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Uttarakhand: मंत्रियों को जनता से सीधी संवाद करना चाहिए, CM ने कहा- योजनाबद्ध विकास सार्वजनिक प्रतिनिधियों के सुझावों से होगा, इन बातों पर जोर दिया

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Uttarakhand: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सर्किट हाउस में अधिकारियों की बैठक में कहा कि क्षेत्र का योजनाबद्ध विकास सार्वजनिक प्रतिनिधियों के सुझावों से होता है, इसलिए अधिकारियों को जनता प्रतिनिधियों के साथ समन्वय स्थापित करना चाहिए ताकि राज्य विकास की राह पर आगे बढ़ सके।

 Uttarakhand: मंत्रियों को जनता से सीधी संवाद करना चाहिए, CM ने कहा- योजनाबद्ध विकास सार्वजनिक प्रतिनिधियों के सुझावों से होगा, इन बातों पर जोर दिया

सीएम धामी ने कहा कि मानसून की तैयारी समानांतर चलनी चाहिए। नालियों और नहरों की नियमित सफाई की जाए। उन्होंने आपदा के लिए पूरी तैयारी सुनिश्चित करने की बात की। उन्होंने बताया कि टिहरी जिले के टोला गांव से 50 परिवारों के 300 लोगों को बचाया गया है और स्थानीय प्रशासन की सराहना की। उन्होंने कहा कि अगर पूरे गांव को समय पर नहीं निकाला गया होता तो बहुत नुकसान हो सकता था। धामी ने कहा कि हमें मिशन के तहत कार्य करना है। मानसून के मौसम के बाद समस्याओं को भूल जाते हैं, इसलिए हमें भविष्य में आने वाली समस्याओं के लिए सजग रहना होगा।

उन्होंने कहा कि जिन योजनाओं की आधारशिला रखी गई है, उन्हें भी उद्घाटन किया जाना चाहिए ताकि आम लोग सरकारी जन कल्याण योजनाओं का समय पर लाभ उठा सकें। सड़क की खराब स्थिति पर उन्होंने पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता को निर्देश दिया कि अस्थायी रूप से सड़कें गड्ढा-मुक्त बनाई जाएं और टेंडर प्रक्रिया पूरी कर सड़क कार्य 15 सितंबर से शुरू किया जाए और 15 अक्टूबर तक पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि जहां भी जेसीबी काम कर रही हैं, वहां जीपीएस सिस्टम जरूर लगाया जाए।

मुख्यमंत्री ने जल जीवन मिशन के कार्यों पर गहरी असंतोष व्यक्त किया और JJM के मुख्य अभियंता को व्यवस्थाओं में सुधार करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि शिकायत प्राप्त होने पर संबंधित अधिकारी की जिम्मेदारी तय की जाएगी। उन्होंने कहा कि पाइपलाइन बिछाने के लिए खोदी गई जगहों में गड्ढे एक सप्ताह के भीतर भर दिए जाएं। जिन क्षेत्रों में JJM के तहत लाइनों का बिछाव हुआ है, वहां लोगों को पेयजल मिलना चाहिए।

लालकुआं विधायक डॉ. मोहन सिंह बिष्ट ने कहा कि उनके क्षेत्र में और जिले में जल जीवन मिशन के कार्य पूरे नहीं हुए हैं। केवल 40 से 50 प्रतिशत कार्य ही हुआ है। इस पर धामी ने JJM के नोडल अधिकारी को समय सीमा के भीतर कार्य पूरा करने का निर्देश दिया।

धामी ने कहा कि बिजली के बिलों में कई गलतियां हैं। इन्हें सुधारने के लिए जहां शिकायतें हैं, वहां कैंप लगाकर त्रुटियां सही की जानी चाहिए। उन्होंने ऊर्जा निगम के मुख्य अभियंता को स्मार्ट मीटर लगाने का निर्देश भी दिया।

उन्होंने कहा कि इस गर्मी के मौसम में शहरी क्षेत्र में बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई है। इसके लिए शहर में तीन पावर स्टेशनों को मंजूरी दी गई है। इनके काम को जल्द शुरू किया जाना चाहिए। सीएम ने कहा कि शीशमहल प्लांट की क्षमता बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। यह कार्य अगले गर्मी के मौसम से पहले पूरा होना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गाय आश्रयों के लिए धन मंजूर हो गया है। गाय आश्रयों का संचालन जल्दी शुरू करने के लिए निर्माण कार्य शुरू किया जाना चाहिए। धामी ने वन अधिकारियों को पुरानी और सूखी पेड़ों को काटने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सरकार जल्द ही खेल विश्वविद्यालय अधिनियम लाने जा रही है, जिससे राज्य के प्रतिभाशाली खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा साबित कर सकेंगे।

कमिश्नर दीपक रावत ने कहा कि डिवीजन में जageshwar सड़क भूस्खलन के कारण बंद है। इसे सोमवार तक खोला जाएगा। डिवीजन के 20,000 आपदा प्रभावित परिवारों को वित्तीय सहायता प्रदान की गई है।

डीएम वंदना ने बताया कि शहर में 64 बीघे में तीन करोड़ रुपये की लागत से एक स्थायी गोशाला का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें दो से ढाई हजार जानवरों को रखने की क्षमता होगी। उन्होंने बताया कि 64 करोड़ रुपये की लागत से काइंची धाम बायपास के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी हो गई है। यह कार्य जून 2025 से पहले पूरा होगा।

बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष बेला तोलिया, विधायक बंशीधर भगत, राम सिंह कैड़ा, सरिता आर्य, डॉ. मोहन सिंह बिष्ट, जिला अध्यक्ष प्रवीण बिष्ट, कमिश्नर दीपक रावत, DIG डॉ. योगेंद्र रावत, डीएम वंदना, SSP PN मीना आदि उपस्थित थे।

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