Uttarakhand: फर्जी बैंक खाते खुलवाकर साइबर ठगी करते गिरोह का भंडाफोड़, सरगना समेत 6 गिरफ्तार

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हल्द्वानी फर्जी आधार, फर्जी आईडी बनाकर श्रम विभाग का फर्जी प्रमाण पत्र बनवाकर अलग -अलग बैंको में खाते खुलवाकर साइबर ठगी में बैंक खातों के इस्तेमाल करने वाले एक गिरोह का एसओजी व मुखानी पुलिस ने भंडाफोड़ करते हुए क्षेत्र के एक घर से सरगना समेत 6 अभियुक्तो को गिरफ्तार किया है। अभियुक्तो को प्रति खाते के 20 से 25 हज़ार रुपये मिलता था।

हल्द्वानी एसओजी प्रभारी संजीत राठौर को हल्द्वानी में कुछ बाहरी लोगों द्वारा आकर फर्जी आधार कार्ड बनवाने व साइबर ठगी में इस्तेमाल किये जाने वाले बैंक खाते खुलवाकर पैसे का अवैध लेने देन किये जाने की सूचना दी गयी।

मुखबिर की उक्त सूचना पर पुलिस कप्तान प्रहलाद नारायण मीणा द्वारा एसपी सिटी प्रकाश चन्द्र एवं सीओ सिटी नितिन को गिरोह की धरपकड़ के आदेश दिए थे,जिनके द्वारा एसओजी प्रभारी संजीत राठौड़ व मुखानी विजय मेहता के नेतृत्व में टीम गठित की। पुलिस टीम द्वारा देर रात से ही अभियुक्तो के विषय मे मुखबिरी जानकारी जुटाते हुए कल देर रात ही थाना मुखानी क्षेत्रान्तर्गत स्थित तारा कंपलेक्स मालिक वीरेंद्र मेहरा पुत्र गोविंद सिंह मेहरा निवासी तारा कंपलेक्स निकट ग्रामीण बैंक चौपला चौराहा के साथ कमरा खुलवा कर देखा गया तो पुलिस को कमरे में 6 व्यक्ति मौजूद मिले। उक्त युवकों के कमरे की तलाशी लेने व पूछताछ करने पर पुलिस को मौके से अलग-अलग बैंकों के फॉर्म, आधार कार्ड स्टांप मोहर, व उद्यम विभाग के फर्जी रजिस्ट्रेशन व अन्य सामग्री बरामद की।

अभियुक्तो की पहचान 1.राघवेंद्र प्रताप सिंह उर्फ रघु(29) पुत्र वीरेंद्र कुमार सिंह निवासी देवरिया मीर थाना देवरिया जिला देवरिया उत्तर प्रदेश , 2. लकी(23) पुत्र विकी निवासी-बदरूवन काशीराम कॉलोनी बांग्ला बाजार थाना आशियाना जिला लखनऊ उत्तर प्रदेश,3. रोहन खान(22) समीर खान निवासी-ग्राम राजीव गांधी नगर थाना कैंट सदर लखनऊ उत्तर प्रदेश मूल पता 12/13 हसखेरा पर काशीराम कॉलोनी मानक नगर लखनऊ उत्तर प्रदेश, 4. आकाश सिंह(20) पुत्र संजय सिंह निवासी ग्राम राजीव गांधीनगर थाना कैंट सदर लखनऊ उत्तर प्रदेश, 5. दीपक(27) पुत्र श्याम बाबू निवासी विक्रमादित्य मार्ग मोहल्ला 06 मुख्यमंत्री आवास बदरियाबाद थाना गौतम पल्ली लखनऊ उत्तर प्रदेश मूल पता 82/1 ओसीएफ फैक्ट्री शाहजहांपुर उत्तर प्रदेश,6.रॉकी(43) पुत्र स्वर्गीय राजन निवासी-बदरुख काशीराम कॉलोनी बांग्ला बाजार थाना आशियाना उत्तर प्रदेश मूल गेट नंबर 23 दिलकुश रेलवे क्रॉसिंग एमजी मार्ग लखनऊ उत्तर प्रदेश के रूप में हुई है। पकड़े गए अभियुक्तो में राघवेंद्र प्रताप सिंह गिरोह का मास्टरमाइंड है।

पुलिस कप्तान प्रहलाद नारायण मीणा ने बताया कि पकड़े गए अभियुक्त श्रम विभाग में फर्जी रजिस्ट्रेशन करने को फर्जी आधार कार्ड बनाते थे। जिसके उपरान्त उनके द्वारा बाजारों में जाकर किसी भी दुकान का फ़ोटो खींच फर्जी तरीके से उसे विभाग के ऑनलाइन साइट पर अपलोड करवाकर फर्जी रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट प्राप्त कर लेते थे। अभियुक्तों द्वारा फर्जी रजिस्ट्रेशन के आधार पर अलग अलग बैंक खातों में अपने और लोगो के खाते खुलवाए जाते थे जिसकी एवज में उन्हें प्रति खाता 20 से 25 हज़ार रुपये मिलते थे और उन खातों में साइबर ठगी की बहुत से रकम होने व ट्रांसक्शन होने पर प्रति ट्रांसक्शन 10 से 15 प्रतिशत कमीशन मिलता था।

प्रहलाद नारायण ने बताया कि अभियुक्तो को फ़ोन के माध्यम से गैंग का सदस्य टास्क देता था जिसके चलते वह बैंक खाते खुलवाते थे और उनकी पासबुक, एटीएम आदि बरामद करते थे। अभियुक्तो द्वारा खुलवाए गए बैंक खातों की डिटेल्स आदि अपने गैग के सदस्य चार्ली उर्फ के0के0 को भेजते हैं।

कप्तान प्रहलाद ने बताया कि अभी तक इस गैग के मास्टर माइन्ड राघवेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ रघ्घू द्वारा हल्द्वानी बैक ऑफ बडौदा शाखा कालाढूॅगी रोड में इन्ही फर्जी दस्तावेजों के आधार पर अपने गैंग के सदस्य रोहन खान का खाता खुलवाया गया है, और अन्य सदस्यों के खाते भी आज-कल में खोले जाने थे पुलिस टीम की गिरफ्त में आ गये। अभियुक्तो के कब्जे से बरामद फर्जी दस्तावेज/सामग्री को कब्जे में लेकर गिरफ्तार कर थाना मुखानी में धारा 318(4)/338/336(3)/336(2)/340(2)/61(2) बीएनएस के अन्तर्गत अभियोग पंजीकृत किया है।

अभियुक्तो को पकड़ने वाली टीम को कप्तान प्रहलाद द्वारा 2500 रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की है।
वहीं अभियुक्तो का बिना सत्यापन करवाये अपने मकान में रखने के लिए मकान मालिक का पुलिस ने 10 हज़ार का चालान किया है।

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