Roorkee: सीएसआईआर-सीबीआरआई ने मनाया 79वां स्थापना दिवस

रुड़कीl सीएसआईआर-केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान सीबीआरआई, रुड़की ने रवींद्रनाथ टैगोर ऑडिटोरियम में एक भव्य कार्यक्रम के साथ अपना 79वां स्थापना दिवस मनाया।
इस अवसर पर 1947 में अपनी स्थापना के बाद से भवन विज्ञान और अनुसंधान में संस्थान के उल्लेखनीय योगदानों को स्मरण किया। इस कार्यक्रम में कर्मचारियों, छात्रों और गणमान्य व्यक्तियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
प्रो. एस.के. भट्टाचार्य, पूर्व निदेशक, सीएसआईआर-सीबीआरआई और कुलपति, शिव नादर विश्वविद्यालय, चेन्नई के प्रोफेसर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे, जबकि इस अवसर पर सीएसआईआर- एचआरडीजी, नई दिल्ली के वरिष्ठ उपसचिव विनोद कुमार, विशिष्ट अतिथि और एनआईएच के निदेशक डा. एम.के. गोयल, भी उपस्थित रहे।
समारोह की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई, इसके बाद सीएसआईआर-सीबीआरआई, रुड़की के निदेशक ने स्वागत भाषण दिया।
अपने भाषण में उन्होंने सुरक्षा, स्थिरता, कार्यक्षमता और नैतिकता के क्षेत्रों में संस्थान के योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने विभिन्न अनुसंधान एवं विकास और गैर-अनुसंधान एवं विकास पहलों, भविष्य के लक्ष्यों, प्रमुख उपलब्धियों और चल रहे उद्देश्यों को भी रेखांकित किया। सम्मानित अतिथियों को उनके बहुमूल्य योगदान के लिए सम्मानित किया गया ।
डॉ. अजय चौरसिया ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की कि सीएसआईआर- सीबीआरआई ने 20-22 नवंबर 2025 तक प्रतिष्ठित वन हेल्थ वन वर्ल्ड (ओएचओडब्ल्यू) सम्मेलन पर चौथे अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी की मेजबानी करने का अवसर सफलतापूर्वक प्राप्त किया है। इसी के साथ श्री श्री एस.के. नेगी, डॉ. अजय चौरसिया और अनूप कुमार ने अपनी पुस्तक “भारतीय पारंपरिक घरों की झलक” का विमोचन किया , जो सीएसआईआर मिशन मोड प्रोजेक्ट: क्लाइमेट रेजिलिएंट बिल्डिंग के परिणामों में से एक है।
2023-24 के सर्वश्रेष्ठ शोध पत्रों की घोषणा भी की गई। इस कार्यक्रम में विभिन्न खेल गतिविधियों के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया गया । डॉ. अजय चौरसिया ने मुख्य अतिथि प्रो. एस.के. भट्टाचार्य का परिचय कराया। प्रो. भट्टाचार्य ने अपने संबोधन में सीएसआईआर- सीबीआरआई को उसकी 79वीं वर्षगांठ पर बधाई दी। उन्होंने संस्थान के अनुसंधान एवं विकास योगदान, उन्नत अनुसंधान सुविधाओं और राष्ट्रीय विकास में इसकी भूमिका की सराहना की, साथ ही सीएसआईआर-सीबीआरआई को अपने भविष्य के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया ।
इसके पश्चात डा. डी.पी. कानूनगो ने श्री विनोद कुमार जी का परिचय प्रस्तुत किया। श्री विनोद कुमार ने अपने संबोधन में विभिन्न वैज्ञानिक संगठनों में अपने कार्यकाल पर विचार किया और इस बात पर जोर दिया कि वैज्ञानिक और प्रशासक दो मूलभूत स्तंभ हैं, जिन्हें संस्थागत सफलता के लिए मिलकर काम करना चाहिए।
प्रो. आर. प्रदीप कुमार ने समारोह के मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि को स्मृति चिह्न और शॉल भेंट की गई। आज संस्थान में एक सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया। इसके अलावा इस अवसर पर राष्ट्रीय भूकंप इंजीनियरिंग परीक्षण सुविधा (एनईईटीएफ) के तत्वावधान में दीवार पर आउट-ऑफ-प्लेन लोडिंग परीक्षण सुविधा (ओओटीपी) सफलतापूर्वक राष्ट्र को सुविधा समर्पित की, जो भारत में अपनी तरह की पहली सुविधा है।
इस सुविधा का उद्घाटन शिव नादर विश्वविद्यालय, चेन्नई के कुलपति और सीएसआईआर-केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान के पूर्व निदेशक प्रो. श्रीमन कुमार भट्टाचार्य ने किया। ओओटीपी आउट-ऑफ-प्लेन मोनोटोनिक और साइक्लिक लोडिंग के अधीन दीवारों (3 मीटर चौड़ी x और 3 मीटर ऊंची) का पूर्ण पैमाने पर परीक्षण करने में सक्षम बनाता है, जिससे दीवारों के लिए भूकंप सुरक्षा और रेट्रोफिट प्रौद्योगिकियों पर शोध को बढ़ावा मिलता है।
इस परीक्षण सुविधाका कार्य डा. अजय चौरसिया की देखरेख में हो रहा है। इस अवसर पर संस्थान के निदेशक प्रो. आर. प्रदीप कुमार ने भूकंपीय लचीलापन और सुरक्षित निर्माण प्रौद्योगिकियों को आगे बढ़ाने के लिए संस्थान की प्रतिबद्धता पर जोर दिया।