
Fees:
देहरादूनl जहां पेट्रोल डीजल के साथ ही रसोई गैस के दाम बढ़ने की प्रदेशवासी मार झेल रहे हैं वही अब प्राइवेट स्कूलों द्वारा फीस बढ़ाने का मामला भी सामने आ रहा हैl बस और वैन किराए के बाद अब कुछ निजी स्कूल बच्चों की फीस बढ़ाने की तैयारी कर रहे हैं। इसके पीछे शिक्षक व कर्मचारियों का वेतन बढ़ाने और बिल्डिंग मेंटिनेंस सहित अनेक बात बताई जा रही हैं।
आपको बता दें कि कई बड़े पब्लिक स्कूलों ने अपनी स्कूल बसों और वैन का किराया बढ़ा दिया था। इससे अभिभावकों पर आर्थिक बोझ बढ़ जाने से काफी परेशान थे कि अब कुछ स्कूल बच्चों की फीस बढ़ाने की तैयारी कर रहे हैं। स्कूल संचालकों का कहना है कि लगभग 2 वर्षों से उन्होंने अपने शिक्षकों व कर्मचारियों का वेतन नहीं बढ़ाया। इस कारण अब मजबूरी में उन्हें वेतन बढ़ाना होगा, नहीं तो अच्छे शिक्षक स्कूल मे रोके रखना मुश्किल हो जाएगाl और यदि अच्छे शिक्षक स्कूल छोड़कर गए तो इससे बच्चों की पढ़ाई और स्कूल की रेपोटेशन पर फर्क पड़ेगा। इसके अलावा स्कूल बिल्डिंग सहित तमाम बुनियादी ढांचे व सुविधाओं की मेंटिनेंस पर भी काफी बजट खर्च करना पड़ेगा। बच्चों की संख्या भी कम हो रही है। ऐसे में स्कूलों के सामने फीस बढ़ाने के अलावा कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा हैl