Crime: उत्तराखंड पुलिस ने बरेली में 25 ड्रग्स माफिया किए गिरफ्तार

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300 पुलिस कर्मियों ने अगरासपुर गांव में सर्जिकल स्ट्राइक की

बरेली एसएसपी ने जानकारी साझा न करने पर सवाल उठाए

बरेली/रुद्रपुर उत्तराखण्ड पुलिस ने यूपी में जाकर ड्रग माफिया के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक कर दी। उधमसिंहनगर के एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने इस छापेमारी का नेतृत्व किया। और एक गांव में छापा मारकर दो दर्जन ड्रग माफिया को गिरफ्तार कर उत्तराखण्ड ले आयी।

इस बड़ी कार्रवाई में लगभग 300 पुलिसकर्मियों ने हिस्सा लिया। गौरतलब है कि इस कार्रवाई की बरेली पुलिस को भनक तक।नहीं लगी। बरेली के एसएसपी ने जानकारी साझा नहीं करने पर नाराजगी जताई।

गौरतलभ सीएम धामी के विशेष निर्देश पर राज्य की पुलिस ड्रग सप्लायर के खिलाफ मुहिम छेड़े हुए है। प्रदेश में बरेली इलाके से ड्रग आपूर्ति की लगातार खबरें मिल रही थी।

मिली जानकारी के मुताबिक यह सर्जिकल स्ट्राइक बरेली जिले के थाना फतेहगंज पश्चिमी के अगरासपुर गांव में हुई. उधम सिंह नगर के एसपी मणिकांत मिश्रा ने सोमवार रात 300 पुलिस कर्मियों के साथ अचानक गांव में धावा बोला.

पुलिस ने 25 ड्रग्स माफियाओं को गिरफ्तार कर उत्तराखंड ले गई. दरअसल, उत्तराखंड में दूसरे प्रदेशों से तस्करी कर लाए गए नशीले पदार्थों को बेचा जा रहा था. पुलिस को सूचना मिली कि बरेली के ड्रग्स माफिया नशीले पदार्थों को उत्तराखंड में बेचते हैं, जिससे युवाओं में नशे की प्रवृत्ति बढ़ रही थी. इस पर लगाम लगाने के लिए उत्तराखंड के डीजीपी ने मोर्चा संभाला और जिम्मेदारी एसपी मणिकांत मिश्रा को दी.

मिश्रा ने 300 पुलिस कर्मियों की एक टीम तैयार की और गोपनीय तरीके से ट्रेनिंग दी. बीती रात एसएसपी मणिकांत मिश्रा के नेतृत्व में बरेली के अगरासपुर गांव पहुंचकर पूरे गांव को घेर लिया गया. घरों की तलाशी के बाद 25 ड्रग्स माफियाओं को गिरफ्तार कर उत्तराखंड ले जाया गया. इस ऑपरेशन को बेहद गोपनीय रखा गया, जिससे यह पूरी तरह सफल रहा. फिलहाल, पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है और जल्द ही बड़े खुलासे का दावा कर रही है.

बरेली एसएसपी ने कार्रवाई पर उठाए सवाल

उत्तराखंड पुलिस की बरेली सर्जिकल स्ट्राइक पर एसएसपी बरेली अनुराग आर्य ने सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड पुलिस अधिकारियों ने सर्जिकल स्ट्राइक के पहले या बाद में कोई जानकारी साझा नहीं की. कार्रवाई से स्थानीय पुलिस को अवगत कराना बेहद जरूरी था. उन्होंने कहा कि मुस्लिम बाहुल्य गांव था. उत्तराखंड के पुलिस अधिकारियों ने सहरी के वक्त रेड की थी और कोई भी बड़ी अनहोनी हो सकती थी. होली के त्यौहार में खलल मच सकता था.

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