Dehradun: परेड ग्राउंड में आयुर्वेद एक्सपो के किचन कॉर्नर में सिलेंडर फटने से लगी आग
Dehradun: देहरादून के परेड ग्राउंड में आयोजित हो रहे वर्ल्ड आयुर्वेद कांग्रेस एक्सपो के पास एक बड़ी घटना सामने आई। यहां किचन कॉर्नर में अचानक आग लग गई, जिससे तंबू और अन्य सामान जलकर खाक हो गए। यह आग सिलेंडर फटने के कारण लगी। घटना की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया।
कैसे लगी आग?
परेड ग्राउंड में चल रहे आयुर्वेद एक्सपो के किचन कॉर्नर में अचानक आग लग गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग की शुरुआत सिलेंडर फटने से हुई। आग लगते ही वहां अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोगों और एक्सपो में आए प्रतिनिधियों ने तुरंत प्रशासन को सूचना दी।
फायर ब्रिगेड की टीम ने समय पर पहुंचकर आग पर काबू पाया। हालांकि, तब तक तंबू और वहां रखा सामान जल चुका था। किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन इस घटना ने आयोजकों और प्रतिभागियों को चिंता में डाल दिया।
वर्ल्ड आयुर्वेद कांग्रेस का आयोजन
देहरादून में चार दिवसीय वर्ल्ड आयुर्वेद कांग्रेस और आरोग्य एक्सपो का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में देश और विदेश से छह हजार से अधिक प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।
पहले दिन 50 सत्रों में आयुर्वेद विशेषज्ञों ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए और आयुर्वेदिक उपचारों पर विचार-विमर्श किया। इस सम्मेलन में 54 देशों के 350 से अधिक प्रतिनिधि पहुंचे हैं। यह कार्यक्रम उत्तराखंड में पहली बार हो रहा है और इसे आयुष मंत्रालय का समर्थन प्राप्त है।
आयुर्वेद एक्सपो में क्या है खास?
एक्सपो में देशभर की प्रसिद्ध आयुर्वेदिक फार्मा कंपनियों ने अपने उत्पाद प्रदर्शित किए हैं। यहां आम लोग आयुर्वेद के बारे में जानकारी प्राप्त कर रहे हैं और विभिन्न आयुर्वेदिक उपचारों और उत्पादों का अवलोकन कर रहे हैं।
आयुर्वेद को बढ़ावा देने और इसकी वैज्ञानिकता को दुनिया के सामने लाने के उद्देश्य से यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इस आयोजन के माध्यम से उत्तराखंड ने आयुर्वेदिक चिकित्सा के क्षेत्र में अपनी पहचान को और मजबूत किया है।
आग लगने की घटना का असर
आग लगने की घटना ने आयोजन पर एक क्षणिक संकट खड़ा कर दिया। हालांकि, प्रशासन और फायर ब्रिगेड की सतर्कता से स्थिति को जल्द ही नियंत्रित कर लिया गया। आयोजकों का कहना है कि आग से प्रभावित क्षेत्र को जल्द ही साफ कर आयोजन को सुचारू रूप से जारी रखा जाएगा।
आयुष मंत्रालय के अधिकारियों ने घटना की जानकारी ली और आग लगने के कारणों की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं से सीख लेकर भविष्य में ऐसे आयोजनों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे।
प्रतिभागियों की प्रतिक्रिया
घटना के दौरान एक्सपो में मौजूद प्रतिभागियों ने सुरक्षा के प्रबंधों पर चिंता जताई। एक विदेशी प्रतिनिधि ने कहा, “यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन हमें खुशी है कि कोई बड़ी क्षति नहीं हुई। आयोजकों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।”
वहीं, भारतीय प्रतिभागियों ने भी सुरक्षा मानकों को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि इतने बड़े स्तर के आयोजन में अग्नि सुरक्षा के बेहतर प्रबंध होने चाहिए थे।
आयुर्वेद के लिए एक बड़ी पहल
इस घटना के बावजूद, वर्ल्ड आयुर्वेद कांग्रेस उत्तराखंड के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। यह पहली बार है जब राज्य में इस तरह का अंतरराष्ट्रीय आयोजन हो रहा है। इससे आयुर्वेद के प्रति जागरूकता बढ़ेगी और उत्तराखंड को आयुर्वेद चिकित्सा का हब बनाने में मदद मिलेगी।
आयोजकों की प्रतिक्रिया
आयोजन समिति के एक सदस्य ने कहा, “आग लगने की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन हमने इसे तुरंत नियंत्रित कर लिया। कार्यक्रम को सुचारू रूप से जारी रखा जाएगा।” उन्होंने आगे बताया कि इस प्रकार के आयोजनों में सुरक्षा प्रबंधन को प्राथमिकता दी जाएगी।
आग लगने की जांच और सुरक्षा उपाय
घटना के बाद प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है। आयुष मंत्रालय ने कहा है कि घटना की विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाएगी और आयोजन स्थल पर सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा की जाएगी।
आयोजकों ने भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए सुरक्षा उपायों को और कड़ा करने का वादा किया है।
देहरादून में आयोजित वर्ल्ड आयुर्वेद कांग्रेस और आरोग्य एक्सपो ने आयुर्वेद चिकित्सा को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान किया है। आग लगने की घटना ने आयोजन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं, लेकिन इससे कार्यक्रम की सफलता पर कोई असर नहीं पड़ा।
यह आयोजन आयुर्वेद चिकित्सा के क्षेत्र में नई संभावनाओं के द्वार खोलने और इसे वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने की दिशा में एक अहम कदम है।