Uttarakhand: नागरिक चुनावों से पहले 11 पार्टियों की मान्यता पर संकट, चुनाव आयोग ने जारी किया अंतिम नोटिस
Uttarakhand: राज्य में नागरिक चुनावों से पहले 11 राजनीतिक पार्टियों की मान्यता खतरे में आ गई है। राज्य चुनाव आयोग अब इन पार्टियों को अंतिम नोटिस भेज रहा है। यदि इसके बावजूद वे अपनी ऑडिट रिपोर्ट और आयकर संबंधी जानकारी प्रदान नहीं करतीं, तो आयोग उनके खिलाफ कार्रवाई करेगा।
पार्टियों की जानकारी की अनिवार्यता
हर साल नागरिक चुनावों में भाजपा, कांग्रेस, और मान्यता प्राप्त पार्टियों के उम्मीदवारों के साथ-साथ अज्ञात पंजीकृत पार्टियों और अस्थायी पंजीकृत पार्टियों के उम्मीदवार भी चुनाव में भाग लेते हैं। इन पार्टियों में मान्यता प्राप्त पार्टियों के पास चुनाव चिह्न होते हैं, जबकि अज्ञात पंजीकृत पार्टियों और अस्थायी पार्टियों के उम्मीदवारों को चुनाव के समय चुनाव आयोग द्वारा चुनाव चिह्न आवंटित किया जाता है।
नोटिस का प्रकाशन
सभी पार्टियों को समय-समय पर अपने वार्षिक ऑडिट रिपोर्ट, आयकर और अन्य सभी जानकारी राज्य चुनाव आयोग को प्रदान करनी होती है। 11 पार्टियाँ ऐसी हैं जिनकी जानकारी उपलब्ध नहीं है। आयोग बार-बार इन्हें नोटिस भेज रहा है, लेकिन ये कोई जानकारी नहीं दे रही हैं।
अब आयोग अंतिम नोटिस जारी करने जा रहा है। इसके बाद भी यदि पार्टियों के प्रतिनिधि निर्दिष्ट तारीख तक नहीं आते हैं, तो उनकी मान्यता रद्द कर दी जाएगी और उनके उम्मीदवार आगामी नगर निगम चुनावों में भाग नहीं ले सकेंगे। आयोग के उपनिदेशक पीके सिंह ने बताया कि अंतिम नोटिस का प्रकाशन समाचार पत्रों के माध्यम से किया जा रहा है और इसके बाद कार्रवाई की जाएगी।
नगर निगम चुनावों की तैयारी
मॉनसून के बाद राज्य के 99 नगर निकायों के चुनावों की तैयारी तेज हो गई है। सरकार सितंबर-अक्टूबर में नागरिक चुनावों के लिए तैयारियों में जुटी है। इस संबंध में सरकारी स्तर पर तैयारियाँ तेज की गई हैं। ओबीसी आरक्षण के नियम भी लगभग तैयार हैं। जैसे ही यह लागू होगा, निकायों में आरक्षण की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।