Uttarakhand Weather News: उत्तराखंड में दिसंबर की शुरुआत, शुष्क ठंड ने बढ़ाई मुश्किलें
Uttarakhand Weather News: उत्तराखंड में इस बार दिसंबर की शुरुआत मौसम के हिसाब से कुछ अलग ही रही। जहाँ एक ओर राज्य में मॉनसून के बाद कोई बारिश नहीं हुई है, वहीं दूसरी ओर शुष्क ठंड ने पूरे प्रदेश में लोगों की परेशानियों को बढ़ा दिया है। इस बार दिसंबर की पहली तारीख को राज्य में पिछले दस सालों का सबसे ठंडा दिन दर्ज किया गया। रविवार को देहरादून का अधिकतम तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो पिछले दस सालों में 1 दिसंबर के दिन सबसे कम तापमान था। इससे पहले कभी भी 1 दिसंबर को ऐसा तापमान नहीं देखा गया था।
शुष्क ठंड का प्रभाव
मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार, अगले चार दिनों तक राज्यभर में मौसम शुष्क रहेगा। बारिश न होने के कारण, शुष्क ठंड का असर इस सप्ताह भी जारी रहेगा। देहरादून में दिसंबर 1, 2015 को अधिकतम तापमान 28.7 डिग्री सेल्सियस था, जो कि इस साल के तापमान से अधिक था। विशेषज्ञों के मुताबिक, पश्चिमी हवाओं का प्रभाव कम होने की वजह से बारिश नहीं हो रही है, और इसका असर शुष्क ठंड के रूप में सामने आ रहा है।
आज का तापमान क्या रहेगा?
सोमवार को देहरादून का अधिकतम तापमान 26 डिग्री और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री रहने का अनुमान है। मौसम केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने कहा कि पश्चिमी हवाओं का प्रभाव कम होने के कारण बारिश नहीं हो रही है और राज्यभर में मौसम शुष्क रहेगा। इससे शुष्क ठंड का सामना पूरे सप्ताह करना पड़ेगा। खासकर सुबह और शाम के वक्त ठंड में बढ़ोतरी हो रही है, जिससे पहाड़ी और मैदानी इलाकों में गलन और पाला जैसी समस्याएँ बढ़ गई हैं।
दिन और रात के तापमान में बड़ा अंतर
उत्तराखंड के विभिन्न क्षेत्रों में दिन और रात के तापमान में बड़ा अंतर देखने को मिल रहा है। राज्य के मैदानों में जहां दिन में गर्मी महसूस हो रही है, वहीं रात में ठंडक बढ़ जाती है, जिससे लोग मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। इस अंतर के कारण सुबह और शाम के वक्त तापमान में लगभग 16 डिग्री का अंतर देखने को मिल रहा है। विशेष रूप से पर्वतीय इलाकों में ठंड का असर अधिक देखा जा रहा है।
उत्तराखंड के विभिन्न स्थानों का तापमान
उत्तराखंड के प्रमुख स्थानों का 1 दिसंबर को रिकॉर्ड किया गया तापमान निम्नलिखित है:
- देहरादून: अधिकतम 25.8 डिग्री, न्यूनतम 9.7 डिग्री
- पंतनगर: अधिकतम 26.0 डिग्री, न्यूनतम 8.6 डिग्री
- मुक्तेश्वर: अधिकतम 19.5 डिग्री, न्यूनतम 5.9 डिग्री
- नई टिहरी: अधिकतम 18.6 डिग्री, न्यूनतम 6.8 डिग्री
पिछले दस वर्षों में दिसंबर के तापमान की तुलना
पिछले दस वर्षों के दौरान दिसंबर 1 को राज्य में तापमान में कुछ बदलाव देखा गया। पिछले वर्षों में तापमान के विभिन्न आंकड़े निम्नलिखित हैं:
- 2023: 26.8 डिग्री
- 2022: 28.4 डिग्री
- 2021: 26.7 डिग्री
- 2020: 27.7 डिग्री
- 2019: 26.4 डिग्री
- 2018: 25.5 डिग्री
- 2017: 26.7 डिग्री
- 2016: 29.2 डिग्री
- 2015: 28.7 डिग्री
- 2014: 27.0 डिग्री
इन आंकड़ों के आधार पर यह कहा जा सकता है कि इस साल का तापमान पिछले दस वर्षों में सबसे कम था। विशेष रूप से देहरादून में पिछले कुछ वर्षों में तापमान अधिक रहा था, लेकिन इस बार यह गिरावट देखने को मिली है।
ठंड से बचने के उपाय
उत्तराखंड में शुष्क ठंड और पाले का असर बढ़ने के कारण राज्य के विभिन्न हिस्सों में लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। खासकर बुजुर्गों और बच्चों को अधिक ठंड का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में, लोगों को ठंड से बचने के लिए निम्नलिखित उपायों की सलाह दी जा रही है:
- गर्म कपड़े पहनें: ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनना जरूरी है। खासकर रात के समय ऊनी स्वेटर, जैकेट और मफलर पहनें।
- गर्म जल का सेवन करें: ठंड से बचने के लिए गर्म पानी पीना चाहिए। यह शरीर को गर्म रखने में मदद करता है और ठंड के प्रभाव को कम करता है।
- घर में रहें: अधिक ठंड के समय बाहर जाने से बचें, खासकर जब सुबह और शाम का तापमान अधिक कम हो।
- स्वस्थ आहार: गर्माहट के लिए मसालेदार और गर्म भोजन करें। हरी सब्जियाँ और ताजे फल भी शरीर को ऊष्मा प्रदान करते हैं।
- विटामिन D और C का सेवन: ठंड के मौसम में विटामिन D और C की कमी हो सकती है, इसलिए इनका सेवन बढ़ा दें।
- गलन और पाले से बचाव: विशेष रूप से पहाड़ी क्षेत्रों में गलन और पाला की समस्या बढ़ जाती है, ऐसे में जूतों और हाथों को अच्छे से ढककर रखें।
भविष्य का पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने आगामी सप्ताह के लिए कोई बड़ी बारिश की संभावना नहीं जताई है। हालांकि, शुष्क ठंड की स्थिति और बढ़ सकती है। मौसम में सुधार के संकेत तब मिल सकते हैं, जब पश्चिमी हवाओं का प्रभाव फिर से बढ़ेगा, जिससे तापमान में कुछ वृद्धि हो सकती है। फिलहाल, पूरे राज्य में मौसम शुष्क रहने के आसार हैं और ठंड बढ़ने की संभावना है।
उत्तराखंड में शुष्क ठंड ने प्रदेशवासियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। दिसंबर की शुरुआत में तापमान में गिरावट ने यह साबित कर दिया है कि इस साल ठंड के मौसम का असर पहले से अधिक हो सकता है। राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में सुबह और शाम के समय ठंड का असर बढ़ता जा रहा है, जिससे लोगों को अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। ऐसे में जरूरी है कि सभी लोग ठंड से बचाव के उपायों का पालन करें और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बचने के लिए सचेत रहें।