Kolkata murder case: CJI Chandrachud ने कोलकाता हत्या केस की सुनवाई के दौरान साझा की अस्पताल में फर्श पर सोने की कहानी
Kolkata murder case: सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में कोलकाता में एक डॉक्टर के बलात्कार और हत्या मामले की सुनवाई के दौरान एक महत्वपूर्ण बयान दिया। कोर्ट ने प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों से अपील की है कि वे अपने कार्य पर लौटें, क्योंकि डॉक्टरों की हड़ताल से सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली पूरी तरह ठप हो सकती है। इस मामले की सुनवाई के दौरान, CJI DY Chandrachud ने एक व्यक्तिगत अनुभव साझा किया और अस्पतालों की प्रणाली पर कई प्रश्न उठाए।
CJI Chandrachud की अस्पताल में फर्श पर सोने की कहानी
CJI DY Chandrachud ने सुनवाई के दौरान अपने अनुभव का जिक्र करते हुए बताया कि एक बार उन्हें सरकारी अस्पताल में अपने एक रिश्तेदार की बीमारी के दौरान फर्श पर सोना पड़ा था। उन्होंने कहा कि यह अनुभव उन्हें सरकारी अस्पतालों के सिस्टम की वास्तविक स्थिति से परिचित कराता है। CJI Chandrachud ने इस अनुभव के माध्यम से सरकारी स्वास्थ्य प्रणाली की स्थिति पर प्रश्न उठाए और मरीजों की कठिनाइयों को भी रेखांकित किया।
डॉक्टरों को काम पर लौटने की अपील
सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में डॉक्टरों के संघों को आश्वस्त किया कि राष्ट्रीय टास्क फोर्स सभी हितधारकों की बात सुनेगा। कोर्ट ने कहा कि यह सरकारी अस्पतालों में आने वाले सभी मरीजों के प्रति सहानुभूति रखता है। कोर्ट ने AIIMS नागपुर के रेजीडेंट डॉक्टरों द्वारा अदालत में प्रस्तुत की गई समस्याओं को ध्यान में रखते हुए, कहा कि उन्हें हड़ताल के चलते उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है।
सुप्रीम कोर्ट ने प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों से अपील की कि वे पहले अपने काम पर लौटें। AIIMS नागपुर के वकील को आश्वस्त किया गया कि काम पर लौटने के बाद उन पर कोई प्रतिकूल कार्रवाई नहीं की जाएगी। कोर्ट ने इस दौरान डॉक्टरों के संघों को आश्वस्त किया कि उनकी चिंताओं को गंभीरता से लिया जाएगा और उनके मुद्दों पर उचित समाधान खोजने का प्रयास किया जाएगा।