संस्कारिक, अनुशासनात्मक और नेतृत्व क्षमता जैसा गुण विकसित होता है । ब्रिगेडियर सबल सिंह नेगी द्वारा कैडेट्स को दी जा रही ट्रेनिंग पर संतोष जताया गया व कैम्प कमांडेंट कर्नल रामाकृष्णन रमेश व डिप्टी कैम्प कमांडेंट ले. कर्नल अमन कुमार सिंह के प्रयासों की भी उन्मुक्त कंठ से प्रशंशा की।

इस अवसर पर उपस्थित:

इस अवसर पर सूबेदार मेजर आनरेरी लेफ्टिनेंट केदार सिंह रावत, कैम्प अदजुडेंट कैप्टन सुशील कुमार आर्य, कैप्टन विशाल शर्मा, ले अपर्णा शर्मा, ले सुमित चौहान, फर्स्ट ऑफिसर जगदीप कुमार उनियाल, थर्ड ऑफिसर पंकज बेंजवाल , थर्ड ऑफिसर रवीना चौहान, ट्रेनिंग जेसीओ सूबेदार संजय कुमार सामल, सूबेदार पंकज पाल, प्रधान सहायक गोपाल शर्मा, मीनाक्षी बिष्ट, सुभाष, राजवीर, सुनील, अश्वनी, लोकेन्द्र आदि द्वारा कैडेट्स की ट्रेनिंग, चिकित्सा, खाने, प्रलेखीकरण इत्यादि का विशेष ध्यान रखा जा रहा है।

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