Car Accident: बेटी की शादी की खुशी मातम में बदली, उत्तराखंड के परिवार के पांच लोग पिलिभीत में हादसे का शिकार हुए

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Car Accident: उत्तराखंड के एक परिवार के लिए खुशियों का दिन बेहद दुखदायी घटना में बदल गया, जब उनकी बेटी की शादी के बाद वापसी के दौरान हुए एक भयंकर कार हादसे में परिवार के पांच सदस्य जान गंवा बैठे। यह दुर्घटना पिलिभीत के नयरिया इलाके में हुई, जब परिवार के सदस्य एक भोज से लौट रहे थे। हादसे में पांच लोग तो मृत हो गए, जबकि चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।

शादी के बाद खुशी की जगह मातम

हुस्ना बी, जो कि मंज़ूर अहमद की बेटी थीं, की शादी अंवर से 4 दिसंबर को हुई थी। यह शादी पिलिभीत के चंडोई गांव में संपन्न हुई थी। शादी के बाद मंज़ूर अहमद अपने परिवार और रिश्तेदारों के साथ पिलिभीत गए थे, जहां अंवर ने एक भोज आयोजित किया था। भोज के बाद मंज़ूर अहमद और उनका परिवार खुशी-खुशी घर लौटने के लिए तैयार था, लेकिन रास्ते में एक भयंकर हादसा हो गया जिसने पूरे परिवार की खुशियों को मातम में बदल दिया।

हादसे का विवरण

मंज़ूर अहमद और उनके परिवार के सदस्य, शादी के भोज के बाद घर वापस लौट रहे थे। मंज़ूर अहमद के साथ वाहन में उनके परिवार और रिश्तेदारों के अलावा नौ अन्य लोग सवार थे। जब यह परिवार नयरिया के पास था, तो वाहन चालक ने एक दूसरे वाहन को ओवरटेक करने की कोशिश की, जिससे वाहन अनियंत्रित होकर सड़क से पलट गया और एक पेड़ से जा टकराया। इस हादसे में मंज़ूर अहमद और उनके परिवार के पांच लोग जान गंवा बैठे।

मृतकों की पहचान

हादसे में मंज़ूर अहमद और उनके परिवार के निम्नलिखित सदस्य मृत हो गए:

  1. मंज़ूर अहमद (मुख्य व्यक्ति)
  2. शरीफ अहमद (65 वर्ष, मंज़ूर अहमद के ससुर)
  3. मुननी बेगम (60 वर्ष, मंज़ूर की बहन)
  4. रकीम रजा (12 वर्ष, मंज़ूर का पोता)
  5. शाहे आलम (गुड्डू) (24 वर्ष, चालक)
  6. बहाउद्दीन (62 वर्ष, मंज़ूर के बहनोई)

इन पांच लोगों की मृत्यु ने पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया। परिवार के अन्य सदस्य और रिश्तेदार इस हादसे के बाद सकते में हैं।

घायल लोग और इलाज

हादसे के दौरान मुननी बेगम के बेटे रईस अहमद, अमजदी उर्फ शाहनाज (मंज़ूर की बहन), जाफरी (बहाउद्दीन की पत्नी), और अहमद रजा (रकीम रजा के भाई) घायल हो गए। इन चारों को गंभीर चोटें आईं और उन्हें पिलिभीत अस्पताल में भर्ती कराया गया।

रईस अहमद, शाहनाज और अहमद रजा को प्राथमिक उपचार के बाद पिलिभीत अस्पताल में भर्ती किया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। जाफरी को भी पिलिभीत अस्पताल में उपचार मिल रहा है।

घटना के बाद घटनास्थल पर पहुंचे एंबुलेंस

घटना की सूचना मिलने पर, खटीमा अस्पताल से तीन निजी एंबुलेंस मौके पर पहुंचीं और मृतकों के शवों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए उनका traslado किया। शवों को उनके संबंधित घरों में भेजने के बाद, जहां पर परिजनों और रिश्तेदारों के बीच शोक का माहौल बन गया।

मृतकों के घर पहुंचते ही मच गया कोहराम

जब शव उनके घरों तक पहुंचे, तो वहां का माहौल बदल गया। एक तरफ बेटी की शादी की खुशी थी और दूसरी तरफ इस हादसे ने पूरे परिवार को गहरे दुख में डुबो दिया। मृतकों के घरों में कोहराम मच गया और परिवार के अन्य सदस्य और रिश्तेदार शोक में डूब गए। शादी की खुशी अचानक मातम में बदल गई और सभी घरों में शोक की लहर दौड़ गई।

एक ओर दुखद पहलू – हादसे के कारण परिवार का भविष्य प्रभावित

इस हादसे ने परिवार के एक हिस्से को स्थायी रूप से प्रभावित किया है। मंज़ूर अहमद के परिवार के मुख्य सदस्य और रिश्तेदारों के निधन से परिवार का भविष्य प्रभावित होगा, और उनका जीवन हमेशा के लिए बदल जाएगा। मृतक रिश्तेदारों की यादें और उनका योगदान परिवार के दिलों में हमेशा जिंदा रहेगा। इसके साथ ही, यह हादसा उस परिवार की मानसिक और भावनात्मक स्थिति को भी प्रभावित करेगा।

कुल मिलाकर हादसा – एक दुखद दिन

यह हादसा न केवल एक परिवार के लिए, बल्कि पूरे इलाके के लिए एक बड़ी त्रासदी बन गई। शादी की खुशी को जब अचानक ऐसे दुखद समाचार ने घेर लिया, तो यह घटना हर किसी के लिए चौंकाने वाली थी। पिलिभीत में इस दुर्घटना ने सभी को गहरे दुख में डुबो दिया है। अब हर कोई इस परिवार के लिए शोक व्यक्त कर रहा है और उनके साथ इस दुख की घड़ी में खड़ा है।

इस हादसे ने यह साबित कर दिया कि जीवन में कभी भी कुछ भी हो सकता है और खुशी और दुख के बीच की सीमा बहुत पतली होती है। जहां एक ओर परिवार अपनी बेटी की शादी को लेकर खुश था, वहीं दूसरी ओर यह हादसा उनके जीवन को गहरे शोक में डुबो गया। इस घटना ने हम सभी को जीवन की नाजुकता और अप्रत्याशित घटनाओं के प्रति सतर्क रहने की याद दिलाई है।

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