Bengaluru में AI engineer अतुल शुभाष ने की आत्महत्या, पत्नी और सास पर लगाए गंभीर आरोप

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Bengaluru: बेंगलुरु से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है, जिसमें 34 वर्षीय AI engineer अतुल शुभाष ने आत्महत्या कर ली। उन्होंने अपनी पत्नी और सास पर उत्पीड़न और पैसों की मांग को लेकर आत्महत्या करने का आरोप लगाया। 9 दिसंबर को, समस्तीपुर, बिहार के निवासी अतुल ने आत्महत्या करने से पहले 90 मिनट का एक वीडियो रिकॉर्ड किया, जिसमें उन्होंने अपनी शादी के बाद की पूरी घटनाओं का विस्तृत वर्णन किया।

आत्महत्या से पहले 90 मिनट का वीडियो और 24 पेज का सुसाइड नोट

आत्महत्या से पहले अतुल शुभाष ने एक 90 मिनट का वीडियो रिकॉर्ड किया और एक 24 पेज का सुसाइड नोट लिखा, जिसमें उन्होंने अपनी पत्नी निकिता सिंगनिया द्वारा किए गए उत्पीड़न और पैसे की मांग का विस्तार से उल्लेख किया। अतुल ने अपने नोट में लिखा कि उनकी पत्नी निकिता सिंगनिया ने उनके और उनके परिवार के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाए हैं। इनमें हत्या, हत्या की कोशिश, अप्राकृतिक सेक्स, घरेलू हिंसा, और दहेज की मांग जैसे आरोप शामिल हैं।

निकिता सिंगनिया से 3 करोड़ की मांग

अतुल ने लिखा कि उनकी पत्नी निकिता ने उनसे 3 करोड़ रुपये की मांग की थी, ताकि वे यह मामले खत्म कर सकें। इसके अलावा, निकिता ने तलाक के बदले 2 लाख रुपये महीने का गुजारा भत्ता भी मांगा। सबसे दुखद यह था कि निकिता ने अतुल को अपने बेटे का चेहरा तक नहीं देखने दिया। अतुल ने यह भी लिखा कि शादी के बाद जब निकिता के पिता का निधन हुआ, तो उनके ससुरालवालों ने उनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करवा दिया।

न्यायपालिका पर गंभीर आरोप

अतुल ने अपनी पत्नी के अलावा, कोर्ट के एक महिला जज पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना था कि जौनपुर के परिवार अदालत की जज ने उनसे 5 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की थी। जज ने यह कहा कि यदि वह 5 लाख रुपये देंगे, तो वह उनके मामले को दिसंबर 2024 तक सुलझा सकती हैं। अतुल ने यह भी आरोप लगाया कि जज ने उन्हें तीन करोड़ रुपये का मेंटेनेंस देने का दबाव बनाया। जब उन्होंने रिश्वत देने से मना किया, तो अदालत ने उनके खिलाफ अलीमनी और मेंटेनेंस का आदेश दे दिया, जिसके तहत उन्हें हर महीने अपनी पत्नी को 80,000 रुपये देने का आदेश था।

जज के बर्ताव पर सवाल

अतुल ने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि एक बार अदालत में उनकी पत्नी ने उन्हें देखा और मजाक में कह दिया, “तुमने अभी तक आत्महत्या नहीं की?” इस पर अतुल ने जवाब दिया, “अगर मैं मर जाऊं, तो तुम्हारी पार्टी कैसे चलेगी?” इसके बाद, पत्नी ने कहा, “वह भी चलेगी। तुम्हारे पिता पैसे देंगे। जब पति मरेगा, तो सब कुछ पत्नी का होगा। तुम्हारे मरने के बाद तुम्हारे माता-पिता भी जल्दी मर जाएंगे, और फिर उनका भी हिस्सा मुझे मिलेगा।”

अतुल की मां की पुकार

अतुल के परिवारवाले इस घटना से बुरी तरह टूट चुके हैं। उनकी मां का कहना है कि उनका बेटा बहुत परेशान था, लेकिन उन्होंने कभी यह नहीं सोचा था कि उनका बेटा ऐसा कदम उठाएगा। अतुल के भाई विकास मोदी का कहना है कि शादी के समय अतुल ने अपनी पत्नी के साथ प्यार से जीवन बिताने का सपना देखा था, लेकिन उसे नहीं पता था कि कुछ ही समय में वह उसी आग में जल जाएगा, जिसमें वह शादी के बाद घिर चुका था।

सिस्टम की विफलता को लेकर सवाल

इस मामले को लेकर समाज सेविका बरखा त्रेहन ने भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि यह सिस्टम की विफलता है, जिसके कारण एक युवक को आत्महत्या करने के लिए मजबूर होना पड़ा। उनकी मान्यता है कि अगर न्याय समय पर मिलता तो शायद यह घटना कभी नहीं घटती।

आत्महत्या के बाद पुलिस ने की कार्रवाई

अतुल शुभाष की आत्महत्या के बाद, उनके परिवार के सदस्यों की शिकायत पर पुलिस ने अतुल की पत्नी और उसके परिवार के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है। इस दुखद घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है और सोशल मीडिया पर लोग इस पर गुस्से का इज़हार कर रहे हैं। लोग न्यायपालिका और कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं, और यह मामला एक नए बहस का कारण बन चुका है।

यह घटना न केवल अतुल शुभाष की दुखद मृत्यु का कारण बनी, बल्कि यह सिस्टम की विफलता को भी उजागर करती है। समाज में कई लोग इस घटना को एक चेतावनी के रूप में देख रहे हैं कि शादी और परिवार के मामलों में जल्दी न्याय होना चाहिए, ताकि किसी को ऐसे कदम उठाने के लिए मजबूर न होना पड़े। अतुल की आत्महत्या एक गंभीर सवाल खड़ा करती है कि क्या हमारी न्याय व्यवस्था उन लोगों के लिए सुरक्षित है, जो इसमें भरोसा रखते हैं?

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