Crime news: सहरसा जिले में ऑनर किलिंग का सनसनीखेज मामला, घायल लड़की की मौत, माता-पिता समेत चार गिरफ्तार
Crime news: सहरसा जिले के महिषी थाना क्षेत्र के आइना गांव में एक किशोरी की मौत ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया है। शुरुआती जांच में इसे एक साधारण हत्या समझा गया, लेकिन गहराई से जांच के बाद यह मामला ऑनर किलिंग निकला। घटना के बाद स्थानीय लोग दबे स्वर में चर्चा कर रहे थे, लेकिन पुलिस और परिवार ने शुरुआत में चुप्पी साध रखी थी।
मामला कैसे खुला?
जानकारी के अनुसार, मृतका ललिता कुमारी उर्फ फोकसी (मूल निवासी मोहनपुर वार्ड-9, नवहट्टा थाना क्षेत्र) अपने जीजा के साथ रहना चाहती थी। करीब एक महीने तक वह उनके साथ रही। इस बात से नाराज होकर परिवार ने उसे उसके ननिहाल, आइना गांव में छोड़ दिया। जब परिवार को मौका मिला, तो लड़की का गला रेतकर हत्या कर दी गई और उसके शव को खेत में भूसे के ढेर में छिपा दिया।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
महिषी थाना के प्रभारी को 7 दिसंबर को सूचना मिली कि आइना कृष्णा नगर श्मशान के पास एक लड़की घायल अवस्था में पड़ी है। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच शुरू की और लड़की की पहचान ललिता कुमारी के रूप में हुई। लड़की को इलाज के लिए महिषी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से उसकी गंभीर हालत को देखते हुए सदर अस्पताल सहरसा और फिर दरभंगा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
घटना का खुलासा और गिरफ्तारियां
सदर डीएसपी आलोक कुमार ने बताया कि घटना के 72 घंटे के अंदर पुलिस ने मामले का खुलासा किया और चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार लोगों में मृतका के पिता बुचन शर्मा, मां उर्मिला देवी उर्फ भावो देवी, दादी अलोघनी देवी और एक नाबालिग शामिल हैं।
हत्या का कारण
पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि मृतका अपने जीजा के साथ रहना चाहती थी और परिवार द्वारा तय शादी के प्रस्ताव को ठुकरा रही थी। इसी बात से नाराज होकर परिवार ने उसकी हत्या करने का षड्यंत्र रचा।
घटना का विवरण
डीएसपी ने बताया कि मृतका के पिता ने बालूहा चौक से चाकू खरीदा। अरपट्टी से आइना गांव जाते समय लड़की भागने लगी, लेकिन परिवार ने उसे पकड़ लिया। इसके बाद गला रेतकर हत्या कर दी और मौके से फरार हो गए।
एफआईआर का विवरण
मृतका के पिता बुचन शर्मा ने 8 दिसंबर को महिषी थाने में घटना को लेकर एक प्राथमिकी दर्ज कराई। एफआईआर में उन्होंने कहा कि उनकी बेटी एक महीने पहले अपने बड़े दामाद के साथ चली गई थी। 7 दिसंबर को पता चला कि आइना गांव में उसकी हत्या कर दी गई और झाड़ियों में फेंक दिया गया। बाद में पता चला कि पुलिस उसे इलाज के लिए दरभंगा मेडिकल कॉलेज ले गई, जहां उसकी मौत हो गई।
स्थानीय चर्चा और सामाजिक प्रभाव
घटना ने इलाके में ऑनर किलिंग के मुद्दे को लेकर बहस छेड़ दी है। ग्रामीणों के बीच यह मामला काफी चर्चा में है। ऑनर किलिंग जैसे गंभीर अपराधों के प्रति समाज में जागरूकता और सख्त कार्रवाई की आवश्यकता है।
पुलिस का बयान
महिषी थाना प्रभारी ने बताया कि इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सहरसा पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर एसआईटी का गठन किया गया। एसआईटी ने घटना की गहन जांच कर साक्ष्य जुटाए और आरोपियों को गिरफ्तार किया।
घटना से जुड़ी प्रमुख बातें
- मृतका का अपने जीजा के साथ रहने की जिद करना और परिवार का विरोध करना।
- लड़की को उसके ननिहाल में रखने की कोशिश।
- चाकू खरीदकर गला रेतने की साजिश।
- पुलिस द्वारा 72 घंटे में मामले का खुलासा।
समाज के लिए संदेश
यह घटना ऑनर किलिंग की कुप्रथा और पारिवारिक दबाव के दुष्परिणामों को उजागर करती है। ऐसी घटनाओं से बचने के लिए समाज में शिक्षा, जागरूकता और कानून का सम्मान बढ़ाना बेहद जरूरी है।
सहरसा जिले के इस ऑनर किलिंग के मामले ने एक बार फिर यह साबित किया कि समाज में महिलाओं की स्वतंत्रता और उनके निर्णयों का सम्मान कितना महत्वपूर्ण है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और आरोपियों की गिरफ्तारी से न्याय की उम्मीद जगी है, लेकिन समाज को ऐसी घटनाओं को जड़ से मिटाने के लिए अपने दृष्टिकोण में बदलाव लाना होगा।