Uttarakhand: ऋषिकेश के नीम बीच पर युवक की डूबने से हुई मौत, सुरक्षा की कमी पर सवाल
Uttarakhand: ऋषिकेश के नीम बीच पर डूबे केरल के युवक आकाश (27) का शव शनिवार को लक्ष्मण झूला के पास गंगा नदी से बरामद किया गया। युवक अपने दोस्तों के साथ ऋषिकेश घूमने आया था और होटल में ठहरा हुआ था। उसकी डूबने के बाद से एसडीआरएफ (State Disaster Response Force) की टीम द्वारा लगातार खोज अभियान चलाया जा रहा था। युवक के शव की पहचान उसके परिजनों ने की है, और अब यह शव पुलिस के हवाले कर दिया गया है।
अचानक बहकर गंगा में डूबा युवक
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, यह घटना 29 नवंबर की सुबह की है। इस दिन गुरुग्राम स्थित ग्लोबल अस्स्योर कंपनी के लगभग 50 कर्मचारियों का समूह तपोवन के क्षेत्र में घुमने आया था और वे सब यहां के प्रसिद्ध आलोहा होटल में ठहरे हुए थे। इनमें से लगभग 10 लोग नीम बीच घूमने गए थे, जहां पर आकाश गंगा में नहाते समय अचानक बहकर डूब गया।
आकाश के साथ उसके दोस्त भी थे, लेकिन वह तेज धार में बहकर एकाएक लापता हो गया। इस घटना के बाद से एसडीआरएफ की टीम ने उसे खोजने के लिए लगातार तलाशी अभियान चलाया। यह घटना ऋषिकेश में एक भयावह हादसा बन गई, जिसने न केवल स्थानीय प्रशासन को बल्कि पर्यटकों को भी सावधानी बरतने का संदेश दिया।
एसडीआरएफ की निरंतर खोज अभियान
घटना के बाद एसडीआरएफ की टीम ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया। नदियों के तेज बहाव के कारण टीम के लिए यह खोज अभियान और भी चुनौतीपूर्ण था। लगातार दो दिन तक गंगा के पानी में उतरे एसडीआरएफ के जवानों ने आखिरकार शनिवार को शव को लक्ष्मण झूला क्षेत्र के बॉम्बे घाट से बरामद किया। एसडीआरएफ के अधिकारियों ने बताया कि खोजी अभियान की शुरुआत से ही पूरे क्षेत्र में तलाश जारी थी, और उन्होंने उम्मीद नहीं छोड़ी।
इसके बाद, शव की पहचान आकाश के परिजनों ने की। आकाश के पिता मोहन सिंह ने अपने बेटे की पहचान की और इस घटना की पुष्टि की। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया, और बाद में शव को परिजनों को सौंप दिया।
नीम बीच पर डूबने के कारणों की जांच जारी
ऋषिकेश में स्थित नीम बीच, जो कि पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण है, गंगा नदी के किनारे स्थित है। यह स्थान विशेष रूप से उन लोगों के लिए लोकप्रिय है जो गंगा में नहाने आते हैं। हालांकि, गंगा की तेज धार कभी-कभी पर्यटकों के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। इस घटना के बाद, स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने इस बात की जांच शुरू कर दी है कि आकाश के डूबने के दौरान किन परिस्थितियों में यह हादसा हुआ।
पुलिस और प्रशासन ने चेतावनी दी है कि इस क्षेत्र में आने वाले पर्यटकों को गंगा में नहाने के दौरान सावधान रहना चाहिए, खासकर तब जब नदी का पानी तेज बहाव में हो। कई बार ऐसा देखा गया है कि बिना सुरक्षा के नदी में नहाने के कारण पर्यटक डूब जाते हैं। स्थानीय प्रशासन ने पर्यटकों से अपील की है कि वे इस प्रकार के खतरनाक क्षेत्रों में सावधानी बरतें।
पर्यटकों के लिए सुरक्षा इंतजामों को लेकर सवाल
इस घटना के बाद से ऋषिकेश में पर्यटकों के लिए सुरक्षा इंतजामों को लेकर सवाल उठने लगे हैं। कई पर्यटकों का कहना है कि यहां पर गंगा में नहाने के लिए उचित सुरक्षा व्यवस्था का अभाव है। कई पर्यटक बिना किसी सुरक्षा गियर के नदी में नहाने उतरते हैं, जो बाद में खतरनाक साबित हो सकता है। प्रशासन को चाहिए कि वह इन इलाकों में सुरक्षा उपायों को और अधिक मजबूत करें, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।
परिजनों ने किया दुख व्यक्त
आकाश के परिजनों ने इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है। आकाश के पिता मोहन सिंह ने कहा, “हम अपने बेटे की मौत पर बहुत दुखी हैं। वह अपने दोस्तों के साथ छुट्टियों के लिए यहां आया था, और यह घटना हमारे लिए बहुत दर्दनाक है।” उन्होंने प्रशासन से अपील की कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए और सुरक्षा उपायों को लागू किया जाए।
आकाश के दोस्तों ने भी दुख जताया और कहा कि वे नहीं जानते थे कि यह ट्रिप इतना दुखद हो जाएगा। उन्होंने कहा कि वे अब भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए और अधिक सतर्क होंगे।
ऋषिकेश में हुआ यह हादसा एक महत्वपूर्ण चेतावनी है, जो हमें यह बताता है कि बिना सुरक्षा के गंगा जैसी तेज धार वाली नदियों में नहाना कितना खतरनाक हो सकता है। एसडीआरएफ की टीम द्वारा किए गए निरंतर प्रयासों के बाद आकाश का शव बरामद कर लिया गया है, लेकिन इस हादसे ने हम सभी को यह संदेश दिया है कि सुरक्षा के बिना किसी भी जल स्रोत में नहाना जोखिमपूर्ण हो सकता है। प्रशासन और स्थानीय अधिकारियों को इस प्रकार के घटनाओं से बचने के लिए जल्द ही सुरक्षा उपायों को लागू करना चाहिए, ताकि आने वाले पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके और इस तरह की दुर्घटनाओं से बचा जा सके।