Crime news: राम पार्क कॉलोनी में गांजा बेचते कजिन गिरफ्तार, 19 किलोग्राम गांजा बरामद

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Crime news: गांजा तस्करी की ताजा घटना में पुलिस ने राम पार्क कॉलोनी से दो कजिन, शाहिद और अफरीन को गिरफ्तार किया। पुलिस को सूचना मिली थी कि यह लोग गांजा बेच रहे थे। जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो तीन महिलाएं और दो पुरुष भागने लगे, लेकिन पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए शाहिद और अफरीन को पकड़ लिया।

राम पार्क कॉलोनी में चल रहे गांजा तस्करी के इस गिरोह का पर्दाफाश पुलिस ने किया। पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार किए गए आरोपियों के पास से 19 किलो गांजा बरामद हुआ है। यह गांजा आंध्र प्रदेश से लाकर यहां बेचा जाता था। आरोपी महिलाओं के जरिए गांजा बेचते थे, ताकि किसी को शक न हो। शाहिद पहले भी गांजा बेचने के आरोप में जेल जा चुका है। पुलिस ने अब फरार आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।

गांजा तस्करी का पूरा मामला

राम पार्क कॉलोनी, ट्रानिका सिटी पुलिस थाना: मंगलवार को पुलिस ने राम पार्क कॉलोनी में गांजा बेचने के आरोप में दो कजिन शाहिद और अफरीन को गिरफ्तार किया। पुलिस को सूचना मिली थी कि इस क्षेत्र में गांजा बेचा जा रहा है। जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो वहां मौजूद लोग भागने लगे। इस दौरान पुलिस ने दो आरोपियों को पकड़ लिया, जबकि तीन महिलाएं और एक पुरुष फरार हो गए।

पुलिस के मुताबिक, पकड़े गए आरोपियों के पास से 19 किलो गांजा बरामद हुआ। पुलिस ने शाहिद और अफरीन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है और फरार आरोपियों की तलाश जारी है। फरार आरोपियों की पहचान असगर, नौशाद बानो उर्फ असगरी और उसकी बहन परवीन के रूप में हुई है। पुलिस का कहना है कि असगर इस गैंग का मुख्य आरोपी है, जो गांजा तस्करी का काम करता था।

गांजा तस्करी का तरीका

पुलिस के अनुसार, शाहिद और अफरीन ने गांजा आंध्र प्रदेश से लाकर उसे छोटे पैकेट्स में बांटकर बेचने का काम किया। गांजा महिलाओं के माध्यम से बेचा जाता था, ताकि किसी को शक न हो। शाहिद पर पहले भी गांजा बेचने के आरोप में मामला दर्ज हो चुका है और वह पहले भी जेल जा चुका है। पुलिस का कहना है कि असगर की गिरफ्तारी के बाद ही गांजा तस्करी के पूरे नेटवर्क का खुलासा हो सकेगा।

पुलिस की कार्रवाई और भविष्य की योजना

पुलिस ने आरोपी शाहिद और अफरीन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और अब फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए एक टीम बनाई गई है। पुलिस का कहना है कि जब तक असगर की गिरफ्तारी नहीं हो जाती, तब तक तस्करी के पूरे रैकेट के बारे में पूरी जानकारी नहीं मिल सकेगी। पुलिस ने यह भी कहा कि महिला तस्करों के माध्यम से गांजा की तस्करी की जा रही थी, जो बहुत चालाकी से किया जा रहा था, ताकि किसी को शक न हो।

इंदिरापुरम: साझेदारी के नाम पर 93 लाख की ठगी

इंदिरापुरम, थाना कोतवाली क्षेत्र: इंदिरापुरम के रामप्रस्थ ग्रीन निवासी राजत गोयल ने एक शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि उनके साथ ठगी की गई है। राजत गोयल ने अपनी एफआईआर में कहा कि वह एक निर्माण कंपनी चलाते हैं और कुछ दिन पहले रवि दत्त शर्मा नामक व्यक्ति ने उनसे संपर्क किया।

रवि दत्त शर्मा ने बताया कि उनके परिचित मुकेश चंद शर्मा और नितिन शर्मा के पास राजस्थान के प्रतापगढ़ में एक बड़ा प्रोजेक्ट है। उन्होंने राजत को इस प्रोजेक्ट में साझेदार बनने का प्रस्ताव दिया। इसके बाद राजत ने 93 लाख रुपये निवेश किए, जबकि दूसरी पार्टी ने केवल 20 लाख रुपये लगाए।

ठगी का खुलासा

राजत के अनुसार, जब समय आया और राजस्थान की एजेंसी से भुगतान प्राप्त करना था, तो आरोपियों ने अपने कंपनी के रिकॉर्ड गायब कर दिए। यह आरोप लगाया गया कि उन्होंने धोखाधड़ी करके सारा पैसा हड़प लिया। इस मामले में पुलिस ने अब तीन लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है और जांच जारी है।

पुलिस की कार्रवाई

इंदिरापुरम पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है और यह मामला ठगी के रूप में दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में विस्तृत जांच की जा रही है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

राम पार्क कॉलोनी से गांजा तस्करी के मामले में पुलिस ने शाहिद और अफरीन को गिरफ्तार कर महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। वहीं, इंदिरापुरम में 93 लाख रुपये की ठगी की घटना ने एक बार फिर यह साबित किया है कि धोखाधड़ी और अपराधों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई तेज है। दोनों मामलों में पुलिस का लक्ष्य अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करना और न्याय दिलाना है।

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