Dehradun: फरार 50 हजार का ईनामी हत्यारा जरनैल सिंह गिरफ्तार, वर्ष 2023 में सेन्ट्रल जेल सितारगज से हो गया था फरार
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देहरादून। पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड, दीपम सेठ द्वारा उत्तराखण्ड राज्य में जघन्य अपराधों में लम्बे समय से वांछित इनामी अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ, नवनीत सिंह भुल्लर को विशेष रूप से निर्देशित किया गया। उक्त निर्देश के क्रम में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ नवनीत सिंह द्वारा पुलिस उपाधीक्षक, एसटीएफ आरबी चमोला के निकट पर्यवेक्षण में एक टीम का गठन कर उपरोक्त लम्बे समय से फरार अपराधी की गिरफ्तारी हेतु उचित दिशा-निर्देश दिये गये। इसी क्रम में एसटीएफ की कुमायूँ युनिट द्वारा थाना सितारगंज जनपद ऊधमसिंह नगर पुलिस को साथ लेकर थाना सितारगंज जनपद ऊधमसिंह नगर के 50 हजार के ईनामी हत्यारे जरनैल सिंह पुत्र बंजारा सिंह निवासी ग्राम बिचई नानकमत्ता को सुदूर राजस्थान के फलोदी जनपद से गिरफ्तार किया है, जोकि वर्ष 2023 में सेन्ट्रल जेल सितारगंज से फरार हो गया था।
पकड़े गए ईनामी की गिरफ्तारी के संबंध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, नवनीत भुल्लर द्वारा जानकारी देते हुए बताया कि एसटीएफ की गठित टीम द्वारा प्राप्त तकनीकी तथा भौतिक सूचनाओं का विश्लेषण करते हुये अपने अथक प्रयास से उक्त अपराधी की पहचान स्थापित की फिर टीम के द्वारा राजस्थान से उसकी गिरफ्तारी की गयी। एसटीएफ की इस कार्यवाही में हे.का. मोहित वर्मा, हे.का. किशोर कुमार व सर्विलांस में किशन चन्द्र की विशेष भूमिका रही। अभियुक्त जरनैल सिंह द्वारा अपने साथियों के साथ मिलकर 14 अगस्त 1995 को नानकमत्ता क्षेत्र में मक्खन सिंह नामक एक व्यक्ति की गोलियाँ मारकर हत्या कर दी थी जिस सम्बन्ध में मृतक के पिता चरण सिंह पुत्र धुमा सिंह निवानी नगला थाना नानकमत्ता जिला ऊधमसिंह नगर द्वारा नानकमत्ता थाने में मुकदमा पंजीकृत कराया गया था।
उक्त मुकदमें में अभियुक्त को न्यायालय द्वारा आजीवन कारावास की सजा सुनायी गयी थी तब से अभियुक्त सितारगंज जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था। दिनांक 27 अगस्त 2023 को वह सितारगंज जेल से फरार हो गया। तब उसके विरुद्ध एक और मुकदमा सितारगंज थाने में पंजीकृत कराया गया और पकड़े ना जाने पर पहले 25 हजार रुपये व बाद में 50 हजार का ईनाम घोषित किया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ, नवनीत सिंह के निर्देशन में जेल से फरार अपराधी जरनैल सिंह से सम्बन्धित पुर्व में किये गये तकनीकी एवं भौतिक सूचनाओं जैसे अपराधी का फिंगर प्रिन्ट, वाईस सैम्पल व अन्य दस्तावेजो का पुनः बारीकी से विशलेषण किया गया। विशलेषण से प्राप्त नए तथ्यों का डिजीटल एवं भौतिक सत्यापन हेतु टीम को पंजाब व राजस्थान भेजा गया। टीम द्वारा एक संदिग्ध व्यक्ति को चिन्ह्ति किया गया जिसके पास सतपाल सिंह पुत्र गुरचरण सिंह निवासी बार्डर 24 डबलीराठान, हनुमानगढ़ राजस्थान का आधार पहचान पत्र था।
अपराधी के चेहरे के मिलान हेतु भी विभिन्न साफ्टवेयर का प्रयोग किया, टीम द्वारा पहचान को स्थापित हो जाने पर अभियुक्त को परसो राजस्थान से गिरफ्तार कर सम्बन्धित न्यायालय प्रस्तुत कर ट्रांजिट रिमाण्ड प्राप्त कर आज उत्तराखण्ड लाया गया। अभियुक्त जरनैल सिंह ने पूछताछ में एसटीएफ को बताया कि उपरोक्त अभियोग में आजीवन कारावास की सजा मिलने 2पर मैं सितारगंज जेल में बन्द था। दिनांक 27 अगस्त 23 को मैं मौका पाकर जेल से फरार हो गया और सीधे भागकर पंजाब गया जहाँ फाजलक्का थाना सिटी-1 जिला फाजलक्का में मेरा परिवार रहता है और तुरन्त ही वहाँ से भागकर यहाँ राजस्थान में जोधपुर के पास देचू थाना क्षेत्र में आ गया यहाँ सम्पत नाम के व्यक्ति के घऱ में रहकर उसके साथ मजदूरी करने लगा यहीँ से मैंने सतपाल सिंह पुत्र गुरचरण सिंह के नाम से फर्जी आधार कार्ड बना लिया।