Uttarakhand: समलैंगिक संबंध बनाकर लूटपाट करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के दो शातिरों को पुलिस ने दबोचा
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कोटद्वार। एक एप की मदद से लोगों के साथ समलैंगिक संबंध बनाकर लूटपाट करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के दो शातिरों को कोटद्वार पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से दो तमंचे मय कारतूस, मोबाइल और कार बरामद की गई है। एक शातिर यूपी पुलिस की वर्दी में था। पुलिस ने दोनों शातिरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें न्यायालय के समक्ष पेश किया। अदालत ने उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में पौड़ी जेल भेजने के आदेश दिए हैं।
एसएसपी लोकेश्वर सिंह ने बताया कि कोटद्वार पुलिस को उत्तर प्रदेश के जनपद शामली के कुछ शातिरों के कोटद्वार क्षेत्र में घूमने की सूचना मिली थी। एएसपी चंद्रमोहन सिंह, सीओ निहारिका सेमवाल के नेतृत्व में कोतवाली पुलिस और सीआईयू कोटद्वार की टीमें चेकिंग में जुट गईं।
कोतवाल रमेश सिंह तनवार ने बताया कि चेकिंग के दौरान बीईएल मार्ग पर एक संदिग्ध कार को रोका। जिसमें कार सवार एक ने अपना नाम सोनू उर्फ जोगिंदर सिंह, निवासी जसाला, थाना कांधला, दूसरे ने रविंद्र उर्फ मोनू, निवासी जसाला, थाना कांधला, जनपद शामली बताया। बताया कि वे हाल में वह ढंडेरा, रुड़की (हरिद्वार) में रह रहे हैं।
सोनू उत्तर प्रदेश पुलिस की वर्दी में था। तलाशी लेने पर उनके पास से दो तमंचे और कारतूस बरामद हुए। कार कब्जे में लेकर दोनों को गिरफ्तार कर पुलिस कोतवाली ले आई। दोनों के खिलाफ कपटपूर्ण आशय से लोकसेवक की पोशाक पहनने, आपराधिक षड्यंत्र रचने और अवैध रूप से शस्त्र रखने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर न्यायालय के समक्ष पेश किया गया। जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में पौड़ी जेल भेजने के आदेश मिले।
इससे पहले पूछताछ करने पर दोनों ने आरोपियों ने बताया कि वे मोबाइल फोन में एक एप का इस्तेमाल कर लोगों से संपर्क कर उन्हें अपने जाल में फंसा लेते हैं। फिर उन्हें सुनसान जगह में मिलने के लिए बुलाते हैं और उनसे संबंध बनाकर उनकी फोटो व वीडियो बना लेते हैं।
इस बीच उनका साथी पुलिस की वर्दी में आकर उन्हें डरा-धमकाकर व ब्लैकमेल कर उनसे नकदी, आभूषण आदि कीमती सामान लूट लेता है। दोनों शातिरों ने स्वीकार किया कि वे अलग-अलग शहरों में जाकर एक एप में पंजीकृत लोगों से मिलने, दोस्ती करने, रोमांटिक बातें करने और संबंध बनाने के लिए संपर्क कर उन्हें फंसाते हैं और लूटपाट की घटना को अंजाम देते हैं।
कोतवाल ने बताया कि दोनों शातिरों के खिलाफ यूपी के थाना शामली में भी मुकदमे दर्ज हैं। दोनों को गिरफ्तार करने वाली टीम में कोतवाल रमेश तनवार के अलावा सीआईयू प्रभारी एसआई कमलेश शर्मा, एसआई राजविक्रम, सीआईयू के एएसआई सुशील चौधरी, अहसान अली एवं कई पुलिसकर्मी शामिल रहे।