Uttarakhand: उत्तराखंड में यातायात सुरक्षा को लेकर लोक निर्माण विभाग हुआ मुस्तैद, जारी किए गए नए दिशा-निर्देश

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देहरादून। उत्तराखंड में सड़क दुर्घटनाओ पर अंकुश लगाने और यातायात सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए लोक निर्माण विभाग अब एक नया कदम उठा रहा है। सचिव पंकज पांडे के आदेश के बाद विभाग के अधिकारी अब ज्यादा सक्रिय हो गए हैं और विभिन्न मार्गों पर बनाए जा रहे स्पीड ब्रेकर्स और रम्बल स्ट्रिप्स की विशिष्टताओं को लेकर दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित कर रहे हैं।

लोक निर्माण विभाग द्वारा 2 सितंबर 2014 को जारी किए गए ज्ञाप के तहत सड़क सुरक्षा से संबंधित दिशानिर्देशों का उल्लंघन होते हुए देखा गया था, जिसके कारण सड़क मार्गों पर सुरक्षित यातायात सुनिश्चित नहीं हो पा रहा था। अब, विभाग इन दिशा-निर्देशों के अनुपालन में सुधार लाने के लिए पूरी तरह से मुस्तैद हो गया है। इंडियन रोड कांग्रेस (आईआरसी) द्वारा जारी आईआरसी:99 में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में गति नियंत्रित करने के लिए ट्रैफिक कॉमिंग मैज़र्स के तहत विभिन्न उपायों का उल्लेख किया गया है।

इनमें लेन नैरोइंग , स्पीड ब्रेकर्स, राइज्ड इंटरसेक्शयंस , टेक्सचर्ड पेवमेंट्स, राउंडअबाउटस और मिनी – राउंड अबाउटस शामिल हैं। इन उपायों का उद्देश्य वाहन चालकों को गति नियंत्रित करने के लिए सख्त संकेत देना है, जिससे दुर्घटनाओं की संभावना कम हो सकेl

इंटरसेक्शयंस पर गति नियंत्रण की कमी के कारण अक्सर दुर्घटनाएँ घटित होती हैं। इसके मद्देनज़र, लेन नैरोइंग, राउंड अबाउटस और मिनी – राउंड अबाउटस को दीर्घकालिक समाधान के रूप में प्रस्तावित किया गया है, जबकि स्पीड ब्रेकर्स का प्रयोग तात्कालिक रूप से किया जाएगा।

इन कदमों से न केवल सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी, बल्कि लोगों की जान और माल की सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी। लोक निर्माण विभाग ने यह भी कहा है कि अस्पताल, विद्यालय और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों के समीप भी ये सुरक्षा उपाय लागू किए जाएंगे, ताकि सुरक्षित यातायात को बढ़ावा मिल सके।

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