Dehradun: फर्जी सेना अधिकारी बनकर युवाओं को ठगने वाले को एसटीएफ़ ने किया गिरफ्तार

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देहरादून। खुद को भारतीय सेना में अधिकारी बताकर युवाओं को भारतीय सेना में नौकरी लगाने के नाम पर प्रति पीड़ित से साढ़े तीन लाख रुपये की ठगी करने वाले एक बहरूपिया आर्मी अधिकारी को एसटीएफ़ ने कल देर रात आर्मी इंटेलिजेंस व पटेलनगर पुलिस के साथ जॉइंट आपरेशन में पटेलनगर क्षेत्र के चन्दमणि रोड से गिरफ्तार किया है। अभियुक्त के पास से पुलिस टीम ने सेना का फर्जी आईकार्ड, सेना की वर्दी आदि बरामद किया है।

अभियुक्त ने युवाओं को झांसे में लेने के लिए एक पीड़ित को सेना में चालक की नौकरी पक्की होने संबंधी एडमिट कार्ड तक जारी कर दिया था,युवक द्वारा जब मिलिट्री अस्पताल में जाकर जानकारी की गई तो उसको अपने साथ ठगी की जानकारी हुई। आर्मी इंटेलिजेंस द्वारा मामले की जानकारी होने पर एसटीएफ़ को अभियुक्त का इनपुट दिया गया था, जिसके तहत संयुक्त टीम द्वारा कल देर रात कार्यवाही को अंजाम दिया गया।

एसएसपी एसटीएफ ने बताया कि आर्मी इंटेलिजेंस देहरादून यूनिट द्वारा बीते दिनों एसटीएफ़ को एक इनपुट दिया था जिसके अनुसार कोतवाली पटेलनगर क्षेत्र में एक शातिर ठग द्वारा स्वयं को आर्मी अधिकारी बताकर आर्मी वर्दी पहनकर बेरोजगार युवाओं को सेना में भर्ती करवाने का झांसा दे रहा था। उसके द्वारा युवाओं को झांसे में लेने के लिए युवाओं को अपना फर्जी सेना का आईकार्ड भी दिखाया गया था। आर्मी इंटेलिजेंस के इनपुट के बाद एसटीएफ़ द्वारा उक्त बहरूपिये आर्मी अधिकारी के विषय में खुफिया जानकारी जुटाई गई व दूसरी तरफ अभियुक्त द्वारा जिन युवाओं को ठगा था उनकी जानकारी जुटानी शुरू की।

पीड़ित युवको ने एसटीएफ को बताया कि पटेलनगर क्षेत्र में रहने वाले प्रमोद कुमार उर्फ वासू निवासी- चंद्रपाल खेड़ी पो. नुक्कड़ थाना नुक्कड़ जनपद सहारनपुर यूपी ने उन्हें उसका भारतीय सेना में अधिकारी होना बताया था। उसके अनुसार उसकी सेना में अच्छी खासी जान पहचान है। उसने युवको को बताया था कि सेना में विभिन्न ट्रेडमेन के पद निकलते ही रहते हैं, जिन पर वह उनकी नौकरी लगवा सकता है। उसके द्वारा प्रत्येक युवक से नौकरी लगवाने के नाम पर तीन से साढ़े तीन लाख रुपये ठगे गए थे।

एसएसपी नवनीत सिंह ने बताया कि अभियुक्त युवक पीड़ित युवको को मिलिट्री हास्पिटल देहरादून में आर्मी की वर्दी पहने हुये भी मिला था, जिस कारण से उन सभी को उसके सेना में होने का यकीन हो गया था। उन्होंने बताया कि अभियुक्त द्वारा एक पीड़ित युवक को सेना में चालक पद पर नियुक्ति हेतु एडमिट कार्ड भी दिया गया था और उसको फर्जी मेरिट लिस्ट दिखाकर उसके सलेक्शन होने का विश्वास दिलाया गया था। जिसपर जब पीड़ित युवक मिलिट्री हास्पिटल देहरादून पँहुचा तो उसे मेरीट लिस्ट के फर्जी होने की जानकारी हुई थी। आरोपी प्रमोद कुमार द्वारा उक्त लिस्ट में फर्जी एडिटिंग कर पीड़ित का नाम जोड़ा गया था। पीड़ित द्वारा अपने साथ हुई इस ठगी के चलते कोतवाली पटेलनगर में प्रमोद कुमार उर्फ वासु व अन्य के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कराया था।

मामले मे अभियुक्त प्रमोद के खिलाफ सभी साक्ष्य व इनपुट जुटाने के बाद एसटीएफ द्वारा कल सोमवार देर रात आर्मी इंटेलिजेंस व पटेलनगर पुलिस की जॉइंट टीम के साथ एक आपरेशन में फर्जी आर्मी अधिकारी बनकर युवाओं से लाखों की ठगी करने के आरोप में चन्दमणि रोड से अभियुक्त प्रमोद कुमार को गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त के पास से पुलिस ने सेना का फर्जी आईकार्ड, एक जोडी आर्मी की वर्दी व अन्य आर्मी से सम्बन्धित वर्दी व मोबाइल फोन बरामद किये है।

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