Haridwar: कड़ी सुरक्षा के बीच व्हीलचेयर पर कोर्ट में पेश हुए पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन, 28 को बेल की डाली जाएगी अर्जी

रुड़की l खानपुर विधायक उमेश कुमार के आवास पर फायरिंग के आरोप में 27 जनवरी से कुंवर प्रणव सिंह न्यायिक हिरासत में है। रिमांड अवधि पूरी होने पर पूर्व विधायक प्रणव सिंह चैंपियन गुरुवार को कोर्ट में पेश किए गए। जहां उनकी रिमांड अवधि पर सुनवाई के बाद फैसला किया गया। कोर्ट ने चैंपियन की न्यायिक हिरासत की अवधि 14 दिन और बढ़ा दी। हलाकि कुंवर प्रणव सिंह को थोड़ी राहत कोर्ट से मिली है हत्या के प्रयास की धारा को गैर इरादतन हत्या के प्रयास की धारा में तरमीम होने को कोर्ट ने मंजूरी दे दी है। कोर्ट की कार्रवाई पूर्ण हो जाने के बाद चैंपियन को वापस जिला अस्पताल भेज दिया गया है।
उनके अधिवक्ता प्रवीण तोमर द्वारा मीडिया को बताया गया की कल 28 फ़रवरी को उनके बेल की अर्जी डाली जाएगी। पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह 27 जनवरी से न्यायिक हिरासत में है। उनके ऊपर हत्या के प्रयास की धारा में मुकदमा दर्ज था लेकिन दो दिन पूर्व पुलिस ने जांच के दौरान बदलाव करते हुए हत्या के प्रयास की धारा के स्थान पर गैर इरादतन हत्या के प्रयास की धारा कर दी थी पुलिस ने मामले में आज चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की। वहीं आज कुंवर प्रणव की कोर्ट में पेशी थी,कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को आज कोर्ट में पेश किया गया। कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के वकील प्रवीण तोमर द्वारा कोर्ट से मुकदमे में से हत्या के प्रयास की धारा 109 हटाने की अपील की गई थी जिस पर सीजेएम कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए उक्त धारा 109 को हटाकर गैर इरादतन हत्या 110 की धारा दी गई हैं। चैंपियन के वकील प्रवीण तोमर का कहना है 28 फरवरी को जमानत के लिए कोर्ट में अपील की जाएगी।
जानिए क्या था पूरा मामला?
जहां एक और कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन अपने निर्दलीय प्रत्याशी भूरा को लंढोरा नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर समर्थन कर रहे थे। वहीं दूसरी ओर खानपुर विधायक उमेश कुमार रुड़की मेयर पद पर अपने निर्दलीय प्रत्याशी श्रेष्ठा राणा का समर्थन कर रहे थे। मजेदार बात यह रही कि दोनों प्रत्याशियों में से कोई भी चुनाव नहीं जीत सका। इसी को लेकर सोशल मीडिया पर दोनों के बीच तनातनी का माहौल बना हुआ था।दोनों ने एक दूसरे को गंदी-गंदी गालियां दी। एक दूसरे को दोनों ने कार्यालय आने पर ललकार। जहां एक और शनिवार रात उमेश कुमार कल प्रणव सिंह चैंपियन के कार्यालय और महल पर पहुंचे। लेकिन वह उन्हें वहां नहीं मिले। वहीं दूसरी ओर पलटवार करते हुए और कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन रविवार शाम अपने समर्थकों के साथ उमेश कुमार के कार्यालय पर जा पहुंचे। जहां उन्होंने गाली गलौज करते हुए ताबड़तोड़ फायरिंग कर डाली।जिससे उमेश कुमार के कुछ समर्थक घायल भी हुए। गनीमत यह रही कि किसी की जान माल का नुकसान तो नहीं हुआ। लेकिन यह विषय रुड़की की राजनीति में चर्चा का केंद्र बन गया।