Uttarakhand: कुमाऊं के प्रतिभाशाली युवाओं ने PCS मेरिट में चमकाया, जानिए टॉपर्स की सफलता की कहानी

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Uttarakhand: फैशन टेक्नोलॉजी में ग्रेजुएशन करने के बाद, आशीष जोशी ने चार साल तक फैशन वर्ल्ड में अपनी प्रतिभा दिखायी। लेकिन जनता की सेवा की भावना ने उन्हें अपने राज्य की ओर वापस खींच लिया। उन्होंने PCS 2021 में टॉप किया, और यह उनकी चौथी सफलता थी। इससे पहले, उन्होंने UP, उत्तराखंड और उत्तराखंड रिव्यू ऑफिसर भर्ती की परीक्षा पास की है।

आशीष ने विशेष बातचीत में बताया कि वे सितारगंज के निवासी हैं और उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा वहीं से की। वर्तमान में, वे जोशीमठ में नायब तहसीलदार हैं। उनके पिता KC जोशी बिजली विभाग में JE के पद से रिटायर हुए हैं, और माँ पुष्पा जोशी एक गृहिणी हैं। आशीष के चार बहनें हैं, जिनमें से एक गृहिणी है, एक सहायक प्रोफेसर है, एक ग्राम विकास अधिकारी है और एक सेना में मेजर है। उनकी पत्नी एक डॉक्टर हैं।

आशीष ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (NIFT) मुंबई से फैशन टेक्नोलॉजी में ग्रेजुएशन किया। इसके बाद, उन्होंने चार साल तक फैशन वर्ल्ड में काम किया। लेकिन, उनका दिल उत्तराखंड में जनता की सेवा के लिए धड़कता था। उनके माता-पिता भी चाहते थे कि वे PCS बनें। उनकी बहन भी सिविल सेवा की तैयारी कर रही थी, जिसने उन्हें लगातार प्रेरित किया। इस तरह, उन्होंने PCS-2016 की प्रारंभिक परीक्षा पास करने के बाद आत्मविश्वास बढ़ाया और PCS की तैयारी शुरू की। इस साल, उन्होंने लोअर PCS में 12वीं रैंक प्राप्त की और अब PCS टॉप कर डिप्टी कलेक्टर बन गए हैं।

वैभव कंडपाल की मेहनत और समर्पण:

अल्मोड़ा के जाखन देवी मंदिर के पास रहने वाले वैभव कंडपाल ने PCS 2021 की मुख्य परीक्षा में दूसरा स्थान प्राप्त किया। कुछ दिन पहले घोषित Uttarakhand Executive Officer परीक्षा में भी उन्होंने पहले स्थान पर रहे थे। वर्तमान में, वे नैनीताल के प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।

वैभव कंडपाल के पिता राजेंद्र प्रसाद कंडपाल, जो कुमाऊं मंडल विकास निगम से रिटायर हुए हैं, और मां लीला कंडपाल, जो लोहरघाट में स्कूल में लेक्चरर हैं, ने कहा कि उनका लक्ष्य शुरू से ही प्रशासनिक सेवा में शामिल होना था। उन्होंने किसी बड़े संस्थान से तैयारी नहीं की, बल्कि मॉक इंटरव्यू की मदद से अपनी शैक्षिक क्षमता बढ़ाई।

पंकज भट्ट का सफल सफर:

हल्द्वानी शहर के छड़ायल सुयाल के निवासी पंकज भट्ट ने PCS परीक्षा में तीसरा स्थान प्राप्त किया। उनकी सफलता से परिवार में खुशी की लहर है। वर्तमान में, पंकज भट्ट खटीमा में एक्साइज इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत हैं। वे कहते हैं कि यदि किसी व्यक्ति के पास मेहनत के साथ धैर्य भी हो, तो सफलता निश्चित रूप से मिलती है।

पंकज भट्ट मूलतः अल्मोड़ा के जांति गांव के निवासी हैं। उनके पिता बंशीधर भट्ट GIC फूलचौर में लैब असिस्टेंट हैं, जबकि मां इंद्रा भट्ट एक गृहिणी हैं। उनका छोटा भाई नीरज भट्ट भोपाल में PhD कर रहा है। पंकज ने बताया कि वे लंबे समय से PCS की तैयारी कर रहे थे। उन्होंने अपनी सफलता का राज खुलासा करते हुए कहा कि मेहनत, धैर्य और समर्पण के साथ काम करने पर सफलता जरूर मिलती है। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, दिवंगत चाचा सुरेश चंद्र भट्ट और उन्नति मिश्रा को दिया है।

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