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Cm dhami: एनएसएस आईआईटी रूड़की ने आयोजित किया सस्टेनेबिलिटी कॉन्क्लेव 2022

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उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री ने टेक सारथी का किया लॉन्च

Cm dhami:

रूड़कीl नेशनल सर्विस स्कीम इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी रूड़की ने आज सस्टेनेबिलिटी कॉन्क्लेव 2022 का आयोजन किया। जिसका विषय था ‘यर्निंग फॉर वायबिलिटी’। जलवायु परिवर्तन, पर्यावरण संरक्षण, उर्जा संकट और जल की कमी जैसे मुद्दों और इनके समाधानों पर चर्चा करना सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य था।

कार्यक्रम के दौरान उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे। वही रूड़की के एमएलए प्रदीप बत्रा, स्वामी यतिन्द्रानंद गिरी, जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर और यतीशवरानंद, पूर्व केबिनेट मंत्री, उत्ततराखण्ड सरकार भी मौजूद थे।

स्थापना के 175वें वर्ष के उपलक्ष्य में संस्थान ने टेक सारथी का प्रदर्शन कियाl आईआईटी रूड़की की यह पहल रूड़की में और आस-पास के क्षेत्रों में ओद्यौगिक युनिट्स को समर्थन देती है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान के 175 वर्ष पूर्ण होने पर में राष्ट्रीय सेवा योजना आईआईटी रुड़की इकाई के सस्टेनिबिलीटी सम्मेलन का शुभारंभ करते हुए छात्र छात्राओं से आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में योगदान देने के लिये प्रेरित किया। दो दिवसीय इस सम्मेलन में जलवायु परिवर्तन, पर्यावरण संरक्षण, ऊर्जा संकट, जल की कमी जैसे मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। साथ ही प्रतिभाशाली दिग्गज और अनुसंधानकर्ताओं को एक मंच पर लाने का प्रयास किया जाएगा।

मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जब दुनिया शिक्षा के विषय में जानती भी नहीं थी तब इस देश में विश्वविद्यालय खुले थे जहां देश-विदेश से हजारों छात्र ज्ञान प्राप्त करने के लिए आते थे उन्होंने कहा कि सतत विकास ही समस्याओं का निदान है। सतत विकास से ही सभी समस्याओं का निदान संभव है। वर्तमान की जरूरत ही नहीं बल्कि आने वाली पीढ़ियों की आवश्यकताओं को भी ध्यान में रखते हुए जो योजनाएं बनाई जाती हैं उन्हीं से अनवरत विकास संभव है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सतत विकास के लिए सरकार की ओर से जलवायु परिवर्तन, जल संरक्षण आदि मुद्दों पर नीतियों और परियोजनाओं का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने छात्र छात्राओं से नेता बनने का आह्वान करते हुए कहा कि आप विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के छात्र हैं। आपकी इस क्षेत्र में विशेषज्ञता है। आप राजनीति के अलावा भी इस क्षेत्र का नेतृत्व करें। अपने को श्रेष्ठ साबित करें। अपने समय के एक-एक पल और लक्षण का सदुपयोग करें, तभी हम आत्मनिर्भर और क्षेष्ठ भारत के निर्माण का सपना साकार कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह यहां भाषण देने नहीं आए हैं, बल्कि छात्रों से अपने अनुभव साझा करने के लिए आए हैं।

जो भी बच्चा जीवन में आगे बढ़ता है उससे उसके परिवार वालों को ही नहीं पास पड़ोस गली मोहल्ले और नगर वासियों की भी उम्मीद बढ़ती है। इन उम्मीदों पर आपको खरा उतरना है।

जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरि महाराज ने सम्बोधित करते हुए कहा कि हम दोंनो ही साधक हैं आप पदार्थ और सूक्षम तत्वों के साघक हैं और सन्यासी अन्तःसाधना करता है। हमारे ऋिषियों ने अन्तः में उतरकर दुनिया को आध्यात्म और भारतीय संस्कृति की अमूल्य पूुंजी दी है। आपमें भी क्षमता है। आप आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए नौकरी करने की बजाए मालिक बने और देश को आगे ले जायें। इससे पूर्व सीएम पुष्कर सिंह धामी, महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरि, विधायक प्रदीप बत्रा, निदेशक अजीत के चतुर्वेदी आदि ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। प्रोफेसर अजीत के चतुर्वेदी, डायरेक्टर, आईआईटी रूड़की, ने कहा, ‘‘हमें खुशी है कि मुख्यमंत्री ने हमारी दो सबसे मुख्य पहलों का लॉन्च किया है। सस्टेनेबिलिटी कॉन्क्लेव हमारे छात्रों की उल्लेखनीय गतिविधि है, वहीं टेक सारथी एक ऐसी पहल है जो स्थानीय उद्योग को आईआईटी रूड़की से जोड़ती है। उम्मीद है कि टेक सारथी हमारे उद्योग को अपग्रेड करने में क्रान्तिकारी भूमिका निभाएगी। कार्यक्रम का समापन आईआईटी रूड़की के डिप्टी डायरेक्टर प्रोफेसर एम. परीदा द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।

 

 

Manoj kumar

Editor-in-chief

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