Hack: आईआईटी रुड़की का मुख्य सर्वर हैकर्स के कब्जे को लेकर चर्चाएं, आईआईटी ने अधिकांश डेटा किया रिट्रीव वित्तीय डाटा अभी भी हैकर के कब्जे में
रुड़की। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की से एक बड़ा मामला सामने आ रहा है सूत्रों द्वारा बताया गया है कि आईआईटी रुड़की का मुख्य सर्वर लगभग 22 दिन पहले हैक कर लिया गया हैl सूत्रों द्वारा बताया गया यह भी गया है कि हैकर द्वारा इसकी एवज में एक बड़ी रकम की मांग की जा रही हैl जिसको नकारते हुए संस्थान ने अपना अधिकांश डाटा रिट्रीव कर लिया है। जबकि वित्तीय विभाग से सम्बन्धित कई विभागों का डाटा अभी भी साईबर हैकर्स के कब्जे में बताया जा रहा है। इस बात में कितनी सच्चाई है यह तो जांच का विषय है लेकिन उक्त मामला चर्चाओं में हैl
प्राप्त जानकारी के अनुसार साईबर ठगों ने साईबर सिक्योरिटी का पाठ पढाने वाली आईआईटी रुड़की का ही सर्वर हैक कर लियाl सूत्रों द्वारा बताया गया कि साईबर ठगों ने इसको लेकर आईआईटी रुड़की से एक बड़ी रकम की मांग भी की हुई है। सर्वर हैक होने के शुरुआती दिनों में संस्थान पहले तो तकनीकी खराबी बताते हुए ठगी के शिकार होने की बात से बचता रहा।
लेकिन धीरे धीरे मामले को लेकर चर्चाएं होने लगी तो संस्थान ने दबी आवाज में सर्वर हैक होने की बात स्वीकारनी आरम्भ कर दी। सूत्रों का कहना है कि हालांकि बीते बीस से अधिक दिनों में संस्थान ने छात्रों और कर्मचारियों का अधिकांश डाटा रिट्रीव कर लिया है। लेकिन अभी भी वित्तीय मामलों से जुडे़ स्रिक जैसे विभागों का महत्वपूर्ण डेटा अभी भी साईबर ठगों के ही कब्जे में है।
उसे भी जल्द ही रिट्रीव कर लिया जायेगा। स्रिक में संस्थान की परियोजनाओं के लिखे जोखे के अलावा कर्मचारियों का भी डाटा होता है। इस कारण परियोजनाओं में कार्यरत कर्मचारियों को माह जुलाई के बीत जाने के बाद भी वेतन नहीं मिल पाया है। मामले को लेकर संस्थान का कोई भी अधिकारी मुंह खोलने को तैयार नहीं है। बताया गया है कि सर्वर की सुरक्षा के लिये कईं घेरो के सुरक्षा इन्तजाम किये हुए हैं।
इसमें सिस्को जैसी नामी बहुराष्ट्रीय कम्पनी का भी सहयोग लिया गया है। बावजूद इसके आईआईटी जैसे देश के प्रतिष्ठित संस्थान का सर्वर हैक होना गम्भीर मामला है। भले ही आईआईटी डाटा रिट्रीव करने में सफल हो जाये फिर भी सर्वर का हैक होना देश के लिये भी कई चुनौतियों के रूप में देखा जाना चाहिए।