Uttarakhand news: हरिद्वार में पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़, एक अपराधी घायल
Uttarakhand news: उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में देर रात पुलिस और अपराधियों के बीच एक मुठभेड़ हुई, जिसमें एक अपराधी के पैर में गोली लग गई। यह मुठभेड़ हरिद्वार-देहरादून पुलिस के संयुक्त प्रयास से हुई, जब पुलिस ने एक संदिग्ध कार को रोका और चेकिंग शुरू की। इस दौरान अपराधियों ने पुलिस पार्टी पर फायरिंग कर दी, जिसके बाद पुलिस ने जवाबी फायरिंग की, जिसमें एक अपराधी घायल हो गया।
मुठभेड़ की शुरुआत
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, देहरादून पुलिस ने रात करीब एक बजे रुड़की से हरिद्वार की ओर जा रही एक संदिग्ध कार का पीछा करना शुरू किया। जैसे ही पुलिस को इस कार के बारे में जानकारी मिली, हरिद्वार पुलिस को भी सूचित किया गया और दोनों जिलों की पुलिस ने मिलकर चेकिंग शुरू की। चेकिंग अभियान को बहादराबाद पुलिस द्वारा शांतर शाह चौकी क्षेत्र में अंजाम दिया जा रहा था।
लेकिन जैसे ही अपराधियों ने पुलिस को देखा, उन्होंने कार को तेज़ी से भगा दिया। इसके बाद, हरिद्वार और देहरादून पुलिस की टीम ने मिलकर कार का पीछा करना शुरू किया। कार में तीन व्यक्ति सवार थे, जिन्होंने पुलिस पार्टी पर फायरिंग करना शुरू कर दिया।
पुलिस की जवाबी फायरिंग
पुलिस की टीम ने फायरिंग का जवाब दिया, जिसके दौरान एक अपराधी को गोली लगी। घायल अपराधी की पहचान फारमान, निवासी नकुद, सहारनपुर के रूप में की गई है। उसे तुरंत हरिद्वार जिला अस्पताल भेजा गया, जहां उसका इलाज किया गया। घायल अपराधी पहले भी उत्तर प्रदेश, देहरादून और हरिद्वार में कई चोरी के मामलों में जेल जा चुका था।
फरार अपराधियों की तलाश
मुठभेड़ के दौरान गोली लगने के बाद, फारमान को पकड़ लिया गया, लेकिन उसके साथी गुल्लू और गुलफाम मौके से फरार हो गए। पुलिस ने बताया कि दोनों फरार अपराधियों की तलाश जारी है। पुलिस टीम ने मौके से कार, एक 315 बोर की पिस्टल, कारतूस, शेल और तीन फर्जी नंबर प्लेट्स बरामद की हैं। साथ ही, अपराधी से एक सोने की चेन और एक सोने की अंगूठी भी बरामद की गई है।
अपराधी का आपराधिक इतिहास
इसी बीच, पुलिस ने यह भी बताया कि फारमान का आपराधिक इतिहास बहुत पुराना है और वह पहले भी उत्तर प्रदेश, देहरादून और हरिद्वार में चोरी की घटनाओं में शामिल रहा है। उसकी गिरफ्तारी से यह भी स्पष्ट होता है कि वह संगठित अपराधियों के गिरोह का हिस्सा था, जो विभिन्न स्थानों पर चोरी और लूटपाट की घटनाओं को अंजाम देता था।
हरिद्वार पुलिस की कार्रवाई
हरिद्वार पुलिस ने इस मुठभेड़ के बाद एक बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस का कहना है कि अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और जो भी अन्य अपराधी फरार हैं, उनकी जल्द गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। पुलिस ने यह भी बताया कि इस मुठभेड़ में किसी पुलिस कर्मी को चोट नहीं आई, हालांकि यह घटना पुलिस और अपराधियों के बीच गहरी चुनौती पेश करती है।
हरिद्वार और देहरादून पुलिस की संयुक्त कार्रवाई को लेकर स्थानीय लोगों ने भी सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। पुलिस ने इस मुठभेड़ को उत्तराखंड के लिए एक बड़ी सफलता बताया है, क्योंकि इससे यह संदेश जाता है कि अपराधियों के खिलाफ पुलिस का अभियान और अधिक तेज़ और प्रभावी होगा।
उधार मामलों और मुठभेड़ों में वृद्धि
उत्तराखंड में इस तरह के मुठभेड़ों की संख्या हाल के दिनों में बढ़ी है। कई बार पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़ होती रही है, जिससे यह प्रतीत होता है कि राज्य में अपराधियों के नेटवर्क सक्रिय हो गए हैं। इन मुठभेड़ों में पुलिस की ओर से जवाबी कार्रवाई के बावजूद कई बार अपराधी भागने में सफल हो जाते हैं।
हालांकि, हरिद्वार और देहरादून पुलिस ने इस मुठभेड़ में अपनी तत्परता और साहस का प्रदर्शन किया। पुलिस ने कहा कि वे किसी भी कीमत पर राज्य में अपराधियों को खत्म करने और शांति बनाए रखने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।
पुलिस की रणनीति
इस मुठभेड़ के बाद, पुलिस ने कहा कि वे अपराधियों के खिलाफ अपनी रणनीतियों को और अधिक मजबूत करेंगे। पुलिस ने यह भी कहा कि वे हर जिले में त्वरित प्रतिक्रिया बलों का गठन करेंगे, ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति में वे त्वरित कार्रवाई कर सकें। इसके अलावा, पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें, ताकि अपराधियों की पहचान की जा सके और उन्हें पकड़ने में मदद मिल सके।
हरिद्वार-देहरादून पुलिस का यह मुठभेड़ उत्तराखंड पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता रही। यह घटना न केवल अपराधियों के खिलाफ पुलिस की ताकत को दिखाती है, बल्कि यह भी बताती है कि पुलिस किसी भी अपराधी को बख्शने के लिए तैयार नहीं है। मुठभेड़ में घायल फारमान की गिरफ्तारी और उसके पास से बरामद सामान पुलिस की प्रभावशाली कार्रवाई को दर्शाता है। हालांकि, फरार अपराधियों की गिरफ्तारी अभी बाकी है, और पुलिस उनके खिलाफ अपनी कार्रवाई तेज़ी से कर रही है। इस मुठभेड़ ने यह भी साबित कर दिया कि पुलिस को किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए।