
रुड़की l राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ उत्तराखण्ड़ के प्रान्त प्रचारक डॉ. शैलेन्द्र द्वारा आज आनन्द स्वरुप आर्य सरस्वती विद्या मन्दिर की छात्रा एनसीसी कैडेट वैष्णवी चौधरी की गौरवशाली उपलब्धि, महानिदेशक एनसीसी दिल्ली में अयोजित आईडिया एंड इनोवेशन गणतंत्र दिवस कैम्प प्रतियोगिता 2025 में विजयी होने पर विद्यालय में वैष्णवी सहित पूरे विद्यालय परिवार एवं एनसीसी विभाग को शुभकामनाएँ प्रेषित कर होनहार कैडेट वैष्णवी को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।
वैष्णवी द्वारा सड़क हादसों और दुर्घटनाओं पर नियत्रंण के लिए ब्लाइंड टर्न वार्निग मैकेनिज्म थीम पर अपना आईडिया मॉडल प्रस्तुत किया गया है। जिसे महानिदेशक एनसीसी, रक्षा राज्य मंत्री, रक्षा मंत्री, चीफ ऑफ डिफेंस, रक्षा सचिव, सैन्य अधिकारियों के समक्ष भी वैष्णवी द्वारा प्रदर्शित किया गया है, जो विद्यालय एवं रूड़की नगर के लिए अत्यन्त गौरव की बात है।
डॉ. शैलेन्द्र जी ने अपने आशीर्वचनों में कहा कि परिश्रम का कोई विकल्प नही होता। विद्या मन्दिर अन्य विद्यालयों से इसलिए अलग है क्योंकि यहाँ शिक्षा के साथ-साथ संस्कार भी प्रदान किये जाते है। जीवन की सफलता का मूूल मंत्र है परिश्रम, उत्साह और दृढ विश्वास। बिना संघर्ष और परिश्रम के लक्ष्य को प्राप्त नही किया जा सकता है। इसलिए योजना बनाकर परिश्रम का प्रण लेकर चुनौतियों का सामना करना सीखना होगा।
जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए समय प्रबंधन, खुद पर विश्वास, सकरात्मक सोच, अनुशासन और योजना निर्माण अत्यंत आवश्यक है। विभाग प्रचारक चिरंजीव (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) ने प्रेरित करते हुए कहा कि जीवन के विभिन्न आयामो में से हमें सर्वश्रेष्ठ का चयन कर अपना सर्वश्रेष्ठ देश समाज को वापस देना है।
हमें अपने जीवन में सामाजिक दायित्वों का निर्वहन पूरी ईमानदारी से करना चाहिए। अपनी रुचि और सही लक्ष्य को जानकर सही योजना और मार्गदर्शन के माध्यम से ईमानदारी पूर्वक कठिन से कठिन लक्ष्य को भी प्राप्त किया जा सकता है। डॉ. शैलेन्द्र जी ने विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री अमरदीप सिंह जी एवं समस्त आचार्य परिवार को शुभकामनाएँ देते हुए विद्यालय भवन एवं विद्यालय व्यवस्थाओं की मुक्त कंठ से प्रशंसा की।